मानसिक रोगों के बारे में समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत : कुलपति
सीआइपी ने मनाया 101वां स्थापना दिवस समारोह रांची/कांके : नेशनल लॉ विवि के कुलपति गौतम कुमार चौधरी ने कहा है कि भारतीय समाज में मानसिक रोगों व समस्याअों को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं. इससे निपटने के लिए चिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों, समाज के प्रबुद्ध लोगों व विभिन्न संस्थाअों से जुड़े लोगों को आगे आना […]
सीआइपी ने मनाया 101वां स्थापना दिवस समारोह
रांची/कांके : नेशनल लॉ विवि के कुलपति गौतम कुमार चौधरी ने कहा है कि भारतीय समाज में मानसिक रोगों व समस्याअों को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं. इससे निपटने के लिए चिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों, समाज के प्रबुद्ध लोगों व विभिन्न संस्थाअों से जुड़े लोगों को आगे आना होगा. युवा वर्ग को भी आगे आकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
श्री चौधरी गुरुवार को केंद्रीय मन:चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) के 101वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. कुलपति ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को स्कूली शिक्षा व्यवस्था से जोड़ कर विद्यार्थियों को बताना होगा. उन्होंने कहा कि मनोचिकित्सा एक जटिल क्षेत्र है. सामान्य अौर असामान्य व्यवहार में बहुत कम का अंतर है. ऐसे में इसको जानना चुनौतीपूर्ण कार्य है.
सीआइपी के निदेशक डॉ डी राम ने कहा कि इस संस्थान का इतिहास काफी गौरवपूर्ण रहा है. संस्थान को अॉटोनोमस बनाने की दिशा में प्रक्रिया चल रही है. कई दुर्लभ व महंगी जांच इस संस्थान में होने लगे. नये-नये कोर्स शुरू हुए. इसीटी लिथियटम, साइको सर्जरी,
एमएमआरआइ आदि एेसी जांच मशीन हैं, जो इस संस्थान में लगे हैं अौर इससे मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में इलाज व शोध कार्य में मदद मिल रही है. इस संस्थान में 14 स्पेशल क्लिनिक चल रहे हैं.
मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है. इस अवसर पर सीआइपी पर बनी फिल्म सीआइपी ए अनटोल्ड स्टोरी का ट्रेलर रिलीज किया गया. साथ ही सीआइपी न्यूज बुलेटिन व एलुमनी पत्रिका का विमोचन किया गया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय मुंडा ने किया. उदघाटन सत्र के बाद पॉजिटिव मेंटल हेल्थ विषय पर तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया.
कई चिकित्सक पुरस्कृत
स्थापना दिवस समारोह में डॉ निशांत विभास को बेस्ट सीनियर रेसिडेंट चुना गया. वहीं, डॉ वेद प्रशांत को जूनियर रेसिडेंट, रंजना कुमारी को अोटी वर्कर, असीमा मिश्रा को बेस्ट स्टूडेंट, सत्येंद्र ठाकुर को बेस्ट प्यून, नंदु तिर्की को बेस्ट मजदूर, नीरावती एक्का को बेस्ट नर्सिंग स्टाफ, धर्मदास तिर्की को बेस्ट मेल अटेंडेंट व शिशिलिया एक्का को फिमेल अटेंटेंड, राजकुमार को बेस्ट मेल सफाईवाला अौर कमली देवी को बेस्ट फिमेल सफाईवाला का पुरस्कार दिया गया.