अध्यक्ष की निजी जमीन पर सांसद कोटे से बना है भवन
रांची : इरबा को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष अनवार अहमद अंसारी की निजी जमीन पर 10 लाख रुपये का लागत से सांसद कोटे से भवन बना है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के राज्यसभा सदस्य डॉ केडी सिंह ने इस भवन के लिए अपने कोटे से राशि दी थी. तिगरा बुनकर सहयोग समिति में अनवार अहमद की सदस्यता […]
रांची : इरबा को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष अनवार अहमद अंसारी की निजी जमीन पर 10 लाख रुपये का लागत से सांसद कोटे से भवन बना है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के राज्यसभा सदस्य डॉ केडी सिंह ने इस भवन के लिए अपने कोटे से राशि दी थी. तिगरा बुनकर सहयोग समिति में अनवार अहमद की सदस्यता पर जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली है.
सहकारिता विभाग को इस बात की शिकायत मिली है कि दी छोटानागपुर रिजनल हैंडलूम वीवर्स को-ऑपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष अनवार अहमद अंसारी को गलत ढंग से तिगरा बुनकर सहयोग समिति का सदस्य बनाया गया था.
विभाग ने इस शिकायत की जांच के दौरान पाया कि अनवार अहमद अंसारी ने वर्ष 2009 में इसराफिल अंसारी से दो डिसमिल जमीन खरीदी थी. तिगरा बुनकर सहयोग समिति के अध्यक्ष इसराफिल अंसारी ने खाता नंबर 71 प्लॉट नंबर 300 की 11 डिसमिल जमीन में से दो डिसमिल जमीन 15 हजार रुपये में अनवार अहमद अंसारी से बेची थी.
जांच में पाया गया कि इस जमीन पर एक मकान बना हुआ है. इसराफिल अंसारी ने जांच अधिकारी को बताया कि मकान और जमीन अनवार अहमद अंसारी की है. हालांकि, ग्रामीणों ने जांच अधिकारी को यह सूचना दी कि अनवार अहमद की जमीन पर सांसद कोटे से बुनकर शेड के नाम पर मकान बना है. सांसद कोटे के किये गये निर्माण कार्यों की जांच के दौरान ग्रामीणों द्वारा दी गयी सूचना सही साबित हुई.
निजी जमीन पर सांसद कोटे से नहीं हो सकता निर्माण कार्य
जांच में पाया गया कि राज्यसभा सांसद डॉ कंवर दीप सिंह ने रातू के तिगरा गांव में तिगरा के बुनकरों के लिए चरखा शेड बनाने की अनुशंसा की थी. सांसद की अनुशंसा के आलोक में चरखा शेड बनाने की जिम्मेदारी जिला परिषद को सौंपी गयी. इसके बाद जिला अभियंता की देखरेख में इसका निर्माण कराया गया. नियमानुसार किसी की निजी जमीन पर सांसद कोटे से किसी तरह का निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है.