रांची : सड़कों के किनारे दुकान लगानेवाले जल्द जायेंगे मॉल में, सम्मान के साथ कर सकेंगे रोजगार

सड़कों के किनारे दुकान लगानेवालों के लिए जल्द तैयार हो जायेगा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स सम्मान के साथ कर सकेंगे रोजगार रांची : राजधानी में फुटपाथ दुकानदारों द्वारा सड़कों का अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है. मेन रोड शहर की सबसे प्रमुख सड़क है, जिस पर सबसे ज्यादा फुटपाथ दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किया जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 6:47 AM
सड़कों के किनारे दुकान लगानेवालों के लिए जल्द तैयार हो जायेगा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स
सम्मान के साथ कर सकेंगे रोजगार
रांची : राजधानी में फुटपाथ दुकानदारों द्वारा सड़कों का अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है. मेन रोड शहर की सबसे प्रमुख सड़क है, जिस पर सबसे ज्यादा फुटपाथ दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किया जाता है. रांची नगर निगम द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है, लेकिन कुछ दिनों बाद दोबारा यहां सड़क के किनारे दुकानें सज जाती हैं. फुटपाथ दुकानदारों के लिए स्थायी वेंडिंग जोन का न होना इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है.
रांची नगर निगम इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए जयपाल सिंह स्टेडियम में एक भव्य मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स बनवा रहा है. खास बात यह है कि पूर्वी भारत के किसी भी राज्य में सरकार द्वारा इस तरह का मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स नहीं बनाया गया है. राजधानी के इसी भव्य मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण और उसकी खूबियों को लेकर प्रस्तुत है दुष्यंत तिवारी और राज कौशिक की रिपोर्ट.
राजधानी के जयपाल सिंह स्टेडियम में भव्य मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण की लागत करीब 40 करोड़ रुपये है. इसके निर्माण का जिम्मा कोलकाता की कंपनी सिंगल इंटरप्राइजेज को मिला है.
जबकि भवन का नक्शा चड्ढा एसोसिएट ने तैयार किया है. निर्माण कार्य अगस्त 2016 में शुरू हुआ था और इसे पूरा करने के लिए कंपनी को जुलाई 2018 तक का समय दिया गया था. खास बात यह है कि कंपनी तय समय सीमा से एक महीने पहले यानी जून 2018 में ही इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य पूरा कर लेगी, जिसके बाद इसे रांची नगर निगम के सुपुर्द कर दिया जायेगा.
मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण कार्य के इंजीनियर इंचार्ज टी पान ने बताया कि जयपाल सिंह स्टेडियम परिसर में बन रहे मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स का कुल क्षेत्रफल तीन लाख वर्ग फीट है. इसके कैंपस की कुल लंबाई 450 फुट है.
वहीं, पूरब में कचहरी रोड की तरफ इसकी चौड़ाई 120 फुट और पश्चिमी छोर पर (अपर बाजार की तरफ) कैंपस की चौड़ाई 100 फुट के करीब है. इस कॉम्प्लेक्स में दो बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर और चार ऊपरी फ्लाेर हैं. यानी यह भवन कुल सात माले का है. श्री पान ने बताया कि पूरा निर्माण कार्य रांची नगर निगम की देखरेख में चल रहा है. खुद नगर आयुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वे हर दो हफ्ते में कार्य की प्रगति का जायजा लेने आते हैं.
कंपनी के 20 स्टाफ और 375 मजदूर लगे हैं निर्माण कार्य में
इंजीनियर इंचार्ज टी पान ने बताया कि मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण कार्य में कंपनी के 20 स्थायी कर्मचारी लगे हुए हैं.इनमें इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, अकाउंटेंट, पर्चेजर, सुपरवाइजर, मशीन ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन और मेकैनिक शामिल हैं. इसके अलावा 357 स्थानीय मजदूरों को लगाया गया है. इनमें से 40 मजदूरों को कंपनी ने पेरोल पर रखा है, वहीं शेष मजदूरों को मजदूरी का भुगतान ठेकेदार द्वारा किया जाता है. इन सभी मजदूरों के रहने की व्यवस्था निर्माण स्थल के पास ही की गयी है. हर दिन सुबह 8:00 बजे काम शुरू होता है और रात नौ बजे तक जारी रहता है.
यहां बेसमेंट में दो फ्लोर बनाये गये हैं. एक फ्लोर का क्षेत्रफल 40 हजार वर्गफुट है. यानी बेसमेंट का कुल क्षेत्रफल 80 हजार वर्गफुट है.
इन दोनों बेसमेंट में 190 चारपहिया वाहनों और 250 दोपहिया वाहनों की पार्किंग बहुत आसानी से की जा सकेगी. पार्किंग में गाड़ियों के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाये गये हैं. यहां एडवांस पार्किंग मैनेजमेंट एंड गाइडेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया जायेगा. यानी वाहन के पार्किंग में आने और निकलने तक हर व्यवस्था ऑटोमेटिक तरीके से संचालित होगी.
ग्राउंड फ्लाेर और फर्स्ट फ्लोर
ग्राउंड फ्लाेर और फर्स्ट फ्लोर पर 480 फुटपाथ दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाया जा रहा है. हर वेंडर को 80 से लेकर 100 वर्गफुट का वेंडिंग प्लेटफॉर्म आवंटित किया जायेगा. हर प्लेटफॉर्म के नीचे एक स्टोरेज स्पेस बनाया गया है.
शौचालय और पानी
हर फ्लोर में पीने के पानी के लिए दो अारओ की व्यवस्था की गयी है. इस मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स में कभी पानी कि किल्लत न हो इसके लिए यहां रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के दो टैंक बनाये गये हैं. जबकि 8 गुना 6 इंच के 600 फुट की दो बोरिंग भी करायी गयी है.
सेकेंड फ्लाेर
मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के सेकेंड फ्लोर पर 150 से 220 वर्गफुट की 110 दुकानों का निर्माण किया गया है. वेंडरों को व्यवस्थित करने के बाद रांची नगर निगम इन दुकानों कीबोली लगायेगा. इन दुकानों के नीलामी की प्रक्रिया और कीमतरांची नगर निगम ही तय करेगा.
थर्ड फ्लोर
थर्ड फ्लोर पर 1000 से 1520 वर्गफुट के 23 कमरे बनाये जा रहे हैं. इसमें विभिन्न कंपनियों या व्यावसायिक घरानों के ऑफिस खोले जा सकते हैं. यहां मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के सार्वजनिक शौचालयों के अलावायहां हर ऑफिस में अटैच टॉयलेटभी बनाया जा रहा है.
फोर्थ फ्लोर
मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के चौथे तल पर बैंक्वेट हॉल, मैरेज हॉल, ओपेन रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट, टेरेस गार्डेन आदि का निर्माण किया जा रहा है.
राजधानी की किसी बहुमंजिली इमारत में इस तरह की सुविधा मौजूद नहीं है. यहां लोग बैंक्वेट हॉल की बुकिंग करा कर शादी-ब्याह, बर्थडे पार्टी, सेमिनार, कार्यशालाएं और बैठकों समेत कई बड़े आयोजन कर सकते हैं.
लिफ्ट और सीढ़ियां
एक लिफ्ट की क्षमता 850 किलो है. वहीं, बेसमेंट में एंट्री के लिए दो रैंप और एग्जिट के लिए एक रैंप बना है. इसके अलावा दोनों बेसमेंट को जोड़ने के लिए टू लेन का एक रैंप अलग से बनाया गया है. यानी एक साथ दो चारपहिया वाहन आ-जा सकते हैं.
सेफ्टी एंड सिक्यूरिटी
मार्केटिंग कॉप्लेक्स की सुरक्षा के लिए बेसमेंट से लेकर चौथे माले तक कुल 350 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. निर्माण कार्य के इलेक्ट्रिकल इंचार्ज सौमेन पॉल ने बताया कि इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर दो कंट्रोल रूम भी बनाये जा रहे हैं. इसके अलावा यहां पब्लिक एड्रेसेबल सिस्टम भी लगाया जायेगा. यदि बाजार में कोई बच्चा गुम हो गया या किसी सार्वजनिक सूचना का प्रसारण करना होगा, तो कंट्रोल रूम से माइक द्वारा इसकी घोषणा की जायेगी. यह सूचना हर फ्लोर पर लगे स्पीकर में आसानी से सुनी जा सकेगी.
फायर फाइटिंग
इस मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स में आग से बचाव के लिए भी उन्नत व्यवस्था की गयी है. आग बुझाने के लिए यहां अंडरग्राउंड रिजर्वर बनाया गया है, जिसमें हर वक्त एक लाख लीटर पानी मौजूद रहेगा. वहीं, भवन के हर तल्ले पर स्मोक डिटेक्टर, स्प्रिंकल, मैनुअल कॉल प्वाइंट और हूटर की भी व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा भवन के चारों ओर करीब 26 फुट का रास्ता बनाया गया है. यानी अगर आग बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग की गाड़ी आती है, तो वह भवन के चारों ओर अासानी से चक्कर लगा सकेगी.
स्टेडियम की भी सूरत बदलेगी
जयपाल सिंह स्टेडियम के दक्षिणी हिस्से में मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स बनाने के बाद शेष बची जगह में फुटबॉल ग्राउंड बनाया जायेगा.
इसका कुल क्षेत्र पर 600 गुणा 350 फुट है. यह काम भी सिंगल इंटरप्राइजेज को ही करना है. कंपनी के इंजीनियर इंचार्ज टी पान ने बताया कि प्रस्तावित फुटबॉल ग्राउंड की चहारदीवारी और ड्रेनेज सिस्टम का काम चल रहा है. ग्राउंड के पूर्वी-दक्षिणी छोर पर पार्क और ग्राउंड के चारों ओर जॉगिंग ट्रैक का निर्माण किया जाना है. साथ ही पूरे ग्राउंड में घास और पौधे भी लगाये जायेंगे.
वेंडिंग जोन के आवंटन में बरती जायेगी पूरी पारदर्शिता
नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि ने कहा कि जयपाल सिंह स्टेडियम में मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण रांची नगर निगम की महत्वाकांक्षी परियोजना है. यहां बन रहे वेंडिंग जोन में कचहरी रोड से सर्जना चाैक तक के फुटपाथ दुकानदारों को पुनर्वासित किया जायेगा.
इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है. लॉटरी के माध्यम से चिह्नित फुटपाथ दुकानदारों को वेंडिंग जाने का आवंटन किया जायेगा. इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जायेगी. फुटपाथ दुकानदारों को उनके व्यवसाय के हिसाब से वेंडिंग प्लेटफॉर्म अावंटित किये जायेंगे. इन फुटपाथ दुकानदारों के पुनर्वास के बाद रांची नगर निगम यह सुनिश्चित करेगा कि दोबारा से सड़कों के किनारे दुकानें न लगें.
इसके लिए बाकायदा बड़ा अभियान चलाया जायेगा. रांची नगर निगम राजधानी के अन्य हिस्सों में भी ऐसे ही वेंडिंग जोन बनाकर फुटपाथ दुकानदारों को पुनर्वासित करने का प्रयास कर रहा है. इसके लिए जो सर्वे हुआ था, उसमें करीब 6000 फुटपाथ दुकानदारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इनके लिए वेंडिंग जोन बनाने के लिए मुधकम, खादगढ़ा, नागाबाबा खटाल, एचइसी पेट्रोल पंप के पास समेत दो-तीन चिह्नित किये गये हैं. योजना पर काम जारी है.

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