कम अंक मिले, दबाव बनाया, अब बीएड की कॉपी फिर जांची जायेगी

रांची : रांची विवि में कम अंक मिलने पर अब विद्यार्थी विवि प्रशासन पर दबाव बनाते हैं. इसके बाद विवि प्रशासन को छात्र हित में पुनर्मूल्यांकन या विशेष परीक्षा लेनी पड़ रही है. विवि अंतर्गत लगभग 17 बीएड कॉलेज के कई विद्यार्थियों को कुछ पेपर में पासमार्क से एक या दो अंक कम मिले हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2018 5:32 AM

रांची : रांची विवि में कम अंक मिलने पर अब विद्यार्थी विवि प्रशासन पर दबाव बनाते हैं. इसके बाद विवि प्रशासन को छात्र हित में पुनर्मूल्यांकन या विशेष परीक्षा लेनी पड़ रही है. विवि अंतर्गत लगभग 17 बीएड कॉलेज के कई विद्यार्थियों को कुछ पेपर में पासमार्क से एक या दो अंक कम मिले हैं. इससे काफी संख्या में विद्यार्थी प्रोमोटेड हो गये हैं. विद्यार्थियों ने विवि प्रशासन पर काफी दबाव बनाया. शनिवार को भी विवि परीक्षा बोर्ड की बैठक के समय काफी संख्या में बीएड के विद्यार्थी खड़े थे. अंतत: कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में बोर्ड ने संबंधित पेपर के पुनर्मूल्यांकन कराने का फैसला लिया.

विवि का कहना है कि 40 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी के फेल होने पर विवि संबंधित पेपर का पुनर्मूल्यांकन करा सकता है. बैठक में बीटेक परीक्षा में दो सेमेस्टर में कम से कम 46 क्रेडिट अंक नहीं आने की स्थिति में सेमेस्टर तीन में विद्यार्थियों का परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक लगाने के बाद विवि द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर छात्र हित में समर विशेष परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा बैठक में स्नातक में विवि द्वारा बार-बार परीक्षा रूटीन बदलने की स्थिति में 24 अप्रैल व तीन मई की परीक्षा में बैठने से कई विद्यार्थी वंचित रह गये. बोर्ड ने इसके लिए भी विशेष परीक्षा लेने का निर्णय लिया. विवि प्रशासन ने एेसे विद्यार्थियों की सूची 10 मई तक संबंधित कॉलेज के प्राचार्य से मांगी थी. बैठक में राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के एक छात्र बबलू तिवारी (सत्र 2013-15) के एक पेपर की उत्तरपुस्तिका खो जाने व नहीं मिलने की स्थिति में विवि प्रशासन ने उक्त पेपर की फिर से परीक्षा लेने व विद्यार्थी के इसमें शामिल होने की अनुमति प्रदान कर दी है. बैठक में रिनपास के संजय भोक्ता के पीएचडी रिजल्ट तथा पीजी अंग्रेजी की मनीषा साहू के इंटरनल मार्क्स मामले की भी स्वीकृति प्रदान कर दी. इसके अलावा बैठक में पीएचडी रिजल्ट को स्वीकृति दी गयी. केअो कॉलेज में टीआरएल में पीजी खोलने के प्रस्ताव को एकेडमिक काउंसिल में भेज दिया गया. बैठक में प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार, रजिस्ट्रार डॉ एके चौधरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ एके झा सहित डीन डॉ आइकेचौधरी, डॉ वीवीएन पांडेय, डॉ जीपी श्रीवास्तव व अन्य सदस्य उपस्थित थे.

पीएचडी रजिस्ट्रेशन को मिली स्वीकृति

रांची. रांची विवि रिसर्च काउंसिल ने रिनपास व सीआइपी में पीएचडी रजिस्ट्रेशन की स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने की. बैठक में प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार, डीन आइके चौधरी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.

पीजी दर्शनशास्त्र में 14 से परीक्षा

रांची. रांची विवि अंतर्गत पीजी दर्शनशास्त्र विभाग में एमफिल (सत्र 2017-18) की इंटरनल परीक्षा 14 मई 2018 से शुरू होगी. परीक्षा दो पालियों में होगी. सभी एमफिल दर्शनशास्त्र के विद्यार्थियों को अपने-अपने एसाइनमेंट के साथ परीक्षा में शामिल होने का निर्देश दिया गया है.

छात्रों को विशेष परिस्थिति में डिग्री दी गयी

रांची : रांची विवि में परीक्षा नियंत्रक की अनुपस्थिति में कुलपति व प्रतिकुलपति ने डिग्री में सशर्त सीधे हस्ताक्षर किये. इनमें बीटेक व पीजी की डिग्री शामिल हैं. छात्रों की आवश्यता को देखते हुए कुलपति ने ऐसा किया. आम तौर पर परीक्षा नियंत्रक की अनुशंसा के आधार पर ही कुलपति व प्रतिकुलपति डिग्री में हस्ताक्षर करते हैं. हालांकि विद्यार्थियों को कार्य हो जाने के बाद मूल डिग्री प्रमाण पत्र विवि में लाकर परीक्षा नियंत्रक से अनिवार्य रूप से हस्ताक्षर करा लेने की हिदायत दी गयी है.

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