रांची : ग्राम स्वराज और पत्थलगड़ी को लेकर किया जायेगा मंथन
रांची : सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसइ) और डाउन टू अर्थ पत्रिका की ओर से सेकेंड स्ट्रगल विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया है. झारखंड के आदिवासी बाहुल्य विभिन्न गांवाें में हुई पत्थलगड़ी के संदर्भ में विशेषज्ञ चर्चा करेंगे. ग्राम स्वराज व पत्थलगड़ी के सामाजिक, पारंपरिक और संवैधानिक पहलुओं पर चर्चा होगी. राजधानी […]
रांची : सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसइ) और डाउन टू अर्थ पत्रिका की ओर से सेकेंड स्ट्रगल विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया है. झारखंड के आदिवासी बाहुल्य विभिन्न गांवाें में हुई पत्थलगड़ी के संदर्भ में विशेषज्ञ चर्चा करेंगे. ग्राम स्वराज व पत्थलगड़ी के सामाजिक, पारंपरिक और संवैधानिक पहलुओं पर चर्चा होगी.
राजधानी के होटल ली लैक में आयोजित होनेवाली इस परिचर्चा में सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद और पद्मश्री सुनीता नारायण भी अपने विचार रखेंगी. स्वशासन को लेकर ग्रामीण इलाकों में चल रहे आंदोलन और पहल पर मीडिया से जुड़े लोग विचार-विमर्श करेंगे. देश के अलग-अलग हिस्से में ग्राम स्वराज के लिए संघर्षों पर बात होगी. उल्लेखनीय है कि सीएसइ से जुड़ी डाउन टू अर्थ पत्रिका ने खूंटी के इलाके में पत्थलगड़ी विषय पर तथ्य परक रिपोर्टिंग की है. परिचर्चा में इसको लेकर विशेषज्ञों से राय मांगे जायेंगे. आदिवासी गांवों और प्रशासन के बीच हुए टकराहट के पीछे के कारणों की पड़ताल की है.
ग्रामसभा ने अपनी आजादी का एलान किया है. आजादी के बाद से गांवों की बदहाली और सिस्टम की अनदेखी को उजागर किया है. स्वशासन के लिए ग्रामसभाओं की बेचैनी को परिचर्चा में रेखांकित किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि पंचायती राज व्यवस्था के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर सीएसइ ऐसे आयोजन को महत्वपूर्ण मान रही है.