झारखंड : ”राष्ट्रीय आजीविका एवं कौशल विकास” मेले में जुटेंगे धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र तोमर और रामकृपाल
रांची : धुर्वा स्थित जवाहरस्टेडियम में शनिवार को ‘राष्ट्रीय आजीविका एवं कौशल विकास मेले’ का शुभारंभ होगा. इस मौके पर तीन केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहेंगे. ग्रामीण विकास, पंचायती राज व खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव की उपस्थिति में झारखंड के मुख्यमंत्रीरघुवर दास राष्ट्रीय […]
रांची : धुर्वा स्थित जवाहरस्टेडियम में शनिवार को ‘राष्ट्रीय आजीविका एवं कौशल विकास मेले’ का शुभारंभ होगा. इस मौके पर तीन केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहेंगे. ग्रामीण विकास, पंचायती राज व खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव की उपस्थिति में झारखंड के मुख्यमंत्रीरघुवर दास राष्ट्रीय आजीविका एवं कौशल विकास मेले का उद्घाटन करेंगे. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना द्वारा लाभान्वित छात्र अपना अनुभव साझा करेंगे.
बता दें कि 15 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नयी दिल्ली में राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन का शुभारंभ करने के अवसर पर स्किल इंडिया के बारे में अपना विजन व्यक्त किय था. उन्होंने कहा था कि सरकार ने गरीबी के विरुद्ध युद्ध घोषित किया है और इसमें जीत के लिए प्रतिबद्ध है, प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्येक गरीब और वंचित युवा इस युद्ध में एक सिपाही है.
झारखंड में सब्जी आधारित विश्वस्तरीय उद्यम शुरू करने की योजना : मुख्यमंत्री
वैश्विक कंपनी डी. एम. कैपिटल लिमिटेड तथा इंटरनेशनल ट्रेसबिलीटी सिस्टम लिमिटेड ने झारखंड में सब्जी आधारित उद्योग में 10 करोड़ डालर से अधिक के निवेश की इच्छा प्रकट की है. सरकारी प्रवक्ता के अनुसार यह जानकारी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में दी. एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री दास ने लंदन की डी. एम. कैपिटल लिमिटेड तथा इंटरनेशनल ट्रेसबिलीटी सिस्टम लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने इस काम में प्रथम चरण में राज्य में 10 करोड़ डालर का निवेश करने की बात कही है.
प्रवक्ता ने बताया कि प्रथम चरण में हजारीबाग, रांची, रामगढ़, लोहरदगा के पांच लाख हेक्टेयर भूमि में स्थानीय किसानों की भागीदारी से उच्च गुणवत्ता की सब्जियों का उत्पादन शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस बातपर जोर दिया कि इस परियोजना में सब्जी उत्पादन का यह कार्य पूर्णतः जैविक कृषि पर आधारित हो तथा अधिक से अधिक महिला और जनजातीय कृषकों को इससे जोड़ा जाए.
उन्होंने कहा कि कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में किसानों को भी हिस्सा मिले ताकि उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिल सके. दास के अनुसार इस परियोजना में बीन्स, गाजर, टमाटर इत्यादि की खेती और प्रसंस्करण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और किसानों को तकनीक एवं कृषि पद्धति के आधुनिकतम तरीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.