झारखंड : राज्य का खनन क्षेत्र युवाओं के कौशल विकास का सबसे अनुकूल क्षेत्र : सीएस
अलग-अलग देशों में चल रहे शोध कार्यों की दी जानकारी रांची : मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि पूरे विश्व में कौशल विकास को आधार बनाकर विकास की परिकल्पना की जा रही है. झारखंड में भी कौशल विकास के जरिये लोगों को रोजगार मुहैया कराने पर काफी काम किया जा रहा है. राज्य में […]
अलग-अलग देशों में चल रहे शोध कार्यों की दी जानकारी
रांची : मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि पूरे विश्व में कौशल विकास को आधार बनाकर विकास की परिकल्पना की जा रही है. झारखंड में भी कौशल विकास के जरिये लोगों को रोजगार मुहैया कराने पर काफी काम किया जा रहा है. राज्य में खनन क्षेत्र कौशल विकास के लिए सबसे अनुकूल एवं स्वाभाविक क्षेत्र है.
खनन के क्षेत्र में कुशल युवाओं की संपन्नता और समृद्धि में वृद्धि की असीम संभावनाएं हैं. श्री त्रिपाठी होटल रेडिसन ब्लू में झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के तत्वावधान में खनन क्षेत्र में कौशल विकास पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे.
कार्यशाला में देश भर में कौशल विकास कार्यक्रम के बढ़ते परिदृश्य एवं आवश्यकताओं पर चर्चा हुई. श्री त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में संचालित कौशल विकास कार्यक्रम सरकार की सर्वाधिक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है.
कौशल विकास के लिए विविध शोध कार्यों को लागू कर सरकार राज्य को स्किल हब के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रही है. मुख्य सचिव ने राज्य के 26 हजार से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी का मौका दिलाने के लिए कौशल विकास मिशन सोसाइटी की सराहना की.
उद्योग के लिए बेहद महत्वपूर्ण है खनन क्षेत्र
मुख्यमंत्री के सचिव सह उद्योग, खनन व भूतत्व विभाग के सचिव सुनील वर्णवाल कहा कि खनन क्षेत्र उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है. वर्ष 2015 से भारत सरकार ने खनन क्षेत्र के लिए नयी नीति लागू की है.
खनन क्षेत्र में नयी निजी संस्थाओं को प्रवेश का मौका दिया गया है. वर्तमान में भारत की खनन क्षमता का केवल छह प्रतिशत ही प्रयोग किया जा रहा है.
बड़ी कंपनियां खनन क्षमता के संवर्धन पर कार्य कर रही हैं. ऐसे में खनन के क्षेत्र में रोजगार बढ़ रहा है. समुचित कुशल मानव संसाधन की जरूरत बढ़ रही है. उन्होंने खनन क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप कौशल विकास के लिए युवाओं को तैयार करने की जरूरत बतायी. इसमें कौशल विकास मिशन की भूमिका महत्वपूर्ण है. उद्योग विभाग की ओर से पर्याप्त सहयोग करने का भरोसा दिलाया.
स्किल हब के रूप में बनी है झारखंड की पहचान
उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में कौशल विकास कार्यक्रम प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है. लेकिन, खनन के क्षेत्र में औपचारिक रूप से कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम अब तक शुरू नहीं किया जा सका है.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर 12 जनवरी 2019 को एक लाख युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण करने का लक्ष्य दिया है. राज्य के खनन क्षेत्र में 5000 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण एवं नौकरी देने की क्षमता है.
कौशल विकास मिशन सोसाइटी के निदेशक रवि रंजन ने कहा कि इस साल राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर 26,000 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये. इससे झारखंड की पहचान स्किल हब के रूप में बनी है.
सोसाइटी के सीइओ अमर झा ने कार्यशाला के प्रतिभागियों को भारत में खनन क्षेत्र में चल रहे कौशल विकास कार्यक्रमों से अवगत कराया.
कौशल विकास कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था क्यूसेक, क्वींसलैंड, अास्ट्रेलिया के प्रतिनिधि कोरियन क्रिस्टोफर नॉवेल ने खनन क्षेत्र में ओपेन कास्ट, भूगर्भ खनन आदि विषयों पर कौशल विकास संबंधी प्रस्तुतीकरण दिया. खनन क्षेत्र में दुनिया के अलग-अलग देशों में चल रहे शोध कार्यों के बारे में बताया.