Loading election data...

बेटे तेज की शादी में जायेंगे लालू या नहीं, फैसला 11 मई को

रांची :चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में 27 साल की सजा भुगत रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को हाइकोर्ट से अब तक जमानत नहीं मिली है. शुक्रवार को उनकी याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण मुकदमे की सुनवाई नहीं हो सकी. जस्टिस अपरेश कुमार सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2018 8:50 AM

रांची :चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में 27 साल की सजा भुगत रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को हाइकोर्ट से अब तक जमानत नहीं मिली है. शुक्रवार को उनकी याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण मुकदमे की सुनवाई नहीं हो सकी. जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत ने 11 मई को अगली तिथि तय की है. यह जानकारी लालू प्रसाद के वकील चितरंजन सिन्हा ने मीडिया को दी. राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की 12 मई को शादी है.

इसे भी पढ़ें : लालू प्रसाद को डॉक्टरों ने सत्तू खाने से मना किया, 500 ग्राम दूध के साथ दिया ये डायट चार्ट

राजद सुप्रीमो को कहीं से राहत मिलती नहीं दिख रही है. चारा घोटाला के चक्रव्यूह में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ऐसे फंस गये हैं कि बड़े बेटे के तिलक में भी शरीक नहीं हो पाये. शुक्रवार को हाइकोर्ट में उनकी जमानत पर सुनवाई थी, वह भी टल गयी. यदि 11 मई को उन्हें जमानत मिली, तभी बेटे की शादी में शामिल हो पायेंगे. इसलिए सबकी निगाहें झारखंड हाइकोर्ट पर टिकी थीं.

रांची के रिम्स में इलाज करवा रहे लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप की 12 मई को शादी है. राजद नेताओं और समर्थकों के साथ-सात लालू के वकील को भी उम्मीद है कि राजद बिहार के पूर्व सीएम को सेहत के आधार पर प्रोविजनल बेल मिल जायेगी. शायद यही वजह है कि अब तक लालू की ओर से पेरोल संबंधी कोई याचिका दाखिल नहीं की गयी है.

इसे भी पढ़ें : चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद को हाइकोर्ट से भी नहीं मिली जमानत

ज्ञात हो कि जस्टिस अपरेश सिंह की अदालत में लालू प्रसाद यादवकी प्रोविजनल बेल पिटीशन पर शुक्रवार को सुनवाई है. लालू के वकील प्रभात कुमार के मुताबिक, सुनवाई के दौरान राजद सुप्रीमो की सेहत का हवाला देकर अदालतसे अपील की जायेगी कि लालूप्रसाद को बेहतर इलाज के लिए 12 सप्ताह का प्रोविजनल बेल दिया जाये.

Next Article

Exit mobile version