हंगामा क्यों है बरपा, अंतिम दरें तो आने दीजिए : भाजपा

रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे सिर्फ जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए बिजली की प्रस्तावित दरों को लेकर हंगामा कर रहे हैं. यह दरें सब्सिडी के पहले की है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि उपभोक्ताओं को सीधे सब्सिडी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2018 1:08 AM

रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे सिर्फ जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए बिजली की प्रस्तावित दरों को लेकर हंगामा कर रहे हैं. यह दरें सब्सिडी के पहले की है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि उपभोक्ताओं को सीधे सब्सिडी का लाभ मिलेगा. अगले दो-तीन दिनों के भीतर सब्सिडी की दरों की भी घोषणा हो जायेगी.

इसके बाद ही असली दरों का पता चलेगा. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के समय विद्युत क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सुधार चल रहा है. सैकड़ों ग्रिड स्टेशन बनाये गये. ट्रांसमिशन लाइन दुरुस्त किये गये. बड़े शहरों में अंडरग्राउंड केबलिंग का भी काम चल रहा है. जिस समय हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार थी उस समय बिजली सुधारों पर पूरे तरीके से विराम लगा दिया गया था.

बिहार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओड़िशा व दिल्ली से सस्ती है झारखंड में बिजली
श्री शाहदेव ने कहा कि झारखंड में अब भी बिजली बिहार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओड़िशा और दिल्ली की तुलना में बहुत सस्ती है. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित दरों में सब्सिडी की घोषणा के बाद बड़ी कटौती होगी. उन्होंने कहा कि ओड़िशा में शहरी क्षेत्रों में 5.70 रुपये प्रति यूनिट तक का टैरिफ है. वहीं छत्तीसगढ़ में 7.45 रुपया प्रति यूनिट है. महाराष्ट्र में शहरी इलाकों में अधिकतम टैरिफ 13.69 प्रति यूनिट है. दिल्ली में अधिकतम टैरिफ 8.75 रुपया प्रति यूनिट है.
बिहार के ग्रामीण इलाकों में अभी अधिकतम टैरिफ 6.25 रुपया प्रति यूनिट है और शहरी इलाकों में आठ रुपये प्रति यूनिट है. रघुवर सरकार झारखंड में आम आदमी के हित का सोचती है और शीघ्र पूर्व की घोषणा के अनुसार सब्सिडी की घोषणा करके रेट में कटौती होगी. अभी रांची में अंडरग्राउंड केबलिंग के काम के कारण बिजली की समस्या हो रही है. दूसरे शहरों में ट्रांसमिशन और ग्रिड के कार्यों को पूरा करने के कारण भी समस्या आ रही है. यह तात्कालिक समस्या है. अगले दो-तीन महीने में पूरा काम हो जाने के बाद पूरे प्रदेश में विद्युत आपूर्ति दुरुस्त हो जायेगी.

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