झारखंड : राष्ट्र विरोधी शक्तियों को कुचल देगी सरकार : रघुवर दास
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पत्थलगड़ी झारखंड की संस्कृति व परंपरा है. पत्थलगड़ी को लेकर जनता का कोई विरोध नहीं है. पत्थगड़ी की आड़ में संविधान की गलत व्याख्या करना और जनता को गुमराह करना अनुचित व असंवैधानिक है. राष्ट्र विरोधी शक्तियां यहां के सीधे-साधे आदिवासियों को बरगला रही हैं. यह नहीं […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पत्थलगड़ी झारखंड की संस्कृति व परंपरा है. पत्थलगड़ी को लेकर जनता का कोई विरोध नहीं है. पत्थगड़ी की आड़ में संविधान की गलत व्याख्या करना और जनता को गुमराह करना अनुचित व असंवैधानिक है. राष्ट्र विरोधी शक्तियां यहां के सीधे-साधे आदिवासियों को बरगला रही हैं. यह नहीं चाहते हैं कि राज्य के गरीब आदिवासियों का विकास हो. झारखंड को बदनाम कर करने का षड्यंत्र रहे हैं.
पत्थलगड़ी की समस्या खूंटी के सिर्फ 19 गांवों में है. जिला व पुलिस प्रशासन ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर समस्या का समाधान करने में जुटी है. सरकार राष्ट्र विरोधी शक्तियों को कुचल कर रख देगी. इन क्षेत्रों में विकास की गति को और तेज करेगी. श्री दास मंगलवार को सूचना भवन में जनसंवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे.
अगस्त तक पूरा होगा अंडरग्राउंड केबलिंग का काम
मुख्यमंत्री ने बिजली संकट के सवाल पर कहा कि पिछले 67 साल में कांग्रेस व नामधारी दलों ने यहां के लोगों का शोषण किया है. इस दौरान 68 लाख परिवार में से सिर्फ 38 लाख परिवार तक बिजली पहुंची. 2014 में सरकार बनने के बाद बिजली को प्राथमिकता में लेते हुए हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है. राज्य में बिजली की कमी नहीं है. बिजली पहुंचाने के तंत्र में गड़बड़ी थी. इसे दूर करने को लेकर सरकार 60 ग्रिड व 257 सब स्टेशन का निर्माण करा रही है. अंडर ग्राउंड केबलिंग का काम शुरू किया गया है. इसको लेकर लोगों को थोड़ी समस्या हो रही है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए लोगों को सरकार का साथ देना चाहिए. अगस्त माह तक अंडर ग्राउंड केबलिंग का काम पूरा कर लिया जायेगा. इसके बाद सरकार जीरो कट बिजली देने के काम में जुट जायेगी. उन्होंने कहा कि विकसित राज्य बनने के लिए 10 वर्षों तक पूर्ण बहुमत की सरकार रहना जरूरी है.
संवाद से समस्या का होगा समाधान
हरमू फ्लाईओवर के लिए राजभवन द्वारा जमीन देने से इनकार करने के संबंध में पूछे गये सवाल पर श्री दास ने कहा कि सारे मसला का समाधान संवाद से होगा.
चुनाव को विकास से जोड़ कर नहीं देखता
श्री दास ने कहा कि मैं विकास को चुनाव से जोड़ कर नहीं देखता हूं. जनता ने पांच साल के लिए चुन कर भेजा है. इस बीच चुनाव होते रहेंगे. सरकार के लिए यह मुद्दा नहीं है. सरकार का प्रयास यह है कि राज्य से कैसे गरीबी को समाप्त किया जाये. यहां के लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट आये. मैं झूठ बोल कर राजनीति नहीं करने आया हूं.