रांची : शहर को पानी दीजिये, वरना जनता सड़कों पर उतर जायेगी

रांची : नगर निगम बोर्ड की बैठक की शुरुआत नवनिर्वाचित 53 वार्ड पार्षदों के स्वागत के साथ हुई. बैठक शुरू होते ही वार्ड पार्षदों ने पानी की किल्लत का मुद्दा उठा दिया. सभी ने एक स्वर में कहा कि हर दिन सुबह उनके घर के बारह सैकड़ों लोग जमा हो रहे हैं. सबकी एक ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2018 8:30 AM
रांची : नगर निगम बोर्ड की बैठक की शुरुआत नवनिर्वाचित 53 वार्ड पार्षदों के स्वागत के साथ हुई. बैठक शुरू होते ही वार्ड पार्षदों ने पानी की किल्लत का मुद्दा उठा दिया. सभी ने एक स्वर में कहा कि हर दिन सुबह उनके घर के बारह सैकड़ों लोग जमा हो रहे हैं. सबकी एक ही मांग है कि उन्हें पीने का पानी चाहिए. भला वार्ड पार्षद कहां से इतने लोगों को पानी पिला सकेगा. इसलिए निगम अपने टैंकरों की संख्या बढ़ाये. साथ ही हर वार्ड में कम से कम एक हाइड्रेंट (रिफिलिंग स्टेशन)का निर्माण कराये, जहां से वे टैंकर में पानी भर कर मोहल्ले में बांट सकें.
पीएचइडी के अभियंताओं पर बरसे वार्ड पार्षद : बैठक में अधिकतर वार्ड पार्षदों की शिकायत थी कि उनके मोहल्ले में दो से तीन साल पहले पाइप लाइन बिछी है. लेकिन, उसमें पानी नहीं आ रहा है. लोग प्रतिदिन घर में आकर कहते हैं कि आखिर पाइप लाइन बिछी है, तो पानी क्यों नहीं आ रहा है?
हम जनता को जवाब देने में असमर्थ हैं. इस पर पीएचइडी के अभियंताओं ने कहा कि नयी पाइप लाइन में पानी तब तक नहीं भेजा जा सकता है, जब तक हम नये सिरे से संप का निर्माण नहीं करवा लें. अगर बिछायी गयी इन पाइप लाइनों को मुख्य पाइप से जोड़ दिया जाये, तो हो सकता है कि जिन मोहल्लों में अभी पानी पहुंच रहा है, वहां पानी न पहुंचे. इसलिए नयी बिछायी गयी पाइप लाइनों काे मुख्य पाइपों से नहीं जोड़ा जा रहा है.
नहीं बना एक भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम : रांची नगर निगम ने दो साल पहले हर वार्ड में मॉडल रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने का निर्णय लिया था. लेकिन, एक भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण अब तक नहीं हुआ है. बुधवार को हुए इस बैठक में नगर आयुक्त इस बात पर वाटर बोर्ड के अभियंता व सिटी मैनेजर पर भी भड़के. नगर आयुक्त ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि इस सेक्शन में बैठे अधीक्षण अभियंता से लेकर कार्यपालक अभियंता व सिटी मैनेजर कर्तव्यहीन हो चुके हैं. उनकी कोई जिम्मेदारी इस शहर के लिए नहीं है.
एक सप्ताह में 25 बार फोन किया, फोन नहीं उठाया : वार्ड नंबर- 27 के पार्षद ओमप्रकाश ने हेल्थ अफसर डॉ किरण पर आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले एक सप्ताह में हेल्थ अफसर को 25 बार फोन लगाया. लेकिन, हेल्थ अफसर ने फोन नहीं उठाया. पार्षद के इस आरोप पर नगर आयुक्त ने कहा कि वे ऐसी गलती बरदाश्त नहीं करेंगे. अगर किसी पार्षद के साथ कोई भी अधिकारी इस प्रकार का हरकत करता है, तो पार्षद इसकी लिखित शिकायत करें. ऐसी गलती को माफ नहीं किया जायेगा.
बस स्टैंड पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा, मुक्त करायें : वार्ड पार्षद वेदप्रकाश सिंह ने नगर अायुक्त से कहा कि धुर्वा बस स्टैंड में बने रैन बसेरा में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग रहा है. बस स्टैंड परिसर में भी ऐसे ही लोगों का कब्जा है. इसलिए पूरे बस स्टैंड का सर्वे कराकर इसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाये. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वे जल्द ही इसकी जांच करायेंगे.
कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी कैसे बन गया टाउन प्लानर : बैठक में वार्ड पार्षद ओमप्रकाश ने सवाल उठाया कि एक कॉन्ट्रैक्ट का कर्मचारी आखिर कैसे नगर निगम का टाउन प्लानर बन गया है. जबकि, उस पर कई तरह के गंभीर आरोप हैं. इसलिए इसे टाउन प्लानर न बनाते हुए इसकी नियुक्ति को वापस सरकार के पास भेजा जाये.
सांसद ने 10 टैंकर देने की घाेषणा की : बैठक में वार्ड 21 के पार्षद मो एहतेशाम के मांग पर सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि वे जल संकट काे देखते हुए नगर निगम काे 10 टैंकर देंगे. श्री पोद्दार ने कहा कि पानी बचाने के लिए अब जनता भी जागरूक हो.
बैठक में ये लोग थे मौजूद : बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, सांसद महेश पोद्दार, नगर आयुक्त डॉ शांतनु अग्रहरि, सहायक कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ष्ण कुमार आदि उपस्थित थे.

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