झारखंड : पुलिस मुख्यालय ने सरकार से की अनुशंसा, डॉ ममता राय मामले की होगी सीबीआइ जांच

रांची : एम्स दिल्ली की डॉक्टर ममता राय मौत मामले की सीबीआइ जांच होगी. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय ने गुरुवार को सरकार से अनुशंसा की है. इस मामले में भाजपा के पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सीबीआइ जांच कराने की अनुशंसा की थी. इसके बाद सरकार ने पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2018 7:59 AM
रांची : एम्स दिल्ली की डॉक्टर ममता राय मौत मामले की सीबीआइ जांच होगी. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय ने गुरुवार को सरकार से अनुशंसा की है.
इस मामले में भाजपा के पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सीबीआइ जांच कराने की अनुशंसा की थी. इसके बाद सरकार ने पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव मांगा था. सीबीआइ जांच की मांग डॉ राय के परिजनों ने भी की थी. डॉ ममता सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबा आश्रम कॉलोनी रोड नंबर एस-4 की निवासी थी. कोच्चि के होटल में उनका शव 18 जनवरी को पंखे से लटका मिला था. वह चर्म रोग विषय पर आयोजित कांफ्रेंस में भाग लेने दिल्ली से कोच्चि गयी थीं.
पिता ने डॉ. संजय के खिलाफ की थी प्राथमिकी
इस मामले में ममता के पिता अरविंद कुमार राय ने कोच्चि के एर्नाकुलम थाने (केरल) में शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें कहा था कि ममता के साथ काम करने वाले डॉ संजय ने उनकी बेटी को शादी का प्रस्ताव दिया था. लेकिन बेटी ने इंकार कर दिया. इसके बाद डॉ संजय उसके साथ मारपीट करने लगा. उसने धमकी भी दी थी कि किसी को बताया, तो पूरे परिवार को खत्म कर देगा. इससे ममता डिप्रेशन में चली गयी थी.
उनका यह भी आरोप था कि डॉ संजय ने जबरदस्ती उनकी बेटी से सुसाइड नोट लिखवाया और उसे होटल के कमरे में पंखे पर लटकने को मजबूर किया. राय के मुताबिक उन्हें जानकारी मिली थी कि दो जनवरी को डॉ संजय ने ममता को पटक दिया था. इससे उसके ललाट और कमर में चोट आयी थी.
साथ ही ममता का मोबाइल भी संजय ने पटक कर तोड़ दिया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि डॉ संजय के दोस्त आलोक व नेहा भी ममता को डराते-धमकाते थे. इन सब के कारण ममता बहुत डरी रहती थी. पूछने पर भी कुछ नहीं बताती थी. घटना से पहले ममता ने अपने पिता और दोस्त से बात की थी.
मेधावी थी डॉ ममता
डॉ ममता मेधावी थीं. 2005 में सीबीएसइ से 10वीं में राज्य में 94 अंक के साथ अव्वल आयी थीं़ फिर डीएवी श्यामली (अब जेवीएम श्यामली रांची) से 12वीं में अव्वल आयीं. इसके बाद शिलांग से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. अव्वल आने के कारण गोल्ड मेडल मिला था. इसके बाद दिल्ली स्थित एम्स से पीजी कर रहीं थी. इसी सिलसिले में वह अपना अंतिम प्रेजेंटेशन देने कोच्चि गयी थीं. जहां एक होटल के कमरे में मृत पायी गयी थीं.
क्या था सुसाइड नोट में
डॉ ममता का सुसाइड नोट अंग्रेजी में था. इसमें लिखा था, मैं डिप्रेशन की मरीज हूं. मैं इससे लड़ कर तंग आ गयी हूं. मैं जा रही हूं. इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. सॉरी पापा.

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