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झारखंड : पानी को तरसेगी राजधानी, इस तरह लगातार घट रहा है डैमों का जलस्तर

सुनील चौधरी पानी को तरसेगी राजधानी, लगातार घट रहा है डैमों का जलस्तर रांची : राजधानी रांची शहरी क्षेत्र की आबादी 10 लाख से अधिक है. पानी के लिए इस पूरी आबादी की निर्भरता तीन डैमों पर है. पर डैम में जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है. इस कारण रांची में जल संकट और गहराने […]

सुनील चौधरी
पानी को तरसेगी राजधानी, लगातार घट रहा है डैमों का जलस्तर
रांची : राजधानी रांची शहरी क्षेत्र की आबादी 10 लाख से अधिक है. पानी के लिए इस पूरी आबादी की निर्भरता तीन डैमों पर है. पर डैम में जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है. इस कारण रांची में जल संकट और गहराने के आसार हैं. रांची शहर में अभी 30 से 40 फीसदी लोगों को ही पाइप जलापूर्ति के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति हो पाती है.
बाकी लोगों की निर्भरता स्वयं के बोरिंग पर है अथवा नगर निगम द्वारा बनाये गये एचवाइडीटी बोरिंग से है. नगर निगम द्वारा हरमू कॉलोनी से लेकर विद्यानगर, न्यू मधुकम, किशोरगंज, आनंद नगर, मधुकम, खादगढ़ा, रातू रोड तक के इलाके को ड्राइजोन के रूप में चिन्हित किया गया है. वर्तमान में इन इलाकों में जल संकट की स्थिति सबसे अधिक है. इन इलाकों में पाइप जलापूर्ति सिस्टम क्षमता के अनुरूप नहीं है. फिलहाल पानी के लिए इन इलाकों में सबसे अधिक हाहाकार की स्थिति रहती है. नगर निगम द्वारा टैंकरों से जलापूर्ति की जाती है.
रांची शहर का भूमिगत जलस्तर चार मीटर तक नीचे गिरा
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों को मानें, तो पिछले चार वर्षों में जल स्तर में चार मीटर तक की गिरावट दर्ज की गयी है. यानी जिनकी बोरिंग पर निर्भरता है, उनके सामने अब बोरिंग फेल होने का खतरा भी है. विद्यानगर, किशोरगंज, रातू रोड में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने बोरिंग करायी और दो साल बाद ही गर्मी के मौसम में बोरिंग से पानी आना बंद हो गया. रांची शहरी क्षेत्र में पूरी आबादी को पानी उपलब्ध कराने के लिए कुल 61 जलमीनार की जरूरत है. पर इस समय 24 जलमीनार ही हैं.
नगर विकास विभाग की एजेंसी जुडको द्वारा हाल ही में अमृत योजना के तहत जलापूर्ति के लिए डीपीआर तैयार किया गया था. इसमें पूरे शहर के लिए 61 जलमीनार की जरूरत बतायी गयी है. इन जलमीनारों द्वारा 451470 किलोलीटर (केएलडी) पानी की आपूर्ति प्रतिदिन हो सकेगी. वर्तमान में 176001 केएलडी पानी आपूर्ति करने की क्षमता जलमीनारों की है. भविष्य को देखते हुए 61 जलमीनार की अनुशंसा की गयी है. इससे रांची के सभी पुराने 55 वार्ड कवर हो जायेंगे.
क्या है डैमों की क्षमता
रांची में रूक्का डैम में पानी के स्टोरेज की अधिकतम क्षमता 1936 फीट और न्यूनतम 1906 फीट है. यानी 1906 फीट से जलस्तर कम होने पर जलापूर्ति नहीं हो सकेगी. वर्तमान में 23 अप्रैल 2018 को रूक्का डैम का जलस्तर 1915 फीट एक इंच है. जबकि चार मार्च 2018 को रूक्का का जलस्तर 1920 फीट आठ इंच तक था. यानी अप्रैल माह में जलस्तर में पांच फीट तक की गिरावट आयी है. अभी हटिया डैम में शहर में पेयजलापूर्ति के लिए 10 फीट ही पानी है. इसी तरह हटिया डैम की अधिकतम स्टोरेज क्षमता 2198 फीट व न्यूनतम क्षमता 2107 फीट की है. चार मार्च 2018 को हटिया डैम में 2192 फीट 11 इंच पानी था. 23 अप्रैल को हटिया डैम में 2190 फीट दो इंच पानी है. यानी दो फीट पानी कम हुआ है.
अभी शहर में जलापूर्ति के लिए इस डैम में 29 फीट दो इंच पानी है. गोंदा डैम में अधिकतम स्टोरेज क्षमता 2128 फीट व न्यूनतम क्षमता 2107 फीट है. चार मार्च को गोंदा डैम में 2121 फीट तीन इंच पानी था. 23 अप्रैल 2018 को गोंदा डैम में 2118 फीट सात इंच पानी है. यानी गरमी शुरू होते ही तीन इंच पानी कम हो गया है. शहर को पानी को देने के लिए अभी गोंदा डैम में 12 फीट पानी ही है. जानकार बताते हैं कि जिस तरह से डैमों का जलस्तर गिर रहा है. इससे मई माह के अंत तक रांची में जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है.
इस तरह कम होता जा रहा है डैमों में पानी
दिनांक रुक्का हटिया गोंदा रांची में जलापूर्ति
(फीट में) (फीट में) (फीट में) (एमजीडी में)
4.3.2018 1920.8 2192.11 2121.3 35.45
5.3.2018 1920.8 2192.10 2121.1 39.00
6.3.2018 1920.7 2192.9 2121.2 35.73
7.3.2018 1920.7 2192.9 2121.1 38.62
10.3.2018 से
13.3.2018 तक 1920.7 2192.8 2121.0 0
14.3.2018 1920.4 2192.6 2120.8 28.88
15.3.2018 1920.4 2192.5 2120.7 30.18
16.3.2018 1920.4 2192.5 2120.7 24.41
17.3.2018 1918.4 2192.8 2120.6 31.12
18.3.2018 1917.4 2192.4 2120.6 35.37
19.3.2018 1920.7 2192.8 2120.5 32.71
(बारिश के कारण)
20.3.2018 1917.0 2192.3 2120.4 25.75
21.3.2018 1917.0 2192.3 2120.4 25.75
22.3.2018 1917.0 2192.2 2120.3 31.28
23 से 27 मार्च तक बिजली के कारण जलापूर्ति बाधित रही
दिनांक रुक्का हटिया गोंदा रांची में जलापूर्ति
(फीट में) (फीट में) (फीट में) (एमजीडी में)
28.3.2018 1916.10 2192.0 2120.0 31.28
29.3.2018 1916.10 2191.11 2120.0 31.92
30.3.2018 1916.10 2191.11 2119.9 31.65
15 अप्रैल के बाद की स्थिति
15.4.2018 1916.1 2191.3 2119.3 41.09
16.4.2018 1916.0 2191.2 2119.2 38.21
17.4.2018 1916.0 2191.2 2119.2 37.28
18.4.2018 1916.0 2191.1 2119.1 37.06
19.4.2018 1915.2 2191.1/2 2119.1 36.63
20.4.2018 1915.1/2 2191.0 2119.0 41.84
21.4.2018 1915.1/2 2190.1/2 2118.9 37.28
22.4.2018 1915.1 2190.11 2118.8 37.09
23.4.2018 1915.1 2190.10 2118.7 –
बीच में बिजली के कारण कुछ परेशानी हुई थी और जलापूर्ति अनियमित हुई थी. पर अब सामान्य जलापूर्ति हो रही है. कहीं भी राशनिंग नहीं हो रही है. रही बात डैम के जलस्तर की, तो रूक्का डैम का जलस्तर नियंत्रण में है. पर इसके पानी से ही सिकिदिरी हाइडल पावर प्लांट चलता है. गरमी के मौसम में प्लांट बंद कर दिया जाता है ताकि लोगों को जलापूर्ति किया जा सके. इधर, सिकिदिरी हाइडल से लगातार बिजली का उत्पादन हो रहा है. विभाग द्वारा हाइडल से उत्पादन बंद करने का आग्रह किया गया है. यदि हाइडल से उत्पादन बंद नहीं हुआ, तो रांची में जलापूर्ति संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
तनवीर अख्तर, अभियंता प्रमुख, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

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