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झारखंड नगर निकाय चुनाव में भाजपा की जीत के पांच कारण ?

झारखंड नगर निकाय चुनाव में भाजपा की जीत से विपक्षी पार्टियों में निराशा का माहौल है. हाल ही में राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में यूपीए ने एक सीट जीतकर बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती पेश की थी, लेकिन निकाय चुनावों में कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों को हार का मुंह देखना पड़ा.जेएमएम और जेवीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2018 5:20 PM

झारखंड नगर निकाय चुनाव में भाजपा की जीत से विपक्षी पार्टियों में निराशा का माहौल है. हाल ही में राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में यूपीए ने एक सीट जीतकर बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती पेश की थी, लेकिन निकाय चुनावों में कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों को हार का मुंह देखना पड़ा.जेएमएम और जेवीएम को उन इलाकों में हार का सामना करना पड़ा, जहां उनका गढ़ माना जाता है. इस हार को लेकर विपक्ष में जहा मंथन का दौर जारी है, वहीं बीजेपी कार्यकर्ता उत्साहित नजर आ रहे हैं. इन पांच वजहों से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा.

1. मजबूत संगठन और कैडर का फायदा भाजपा को मिला. कई नये इलाकों में भाजपा की जीत ने स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी की पैठ आदिवासी और दलितों के बीच बढ़ी है.
2. दो नगर निगम पर महिला आदिवासी उम्मीदवार आशा लकड़ा ( रांची ) और रोशनी तिर्की (हजारीबाग) ने जीत दर्ज की. दोनों बीजेपी की उम्मीदवार थीं.
3. बीजेपी का बूथ मैनेजमेंट काफी असरदार रहा. इस बार पन्ना प्रमुख बनाकर जिम्मेवारी सौंपी गयी. खुद मुख्यमंत्री अलग – अलग जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं को उत्साहित किये थे. इसके अलावा 10-10 प्रभारी बनाये गये थे. वहीं झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन व कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सक्रियता नहीं दिखाई. इस वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच माहौल नहीं बन पाया.
3. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस की टीम पूरी तैयारी में उतरी थी. लेकिन जनता की मिजाज समझ नहीं पायी.
4. यूपीए में बिखराव का असर नतीजे पर देखा जा सकता है. मजबूत बीजेपी के आगे विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी गिर चुका है.
5. 2014 के बाद से बड़ी संख्या में बीजेपी से दलित व अनुसूचित जनजाति वोटर्स जुड़े हैं. भाजपा ने खास रणनीति के तहत इन्हें प्रत्याशी बनाया. अब बीजेपी एक ऐसे पार्टी के रूप में देखी जा रही है. जो नये लोगों को जगह देती है. जिस तेजी से आशा लकड़ा ने बीजेपी में जगह बनायी, नयी पीढ़ी के लिए यह नजीर है.

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