सरकार 14 साल से हिली-डुली नहीं थी

रांची: राज्य के प्रभारी मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा है कि अब तक झारखंड में सिर्फ हवा-हवाई बातें ही होती रही है. कंप्यूटराइजेशन, कंसलटेंसी जैसी बातों से राज्य का भला नहीं होगा. यहां ग्राउंड लेबल मैनेजमेंट जरूरी है. ग्राउंड रियलिटी मालूम करने की जरूरत है. गुजरे 14 सालों से सरकार हिली-डुली नहीं थी, बहुत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2014 7:50 AM

रांची: राज्य के प्रभारी मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा है कि अब तक झारखंड में सिर्फ हवा-हवाई बातें ही होती रही है. कंप्यूटराइजेशन, कंसलटेंसी जैसी बातों से राज्य का भला नहीं होगा. यहां ग्राउंड लेबल मैनेजमेंट जरूरी है. ग्राउंड रियलिटी मालूम करने की जरूरत है. गुजरे 14 सालों से सरकार हिली-डुली नहीं थी, बहुत दिक्कत है.

पत्रकारों से बात करते हुए श्री चक्रवर्ती उक्त बातें बोल रहे थे. प्रभारी सचिव ने कहा: राज्य सरकार बहुत ओवर लोडेड है. झारखंड में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सुधार की जरूरत है. चीजों में सुधार के लिए राज्य के कार्मिक विभाग में ड्रास्टिक चेंज लाने की जरूरत है.

पदों की शक्ति और गरिमा का फिर से अध्ययन जरूरी है. आयुक्त और राजस्व पर्षद के सदस्य जैसे पदों की गरिमा वापस लौटाने के लिए काम करना है. इसके लिए सरकार सेवानिवृत्त होने वाले वरीय अधिकारियों की सेवा लेने पर विचार कर रही है. सेवानिवृत्त अधिकारी कई मायनों में परामर्शी कंपनियों से बेहतर परिणाम दे सकते हैं. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि मैं अभी प्रभारी मुख्य सचिव हूं. 16 मई के बाद यह साफ हो जायेगा कि मैं नियमित मुख्य सचिव रहूंगा या नहीं. नियमित मुख्य सचिव बना, तो चीजों में बहुत सुधार होगा.

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