रांची : कल्याण के चार स्कूल हुए सीबीएसइ से संबद्ध

रांची : कल्याण विभाग के दो एकलव्य व दो आश्रम विद्यालयों को सीबीएसइ, नयी दिल्ली से संबद्धता मिल गयी है. इनमें एकलव्य विद्यालय तोरसुंदरी (चाईबासा) व काठिजोरिया (दुमका) तथा अाश्रम विद्यालय कुचई (सरायकेला) व जामताड़ा शामिल हैं. कम समय में मिली इस उपलब्धि से विभागीय अधिकारी खुश हैं तथा उन्होंने संबंधित क्षेत्र के परियोजना निदेशकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2018 8:55 AM
रांची : कल्याण विभाग के दो एकलव्य व दो आश्रम विद्यालयों को सीबीएसइ, नयी दिल्ली से संबद्धता मिल गयी है. इनमें एकलव्य विद्यालय तोरसुंदरी (चाईबासा) व काठिजोरिया (दुमका) तथा अाश्रम विद्यालय कुचई (सरायकेला) व जामताड़ा शामिल हैं.
कम समय में मिली इस उपलब्धि से विभागीय अधिकारी खुश हैं तथा उन्होंने संबंधित क्षेत्र के परियोजना निदेशकों (आइटीडीए), स्कूल के प्राचार्यों तथा अन्य संबंधित लोगों को बधाई दी है. साथ ही कहा है कि संबद्धता बरकरार रखने के लिए वे सभी आवश्यक कदम उठाएं तथा नियमों व शर्तों का पालन करें.
गौरतलब है कि विभाग ने अपने तीन आश्रम तथा चार एकलव्य विद्यालयों को सीबीएसइ से मान्यता दिलाने की प्रक्रिया शुरू की है. अब तक 10वीं व 12वीं कक्षा वाले विभाग के सभी आवासीय विद्यालय झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) से संबद्ध हैं.
इन विद्यालयों में अध्ययनरत एससी, एसटी व ओबीसी विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए सात आश्रम व एकलव्य विद्यालयों की संबद्धता संबंधी आवेदन सीबीएसइ, दिल्ली को दिये गये थे. अब इनमें से चार को संबद्धता मिल गयी है. इनमें सत्र 2018-19 से 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षा सीबीएसइ पैटर्न पर संचालित होगी. वहीं विद्यार्थियों को सीबीएसइ से ही प्रमाण पत्र निर्गत किये जायेंगे.
क्या है एकलव्य और आश्रम विद्यालय
कल्याण विभाग के अन्य आवासीय विद्यालयों से अलग एकलव्य व आश्रम विद्यालयों का निर्माण केंद्र सरकार कराती है. छठी से 12वीं कक्षा तक वाले एकलव्य विद्यालयों के संचालन का खर्च भी केंद्र सरकार देती है. वहीं छठी से 10वीं कक्षा तक वाले आश्रम विद्यालय का संचालन राज्य सरकार करती है. इन दोनों विद्यालयों में नामांकन लिखित परीक्षा के आधार पर होता है.

Next Article

Exit mobile version