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झारखंड : आयोग का दोहरा मापदंड, सरकारी दल को छूट, विपक्ष पर कार्रवाई : झामुमो
भट्टाचार्य ने कहा : राज्य सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, एक नोटिस नहीं दिया जाता रांची : झामुमो ने निकाय चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि सरकारी दल के लिए कोई निर्देश नहीं होता है. राज्य सरकार आचार संहिता का […]
भट्टाचार्य ने कहा : राज्य सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, एक नोटिस नहीं दिया जाता
रांची : झामुमो ने निकाय चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि सरकारी दल के लिए कोई निर्देश नहीं होता है. राज्य सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, एक नोटिस नहीं दिया जाता है और सरकार निर्देश विपक्ष की पार्टियों के लिए होता है.
पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने रविवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि आज राज्य निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता कठिन हो गयी है. इसे साबित करना होगा. सेवानिवृत्ति के सात दिन के अंदर मुख्य निर्वाचन आयुक्त बना दिये जाते हैं और निकाय चुनाव की जिम्मेदारी मिल जाती है.
राज्य सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, लेकिन एक नोटिस नहीं जारी किया जाता है. आयोग की जवाबदेही है कि भयमुक्त चुनाव करायें, लेकिन ये ऐसा व्यवहार क्यों कर रहे हैं, मालूम नहीं है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टियों के लिए प्रचार-प्रचार के लिए केंद्रीय कृत राशि की व्यवस्था होती है. हमें कहा जा रहा है कि मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव प्रचार अलग-अलग होगा. वहीं, भाजपा के प्रत्याशी का प्रचार साथ हो रहा है.
हर जगह इनके प्रदेश और प्रधानमंत्री तक के फोटे लगे हैं. झामुमो नेता ने कहा कि लोकतंत्र में अलग-अलग मापदंड नहीं हो सकते हैं. आयोग काे बताना चाहिए कि उनकी कौन सी मजबूरी है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि 11 गैर अनुसूचित जिले में स्थानीय को सौ फीसदी आरक्षण देने की बात कही गयी है.
इसके लिए सरकार ने कमेटी बनायी थी. सदन में झामुमो और पक्ष के लोगों ने यह मामला उठाया था. कमेटी 17 को रिपोर्ट देगी, तो फिर कमेटी के अध्यक्ष ने चुनाव के समय इसे कैसे सार्वजनिक किया. आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए. यह सबकुछ चुनाव को प्रभावित करने के लिए हो रहा है.
आधे घंटे में समीक्षा ढाई घंटे कार्यकर्ताओं के साथ की बैठक
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विकास की समीक्षा के नाम पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. आधे घंटे में विकास की समीक्षा हो जाती है.
इसमें अधिकारी शामिल होते हैं. उन्हें इवीएम मैनेज करने से लेकर बूथ अशांत करने तक का निर्देश दिया जा रहा है. इसके बाद वह ढाई घंटे कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करते हैं. चुनावी टिप्स दिया जाता है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि 34 जगहों पर हो रहे निकाय चुनाव में भाजपा तीन या चार जगह पर भी नहीं आयेगी. निकाय भाजपा मुक्त होंगे.
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