13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

राष्ट्रीय युवा दिवस पर राज्य के 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य, रांची विवि को मिला 3200 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य

मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को लिखा पत्र रोजगार के इच्छुक विद्यार्थी चांसलर पोर्टल पर करा सकते हैं पंजीयन रांची : राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर 12 जनवरी 2019 तक राज्य के एक लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर मुख्य सचिव ने […]

मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को लिखा पत्र
रोजगार के इच्छुक विद्यार्थी चांसलर पोर्टल पर करा सकते हैं पंजीयन
रांची : राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर 12 जनवरी 2019 तक राज्य के एक लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर मुख्य सचिव ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र लिखा है. सभी विश्वविद्यालयों के लिए युवाओं को रोजगार देने को लेकर लक्ष्य तय किया गया है.
रांची विश्वविद्यालय को 3200, विनोबा भावे विश्वविद्यालय को 2200, सिद्धो-कान्हू विवि दुमका को 1300, नीलांबर-पीतांबर विवि को 800, कोल्हान विवि को 2100, बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय को 2200 व डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि को 700 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य दिया गया है. विश्वविद्यालय को रोजगार के लिए दिये लक्ष्य को विवि के अंगीभूत, संबद्धता प्राप्त व अल्पसंख्यक कॉलेज के बीच बांटने को कहा गया है. रोजगार के इच्छुक विद्यार्थी चांसलर पोर्टल पर अपना पंजीयन करा सकते हैं.
12,500 के लक्ष्य प्राप्ति के लिए 30 हजार विद्यार्थियों का पंजीयन कराने को कहा गया है. पंजीकरण कार्य मई के अंत तक पूरा कर लेने को कहा गया है. विद्यार्थियों को 500 रुपये पंजीयन शुल्क देना होगा. इसके लिए कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. एक लाख नियुक्ति पत्र वितरण की शुरुआत मुख्यमंत्री 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर चाईबासा में नियुक्ति पत्र वितरण से करेंगे.
12 जनवरी 2019 तक राज्य के एक लाख युवाओं को रोजगार देने का रखा गया है लक्ष्य
रांची विवि में नौ कर्मियों का विभाग बदला
रांची : रांची विवि प्रशासन ने परीक्षा विभाग में दो कर्मचारियों पर लगे आरोप के बाद उन्हें हटा दिया है. प्रभारी कुलपति प्रो कामिनी कुमार के आदेश से विवि के नौ कर्मचारियों का विभाग बदल दिया गया है. जानकारी के अनुसार परीक्षा विभाग में कार्यरत नसीम अालम को वहां हटा कर स्नातकोत्तर उर्दू विभाग भेज दिया गया है. इन पर एक छात्र ने काम कराने के एवज में रुपये लेने का आरोप लगाया था. कुलपति व प्रतिकुलपति स्वयं इसकी जांच करने परीक्षा विभाग पहुंच गये थे.
हालांकि नसीम ने इस आरोप को मनगढ़ंत बताया था. इसी प्रकार परीक्षा विभाग में एक बाहरी व्यक्ति से काम कराने के आरोप में नागेश्वर मंडल को भी हटा दिया गया है. उन्हें स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग भेज दिया गया है.
विवि प्रशासन ने परीक्षा विभाग में कार्यरत अवधेश कुमार को स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग, डीबी टंडन को स्नातकोत्तर राजनीतिशास्त्र विभाग से परीक्षा विभाग, ललन कुमार को स्नातकोत्तर वनस्पतिशास्त्र विभाग से सामान्य शाखा ए, बी बागची को केंद्रीय पुस्तकालय से परीक्षा विभाग, अरुण सरकार को सामान्य शाखा ए से परीक्षा विभाग, रवि मिंज को केंद्रीय पुस्तकालय से परीक्षा विभाग अौर जर्नादन लाल को स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग से परीक्षा विभाग भेजा गया है.
रांची विवि प्रशासन ने तीन शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति परीक्षा नियंत्रक को सहयोग करने के लिए की
रांची : रांची विवि के परीक्षा विभाग में 11 अोएसडी की नियुक्ति की जगह अब विवि प्रशासन ने परीक्षा नियंत्रक को सहयोग करने के नाम पर तीन शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर दी है.
इनमें स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के शिक्षक डॉ राजकुमार शर्मा को परीक्षा विभाग में स्क्रूटनी, आरटीआइ कार्य के अलावा परीक्षा नियंत्रक की अनुपस्थिति में उनका कार्य देखने को कहा गया है. इसी प्रकार स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग के शिक्षक डॉ राजकुमार सिंह परीक्षा विभाग में वोकेशनल व बीएड का कार्य देखेंगे. इसी प्रकार स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र विभाग के शिक्षक राजेश उपाध्याय को परीक्षा विभाग में एमए, एमएससी, एमकॉम, इंजीनियरिंग व मेडिकल से संबंधित कार्य में परीक्षा नियंत्रक को सहयोग करने की जिम्मेदारी दी गयी है.
मालूम हो कि विवि प्रशासन ने पूर्व में 11 अोएसडी की नियुक्ति परीक्षा विभाग में कर दी थी. लेकिन विवि प्रशासन ने किस एक्ट के तहत इतने अोएसडी एक ही विभाग में नियुक्त किये थे, इसे स्पष्ट नहीं किया था. बाद में मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
बाहरी व्यक्ति के काम करने के मामले में जांच कमेटी बनी
रांची : रांची विवि के परीक्षा विभाग में बाहरी व्यक्ति के 10 माह से काम करने व विवि प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगने के मामले में विवि प्रशासन ने अब जाकर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी के अध्यक्ष डीएसडब्ल्यू डॉ पीके वर्मा बनाये गये हैं.
इसके अलावा कमेटी में प्रॉक्टर डॉ दिवाकर मिंज को सदस्य अौर विवि के उप कुलसचिव टू अजय लकड़ा को सदस्य सचिव बनाया गया है. कमेटी को यथाशीघ्र जांच कर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है. मालूम हो कि एमसीए का एक छात्र 10 माह से विवि के परीक्षा विभाग में कार्य कर रहा था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें