पूरे राज्य में गर्मी का प्रकोप. लू के थपेड़ों से झारखंड का जनजीवन अस्त-व्यस्त
रांची :पूरे राज्य में गर्मी का प्रकोप है, जिसकी वजह से हर जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है. साथ ही दोपहर के वक्त चलने वाली लू ने परेशानी और बढ़ा दी है. इधर, सोमवार को पहली बार राजधानी का पारा भी 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया.
मौसम विभाग ने राजधानी का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया. डालटेनगंज का पारा 43.9 डिग्री सेल्सियस और जमशेदपुर का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार रिकाॅर्ड किया गया. डालटेनगंज और आसपास के जिलों में बढ़ते तापमान के कारण पलामू टाइगर रिजर्व में एक चार साल के हाथी की मौत लू लगने से हो गयी.
कोयला खनन वाले इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा : कोयला खनन वाले जिलों में भी अधिकतम तापमान 40 से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. उधर, खलारी में भी सोमवार को माइंस रेस्क्यू स्टेशन में दोपहर एक बजे 44 डिग्री सेल्सियस तापमान मापा गया.
सोमवार को दोपहर एक बजे माइंस रेस्क्यू स्टेशन डकरा में तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस डिग्री रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि 11 मई तक इसी तरह की स्थिति रहेगी. तेज गर्मी पड़ने के कारण कहीं-कहीं तेज हवा और गर्जन के साथ बारिश हो सकती है.
कहीं-कहीं तेज हवा और गर्जन के साथ हो सकती है बारिश
राज्य के कई क्षेत्रों के तापमान की स्थिति
स्थान अधिकतम न्यूनतम
रांची 40.5 26.4
जमशेदपुर 40.0 27.3
चाईबासा 41.0 25.2
डालटेनगंज 43.9 28.9
खलारी 44.0 —
डकरा 42.1 —
बढ़ती गर्मी में बिजली की आंख-मिचौली ने बढ़ायी राजधानीवासियों की परेशानी
रांची : गर्मी के इस मौसम में लगातार हो रहे पावर कट से राजधानीवासी परेशान हैं. दिन में बिजली काटी जाती है, तो बताया जाता है कि केबलिंग का काम करने के लिए बिजली काटी गयी है, लेकिन रात में भी घंटों बिजली काटी जा रही है. न सिर्फ राजधानी, बल्कि आसपास के इलाकों में बिजली की आंख-मिचौली जारी है.
रातू सब स्टेशन के उपभोक्ता बिजली की अनियमित आपूर्ति से परेशान हैं. रातू, चट्टी सहित अन्य संबंधित इलाकों के उपभोक्ताओं की शिकायत है कि हर दिन लोड शेडिंग के कारण बिजली कट जा रही है. उधर, विभाग के अधिकारी ने कहा कि स्थानीय खराबी को दूर करने के कारण बिजली बंद थी.
रातू फीडर से स्थानीय खराबी को दूर करने व ग्रामीण फीडर से तेज हवा चलने के कारण ट्रिप करने की वजह से थोड़ी देर बिजली बंद रही. जिससे काठीटांड़, ब्लॉक चौक, दलादिली सहित अन्य इलाके के उपभोक्ता परेशान रहे.
आइटीआइ सब स्टेशन में ट्रांसफारमर जला : आइटीआइ सब स्टेशन के उपभोक्ता बिजली की किल्लत से परेशान हैं. इस सब स्टेशन के पांच एमवीए का पावर ट्रांसफारमर पिछले दिनों जल गया था. विभाग की अोर से संभवत: मंगलवार को इसे बदला जायेगा. इसके बदल जाने के बाद ही बिजली सामान्य हो पायेगी.
पलामू में भी कहर ढा रही गर्मी, बेतला पार्क में लू लगने से नर हाथी की मौत
बेतला : पलामू टाइगर रिजर्व का बेतला नेशनल पार्क इन दिनों प्रचंड गर्मी की मार झेल रहा है. शुक्रवार को यहां चार वर्षीय एक नर हाथी की मौत लू लगने से हो गयी. उसके शव को वन कर्मियों ने गश्ती के दौरान देखा था. पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को दफना दिया गया है. कुछ दिनों पूर्व एक वाइसन की मौत भी लू लगने से हो गयी थी. वहीं, पार्क के अंदर पिछले दो महीने में तीन लंगूर और पांच बंदरों के शव भी देखे गये थे.
पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक एमपी सिंह ने बताया कि इन दिनों तापमान 42 डिग्री से ऊपर है. इस कारण जंगली जानवर स्वयं को असहज महसूस कर रहे हैं. हाथी के पोस्टमार्टम के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि उसकी मौत लू लगने से ही हुई है.
बेतला नेशनल पार्क सहित पूरे पलामू टाइगर रिजर्व में प्राकृतिक जलाशय या तो सूख गये हैं या उनमें पर्याप्त पानी नहीं है. जंगली जानवरों को प्यास बुझाने के अलावा जलक्रीड़ा के लिए भी पानी की जरूरत होती है. हालांकि, वन विभाग के द्वारा टैंकर से पानी की आपूर्ति करायी जाती है, लेकिन गर्मी के कारण वह पानी गर्म हो जाता है. इसलिए जंगली जानवर उस पानी को पीना नहीं चाहते हैं.
बहुत अधिक गर्मी के कारण हाथी हीट स्ट्रोक से मर गया. उसकी उम्र चार-पांच साल होगी. जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है.
एलआर सिंह, पीसीसीएफ, वन्य प्राणी
पानी की तलाश में हिरण भी भटक रहे हैं
पलामू टाइगर रिजर्व में पानी की समस्या से जंगली जानवर परेशान हैं. सूचना है कि कई हिरण पानी की खोज में भटक रहे हैं, जिसका शिकार जंगल से सटे गांवों के लोग कर रहे हैं. हालांकि, वन विभाग के द्वारा जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं, लेकिन वह नाकाम साबित हो रहा है.
करीब एक दर्जन हाथियों की हो चुकी है मौत
पलामू टाइगर रिजर्व में पिछले डेढ़ साल में करीब एक दर्जन हाथियों की मौत विभिन्न कारणों से हो चुकी है. इसी साल यहां एक हाथी के शिकारियों द्वारा मारे जाने की शिकायत भी मिली थी. एक हाथी की मौत गड्ढे में गिर जाने से हुई थी. हाल ही में यहां तीन नर हाथी मैसूर से लाये गये हैं.