स्वच्छता सर्वेक्षण में झारखंड बेस्ट परफॉर्मर, रैंकिंग जारी, इंदौर बना भारत का सबसे स्वच्छ शहर
केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्री ने की घोषणा, इंदौर बना भारत का सबसे स्वच्छ शहर रांची : स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के प्रतिस्पर्धा में शामिल देश के 4041 शहरों के परफॉर्मेंस के आधार पर केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नयी दिल्ली में बुधवार को विभिन्न केटोगरी में स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड […]
केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्री ने की घोषणा, इंदौर बना भारत का सबसे स्वच्छ शहर
रांची : स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के प्रतिस्पर्धा में शामिल देश के 4041 शहरों के परफॉर्मेंस के आधार पर केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नयी दिल्ली में बुधवार को विभिन्न केटोगरी में स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड की घोषणा की. स्वच्छ भारत मिशन के तहत हो रहे कार्यों में (बेस्ट परफॉर्मिंग) झारखंड को पहला स्थान प्राप्त हुआ है.
दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र ने अपनी जगह बनायी है. पिछले वर्ष 2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण में झारखंड को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था. 2016 में झारखंड काफी पीछे था. पिछले दो वर्ष में झारखंड ने तेजी से इसमें छलांग लगाया है.
सिटीजन फीडबैक में रांची अव्वल : देश भर के राज्यों की राजधानी की स्वच्छता रैंकिंग में सिटीजन फीडबैक के मामले में रांची ने पहला स्थान प्राप्त किया है.
एक लाख से तीन लाख आबादी वाले शहरों में सिटीजन फीडबैक के मामले में गिरिडीह पहले स्थान पर रहा. देश के इस्ट जोन में एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में बुंडू को क्लीनेस्ट सिटी का अवार्ड मिला है.
इस्ट जोन में ही चाईबासा को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. इनोवेशन और बेस्ट प्रैक्टिस के मामले में इसी श्रेणी में झारखंड के पाकुड़ को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. आनेवाले समय में भारत सरकार जल्द ही सभी शहरों की स्वच्छता रैंकिंग भी जारी करेगी.
झारखंड : सभी 41 शहरों की रैंकिंग पहले से बेहतर
किस शहर को क्या मिला
गिरिडीह : एक से तीन लाख आबादीवाले शहरों में सिटिजन फीडबैक में पहले स्थान पर
रांची : सिटीजन फीडबैक में राजधानियों में अव्वल
बुंडू : एक लाख से कम आबादी वाले इस्ट जोन के शहरों में क्लीनेस्ट सिटी का अवार्ड
पाकुड़ : इस्ट जोन में इनोवेशन और
बेस्ट प्रैक्टिस के मामले में प्रथम
चाईबासा : इस्ट जोन में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में प्रथम स्थान
4041 शहरों का सर्वेक्षण हुआ
एक लाख से अधिक की आबादी वाले 500 शहरों की राष्ट्रीय रैंकिंग की गयी
एक लाख से कम आबादी वाले 3541 शहरों की राज्य स्तर व जोनल रैंकिंग की गयी
इसके लिए पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिण, उत्तरी और उत्तर पूर्व पांच जोन बनाया गया था
जो बदलाव किये गये
प्रदेश के सभी शहर में डोर टू डोर कचरा उठाव सुनिश्चित किया गया
शहरों में दो शिफ्ट में कचरा का उठाव शुरू हुआ
कचरा के ट्रांसपोर्टेशन व जीआइएस टैगिंग हुआ
निकायों के कार्यों का सही तरीके से डॉक्यूमेंटेशन शुरू हुआ
ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सूखा व गीला कचरा अलग करने की व्यवस्था
छोटे शहरों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया
प्रदेश के सभी शहरों को ओडीएफ किया गया
शौचालयों में पानी की उपलब्धता और रखरखाव पर दिया गया विशेष ध्यान यह हमारे लिए गर्व का विषय है. मैं राज्य के नागरिकों को साधुवाद देना चाहता हूं, जिनके प्रयास से झारखंड बेस्ट परफॉर्मिंग बना. नगर विकास मंत्री, विभाग के अधिकारी, नगर निकाय के अधिकारी-कर्मचारी सभी बधाई के पात्र हैं. आनेवाले समय में हमें अपने अन्य शहरों को भी बेस्ट रैंकिंग में शामिल कराना है.
– रघुवर दास, मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो सपना है, दो अक्तूबर 2019 को स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि स्वरूप बापू के चरणों में सौंपा जाये, उसको लेकर झारखंड पूरी तरह से तैयार है. मुख्यमंत्री रघुवर दास के कुशल नेतृत्व में झारखंड लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है.
– सीपी सिंह, नगर विकास मंत्री
दो अक्तूबर 2014 को
पीएम ने की थी स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत
2016 में इस प्रतिस्पर्धा में कुल 73 और 2017 में कुल 434 शहरों ने हिस्सा लिया था
चार जनवरी से 10 मार्च तक सर्वेक्षण चला. झारखंड के सभी 41 नगर निकाय शामिल हुए थे
सर्वेक्षण के लिए ऑनलाइन और भौतिक सत्यापन की व्यवस्था की गयी थी. कुल 4000 अंक निर्धारित किये गये थे. सर्विस लेवेल प्रोग्रेस के लिए 1400 अंक का प्रावधान था
डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के लिए 1200 अंक और सिटीजन फीडबैक के लिए 1400 अंक