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झारखंड : कामेश्वर पांडेय की हत्या में भी शामिल था शूटर मेदुल, पंकज को गोली मारने के बाद भाग गया था बंगाल
रांची : लोहरदगा के भाजपा नेता पंकज लाल गुप्ता हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर मेदुल लस्कर को गुरुवार को पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया. उसने बताया कि वह आपराधिक गिरोह के सरगना रहे स्व किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या में भी शामिल रहा था. कामेश्वर पांडेय की हत्या गैंगस्टर सुशील […]
रांची : लोहरदगा के भाजपा नेता पंकज लाल गुप्ता हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर मेदुल लस्कर को गुरुवार को पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया. उसने बताया कि वह आपराधिक गिरोह के सरगना रहे स्व किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या में भी शामिल रहा था.
कामेश्वर पांडेय की हत्या गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या का बदल लेने के की गयी थी. मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार सिंह ने बताया कि मेदुल लस्कर इस हत्याकांड में पतरातू पुलिस के लिए वांटेड था. उसने कामेश्वर पांडेय हत्याकांड में असलम की संलिप्तता की भी जानकारी दी है. उसने यह भी बताया है कि असलम के पकड़े जाने पर अमन श्रीवास्तव गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे जानकारी मिल सकती है.
उल्लेखनीय है कि 26 अक्तूबर 2015 को करीब 12.30 बजे कामेश्वर पांडेय की गोली मार कर हत्या कर दी थी. घटना के दौरान वह पतरातू राम जानकी मंदिर के समीप सब्जी खरीद रहे थे. इस केस में पूर्व में पुलिस कुछ अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल भी भेज चुकी है.
मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार ने बताया कि लोहरदगा के भाजपा नेता पंकज लाल गुप्ता हत्याकांड में शूटर के रूप में मेदुल लस्कर का नाम सामने आया था. केस के अनुसंधान के दौरान रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को मेदुल के कोलकाता गोटियारी शरीफ में होने की जानकारी मिली.
इसके बाद एसएसपी ने छापेमारी के लिए इंस्पेक्टर शाहदेव टोप्पो, दारोगा मोहन कुमार एवं सतीश गेराई के नेतृत्व में एक दल कोलकाता भेजा.
छापेमारी के बाद उसे कोलकाता से गिरफ्तार कर बुधवार को नगड़ी थाना लाया गया. पूछताछ के क्रम में उसने पंकज लाल हत्याकांड में प्रमुख शूटर होने की बात स्वीकार की. उसने यह भी बताया कि हत्याकांड में प्रयुक्त पिस्टल को उसने पुदांग ओपी क्षेत्र के इलाहीनगर निवासी मुबारक अंसारी के घर के पीछे छिपा रखा था.
इसके बाद वहां छापेमारी कर एक पिस्टल और तीन गोली बरामद किया गया. डीएसपी ने बताया कि मेदुल लस्कर ने ही पंकज लाल गुप्ता पर पहली गोली चलायी थी. उसे इस हत्याकांड के एवज में एक लाख रुपये मिलने वाले थे.
अमन श्रीवास्तव गिरोह से असलम के जरिये ही मेदुल का संपर्क हुआ था. असलम की ससुराल मेदुल के गांव से कुछ दूरी पर है. मेदुल लेबर सप्लाइ का काम करता था, लेकिन उसे जब किसी की हत्या की सुपारी मिलती थी, तब वह घटना को अंजाम देता था. पंकज गुप्ता हत्याकांड में दोबारा पूछताछ के लिए मेदुल को रिमांड पर लिया जायेगा. फिलहाल उसे पुंदाग ओपी में हथियार बरामदगी के केस में जेल भेजा गया है.
पंकज को गोली मारने के बाद भाग गया था बंगाल
मेदुल ने बताया कि पंकज गुप्ता को गोली मारने के बाद असलम की बाइक से नगड़ी कोयल रैक लोडिंग होते हुए पहले कडरू पहुंचा. वहां से वह असलम के साथ बाइक से कांटाटोली बस स्टैंड पहुंचा. यहां से बस पकड़ कर जमशेदपुर चला गया. फिर वहां से ट्रेन पकड़ कर कोलकाता के गोटियारी शरीफ अपने गांव चला गया था.
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