झारखंड : …जब मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा, झूठ बोल कर राजनीति करना मेरा पेशा नहीं

जमशेदपुर : भूमि की लीज बंदोबस्ती के कैंप का उदघाटन मालिकाना हक का मतलब सरकार का अधिकृत पत्र, लीज बंदोबस्ती का श्रेय क्षेत्र की माता-बहनों के संघर्ष को दिया 95 के पूर्व बिरसा नगर में कुछ संस्थाएं छिटपुट आंदोलन कर रही थी, जो जमीन खरीदने-बेचनेवालों से लेती थी पैसे रांची/जमशेदपुर : झूठ बोल कर राजनीति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2018 8:47 AM
जमशेदपुर : भूमि की लीज बंदोबस्ती के कैंप का उदघाटन
मालिकाना हक का मतलब सरकार का अधिकृत पत्र, लीज बंदोबस्ती का श्रेय क्षेत्र की माता-बहनों के संघर्ष को दिया
95 के पूर्व बिरसा नगर में कुछ संस्थाएं छिटपुट आंदोलन कर रही थी, जो जमीन खरीदने-बेचनेवालों से लेती थी पैसे
रांची/जमशेदपुर : झूठ बोल कर राजनीति करना मेरा पेशा नहीं है, शहरी क्षेत्र की बस्तियां पेंडुलम की तरह थीं, कोई उसे टाटा लीज तो कोई अनधिकृत बताता था. मैंने अनधिकृत बस्ती को अधिकृत करने का वादा निभाया. सरकार के इस निर्णय से लोगों को गुमराह कर भ्रम फैलाने वालों की दुकानदारी बंद हो जायेगी, इसलिए उनमें छटपटाहट है. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही.
श्री दास मंगलवार को बिरसानगर गुड़िया मैदान में गैर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी भूमि की लीज बंदोबस्ती के कैंप के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंप के माध्यम से 1 जनवरी 1985 के पूर्व यानी 30 वर्ष पूर्व से रहनेवाले वालों को अधिकृत करने के निर्णय की शुरुआत फाॅर्म वितरण कर हो रहा है.
श्री दास ने कहा वर्ष 1995 के पूर्व में कुछ संस्थाएं छिटपुट आंदोलन कर रही थीं. ये संस्थाएं जमीन खरीदने अौर बेचने वालों से पैसे लेती थी. भाजपा ने 1995 में उन्हें उम्मीदवार बनाया. बस्तियों में घूमने के दौरान बस्ती के निवासियों ने बस्ती को कानूनी मान्यता देने की मांग रखी थी. 1995 में क्षेत्र की जनता ने उन्हें 1101 वोट से जिताया.
उसके बाद से लगातार वह इस समस्या के समाधान के लिए इस मुद्दे को रखते रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मालिकाना हक का मतलब सरकार का अधिकृत पत्र है. उन्होंने लीज बंदोबस्ती का श्रेय क्षेत्र की माता-बहनों के संघर्ष को दिया. कैंप के उदघाटन के अवसर पर उपायुक्त अमित कुमार, एसएसपी अनूप बिरथरे, राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव सह परामर्शी धर्मेंद्र पांडेय, महानगर भाजपा अध्यक्ष दिनेश कुमार, बस्ती विकास समिति के खेमलाल चौधरी, खाद्यी ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, चंद्रशेखर मिश्रा समेत कई भाजपा नेता समेत बस्तीवासी मौजूद थे.
बंदोबस्ती का फॉर्म भरे जाने तक कैंप लगेगा
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सांकेतिक रूप में शांति देवी, दलजीत कौर, रंजना सरकार, थॉमस डेनियल, गौरी कर, रेजी ग्रेस, विनोद आनंद लकड़ा, दिवाकर लोहार समेत 10 लोगों को लीज बंदोबस्ती का फॉर्म प्रदान किया. बस्तीवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जब तक जमशेदपुर के लोगों का फॉर्म नहीं भरा जाता है, तब तक कैंप लगा रहेगा. बिरसा नगर में नौ अप्रैल तक कैंप रहेगा अौर उन्हें उम्मीद है कि तब तक सभी लोग फॉर्म भर लेंगे. उन्होंने कहा कि अंचल-प्रखंड कार्यालय में भी फॉर्म जमा कर सकते हैं.
हर पंचायत में बनेगा खेल मैदान
चाईबासा : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को घोषणा की कि पश्चिम सिंहभूम जिले की हर पंचायत में कुपोषण से लड़ने के लिए खेल मैदान बनेगा. वह चाईबासा के राजस्थान भवन में चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुपोषण से पश्चिमी सिंहभूम जिला ज्यादा प्रभावित है. अत: बचपन से ही बच्चे हृष्ट-पुष्ट रहें, इसके लिए प्रत्येक पंचायत में दो लाख रुपये की लागत से खेल का मैदान तैयार किया जायेगा. इसका काम मई माह से प्रारंभ हो जायेगा.’ उन्होंने कहा कि इसी तरह प्रत्येक पंचायत में सामुदायिक भवन का भी निर्माण होगा. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार तीनों सेक्टर में काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘जिले में अगर एएनएम की कमी है, तो कोई बीएससी को उसे सीधे एएनएम में नियुक्त किया जाये.’
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि चाईबासा को बजट के अतिरिक्त 50 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने दिया है, वहीं भारत सरकार भी चाईबासा को विकसित करने के लिए 28 करोड़ रुपये दे रही है.
उन्होंने कहा, ‘हमारी जो सरकार है वह जनता की सरकार है. इसलिए हमारी यह कोशिश रही कि जनता के अनुसार शासन चले, सरकार चले.’ उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए 600 करोड़ रुपये राज्य सरकार लगाने जा रही है. इसी के तहत इसके तहत राज्य के 68 लाख परिवार में से 57 लाख परिवार का राज्य सरकार पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा करायेगी. जिसके बाद बिना नकद के आप किसी भी हेल्थ सेंटर में इलाज करा पायेंगे.

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