झारखंड : यूपीए में हुई सेंधमारी, क्रॉस वोटिंग से भी भाजपा को नहीं मिली दूसरी सीट, सोंथालिया को मिला 25वां वोट किसका?
II सतीश कुमार II रांची : राज्यसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की ओर से यूपीए फोल्डर में सेंधमारी हुई है. हालांकि, कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू की जीत के बाद यूपीए की साख बच गयी. वहीं क्रॉस वोटिंग होने के बावजूद भाजपा के दूसरे प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया […]
II सतीश कुमार II
रांची : राज्यसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की ओर से यूपीए फोल्डर में सेंधमारी हुई है. हालांकि, कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू की जीत के बाद यूपीए की साख बच गयी. वहीं क्रॉस वोटिंग होने के बावजूद भाजपा के दूसरे प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया चुनाव नहीं जीत पाये. धीरज साहू ने प्रदीप सोंथालिया को कांटे के मुकाबले में 0.01 वोट से पराजित किया.
मतगणना के बाद राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़े को देखें तो चुनाव में भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव को 27 वोट मिले. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू को 26 और भाजपा के दूसरे प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया को 25.99 मत मिले. इसमें द्वितीय वरीयता के 0.99 मत शामिल हैं. ऐसे में सोंथालिया को पहली वरीयता के 25 मत मिले हैं. चुनाव के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर है कि आखिर सोंथालिया को पहली वरीयता का 25वां वोट किसका मिला.
वर्तमान विधानसभा में एनडीए विधायकों की संख्या 47 है. इसमें आजसू के चार विधायक शामिल हैं. भाजपा के पहले प्रत्याशी समीर उरांव को जीत के लिए 27 मत मिले. इसके बाद एनडीए खेमा के पास 20 मत बचे थे.
निर्दलीय गीता कोड़ा, भानु प्रताप शाही व एनोस एक्का के मत को मिला दिया जाये तो यह संख्या 23 हो जाती है. झाविमो विधायक प्रकाश राम ने क्रॉस वोटिंग कर एनडीए के दूसरे प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया को वोट डाला. ऐसे देख जाये तो सोंथालिया के मतों की संख्या 24 हो जाती है. प्रकाश राम के क्रॉस वोटिंग पर झाविमो के पोलिंग एजेंट बंधु तिर्की ने आपत्ति भी जतायी थी. बाद में झाविमो के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रकाश राम को पार्टी से निलंबित भी कर दिया.
चुनाव में दो विधायक के मत अवैध करार दिये गये थे. इसमें एक मत माले विधायक राजकुमार यादव का था. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी धीरज साहू के साथ-साथ नोटा में भी मत दिया था. एक मत पत्र में वोट के साथ शिव लिखा पाया गया था. इसमें भी कांग्रेस प्रत्याशी को वोट दिया गया था. ऐसे में चर्चा है कि यह मत पत्र बसपा प्रत्याशी कुशवाहा शिवपूजन मेहता का हो सकता है.
इसके बाद यूपीए फोल्डर पर सवाल उठते हैं. क्योंकि मासस विधायक अरुप चटर्जी ने चुनाव से पहले ही यूपीए का साथ देने की बात कही थी.
मतगणना के बाद भी अरुप चटर्जी दावे साथ कह रहे हैं कि उन्होंने यूपीए को ही वोट दिया है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि तब सोंथालिया को 25वां वोट झामुमो, कांग्रेस या झाविमो के किसी विधायक ने दिया है. झामुमो व कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि उनके सारे विधायक इंटैक्ट थे. सभी ने पोलिंग एजेंट को दिखा का वोट किया है.
अब सिर्फ झाविमो विधायक प्रदीप यादव का ही वोट बचता है. इधर झाविमो के पोलिंग एजेंट बंधु तिर्की का दावा कि प्रदीप यादव ने यूपीए फोल्डर में वोट दिया है. राजनीतिक हलकों में यह सवाल अब भी बना हुआ है कि यूपीए के किस विधायक का 25वांट वोट प्रदीप सोंथालिया को मिला.