रांची में खौफ, सोने की चेन पहनकर नहीं निकलती महिलाएं
II अजय दयाल II रांची : राजधानी के जिन इलाकों में इन दिनों चेन छिनतई की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, उनमें बरियातू, मोरहाबादी, चिरौंदी, कुसुम विहार, कडरू, कोकर, अशोक नगर आदि समेत कई पॉश इलाके शामिल हैं. महिलाएं चेन स्नैचरों के लिए सॉफ्ट टारगेट होती हैं. बाइक सवार उचक्के ज्यादातर सुबह और शाम के […]
II अजय दयाल II
रांची : राजधानी के जिन इलाकों में इन दिनों चेन छिनतई की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, उनमें बरियातू, मोरहाबादी, चिरौंदी, कुसुम विहार, कडरू, कोकर, अशोक नगर आदि समेत कई पॉश इलाके शामिल हैं. महिलाएं चेन स्नैचरों के लिए सॉफ्ट टारगेट होती हैं. बाइक सवार उचक्के ज्यादातर सुबह और शाम के वक्त वारदात को अंजाम देते हैं. खासकर उस वक्त, जब महिलाएं सुबह या शाम की सैर करने, दूध या सब्जी लेने या फिर बच्चों को स्कूल बस तक छोड़ने जाती हैं.
चेन स्नैचरों के खौफ से मोरहाबादी मैदान में मॉर्निंग वाक के लिए आनेवाली महिलाओं ने सोने की चेन पहनना छोड़ दिया है. खास बात यह है कि चेन छिनतई के कई मामले तो संबंधित थाने तक पहुंचते ही नहीं हैं.
महिलाएं कहती हैं कि पुलिस के पास जाने से कुछ नहीं होता. क्याेंकि, राजधानी में चेन छिनतई की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक किसी भुक्तभोगी की चेन बरामद नहीं की और न ही किसी अपराधी की धर-पकड़ हुई है.
कुसुम विहार रोड नंबर-7 निवासी रंजू देवी ने बताया कि वह हर सुबह मोरहाबादी मैदान टहलने आती हैं. आये दिन हो रही चेन छिनतई की घटना की जानकारी उनके पति ने उन्हें दी. पति ने हिदायत दी कि सोने की चेन पहनकर बाहर न निकला करें. उसके बाद से उन्होंने सोने के गहने पहनकर बाहर निकलना छोड़ दिया है.
बोड़ेया रोड चिरौंदी के पास एक अपार्टमेंट में रहने वाली स्वाति सिन्हा ने बताया उनके घर के पास में रहनेवाली एक महिला कुछ दिन पहले सुबह दूध लाने जा रही थी. उसी समय बाइक सवार दो उचक्कों ने उसके गले से सोने की चेन छीनने का प्रयास किया. लेकिन, उस महिला ने अपनी चेन पकड़ ली, जिसके कारण चेन टूट कर उनके हाथ में रह गया. उसके बाद से ही स्वाति सिन्हा पैदल घर से अकेली निकलती हैं, तब सोने के गहने नहीं पहनती हैं.
अपर बाजार की रहने वाली कृष्णा मोदी ने बताया कि वह चेन छिनतई की घटनाएं बढ़ने के बाद से उन्होंने सोने के गहने पहनना कम कर दिया है.
शादी-विवाह या किसी खास आयोजन में ही वह सोने के गहने पहनती हैं. कभी-कभी मार्केटिंग करने के लिए जब स्कूटी से निकलती है, तो कान में सोने के टॉप्स पहन लेती है. क्योंकि टॉप्स निकालना आसान नहीं होता. लेकिन सोने की चेन भी वे कभी-कभार ही पहनती हैं.
अब तक हुई घटनाएं
27 फरवरी : पंडरा ओपी क्षेत्र में बाइक सवार दो उचक्कों ने रुक्मिणी देवी के गले से सोने की चेन छीन ली और फरार हो गये.
05 मार्च : सदर थाना क्षेत्र में कोकर बिजली ऑफिस स्थित शिव मंदिर के समीप से एक महिला के गले से सोने की चेन कि छिनतई हो गयी.
13 मार्च : सदर थाना क्षेत्र के बूटी स्थित हनुमान नगर में बिजली विभाग के पूर्व एसडीओ की पत्नी के गले से सोने की चेन की छिनतई.
17 मार्च : लालपुर थाना क्षेत्र के पीस रोड में शारदामोई अपार्टमेंट के सामने पिस्टल के बल पर दो उचक्कों ने दोपहर 3:30 बजे कमला देवी(55 वर्ष) से सोने की चेन छीन ली.
18 मार्च : लालपुर थाना क्षेत्र के मोरहाबादी मैदान में देवी सिंह के गले से सोने की चेन की छिनतई.
20 मार्च : अरगोड़ा थाना क्षेत्र के कडरू में डीएवी कपिलदेव के सामने महिला शिक्षिका के गले से सोने की चेन की छिनतई हो गयी.
21 मार्च : बरियातू रानी बगान में महिला के गले से सोने की चेन की छिनतई.
24 मार्च : बरियातू मोरहबादी के अंतु चौक पर मिनी यादव के गले से सोने की चेन की छिनतई.
26 मार्च : कांके रोड के कैम्ब्रियन स्कूल के पास महिला के गले से सोने की चेन की छिनतई.
24 अप्रैल : पंडरा अोपी क्षेत्र के काजू बगान के समीप महिला के गले से सोने की चेन की छिनतई.
24 अप्रैल : सदर थाना क्षेत्र के सैनिक कॉलोनी में मीना देवी के गले से सोने की चेन की छिनतई.
30 अप्रैल : बरियातू के डॉक्टर्स कॉलोनी में रिम्स की महिला डॉक्टर से घर के पास ही सोने की चेन की छिनतई.
सिटी एसपी अमन कुमार ने कहा है कि कुछ जगहों पर चेन छिनतई की वारदात में कमी आयी है, जबकि कुछ जगहों पर ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं. इसकी समीक्षा की जायेगी. सभी थाना प्रभारियों से रिपोर्ट मांगी गयी है.
चार महीने में हुई वारदात के आधार पर हॉट स्पॉट चिह्नित किये जायेंगे और उन स्थानों पर पीसीआर, माइक, टाइगर मोबाइल की गश्त बढ़ायी जायेगी. सिविल ड्रेस में भी पुलिसकर्मियाें को लगाया जायेगा. जरूरत पड़ी तो पुलिस लाइन से अतिरिक्त बल उन जगहों पर तैनात किया जायेगा. पुराने चेन स्नैचरों पर नजर रखने को कहा गया है.
ऐसा प्रतीत होता है कि नयी उम्र के युवक भी चेन स्नैचिंग कर रहे हैं. उनका पुलिस में कोई रिकॉर्ड नहीं रहता. हर हालत में स्नैचिंग पर अंकुश लगाया जायेगा.