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अगवा लेबर इंस्पेक्टर मनोज कुमार लौटे सकुशल, कहा, अपहरणकर्ता उन्हें कोलकाता ले गये थे
रांची/नामकुम : नामकुम के खरसीदाग से अगवा हुए लेबर इंस्पेक्टर मनोज कुमार गुरुवार की सुबह सकुशल लौट आये. जानकारी के अनुसार अपहरणकर्ता उन्हें पश्चिम बंगाल के कोलकाता (बांकुड़ा) ले गये थे. गुरुवार की सुबह रामपुर के पास उन्हें रिहा कर दिया गया. इधर, मनोज के लौटने की खबर पाकर उनके परिजनों में खुशी की लहर […]
रांची/नामकुम : नामकुम के खरसीदाग से अगवा हुए लेबर इंस्पेक्टर मनोज कुमार गुरुवार की सुबह सकुशल लौट आये. जानकारी के अनुसार अपहरणकर्ता उन्हें पश्चिम बंगाल के कोलकाता (बांकुड़ा) ले गये थे. गुरुवार की सुबह रामपुर के पास उन्हें रिहा कर दिया गया. इधर, मनोज के लौटने की खबर पाकर उनके परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गयी. मनोज कुमार की रिहाई की खबर सुनकर ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग भी नामकुम थाना पहुंचे व मनोज कुमार से पूछताछ की. लेबर इंस्पेक्टर मनोज कुमार की कहानी से असंतोष जताते हुए ग्रामीण एसपी वहां से लौट गये.
मनोज ने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें खरसीदाग स्थित शारदा फैक्ट्री बुलाया था. वे दिन के लगभग पौने दो बजे खरसीदाग पहुंचे, जहां सफेद बोलेरो पर आये चार लोगों ने उन्हें मोटरसाइकिल खड़ी कर अॉटो से नामकुम आने को कहा. सदाबहार चौक से वे पुन: अॉटो पकड़ कर वे डोरंडा पहुंचे. इसके बाद उन्हें बोलेरो से रांची स्टेशन ले जाया गया. वे काफी देर तक प्लेटफार्म नंबर चार में रुके रहे, जहां से अपहरणकर्ता उन्हें बंगाल ले गये.
मनोज ने प्लेटफार्म से ही अपने मित्र व परिजन को व्हाट्सएप पर मैसेज भी किया था. ट्रेन से उन्हें पहले बांकुड़ा ले जाया गया. रात में पुन: उन्हें कोलकाता ले जाया गया. अपहरणकर्ता उन्हें बुधवार रात कोलकाता से जमशेदपुर लेकर आये. यहां से एक हाइवा में बैठाकर उन्हें रामपुर तक लाया गया व एक घंटे तक किसी को फोन न करने की हिदायत देते हुए रिहा कर दिया गया. मनोज ने रामपुर से पीसीआर व अपने घर पर फोन किया व अपनी पोजिशन बतायी. मनोज कुमार ने यह भी बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया़
इधर, मनोज ने पहले उग्रवादियों द्वारा अपहरण कर खरसीदाग से रायसा मोड़ ले जाने की बात बतायी. जहां जंगल में उग्रवादियों ने उन्हें पहचाना व रहम कर छोड़ दिया.
पुलिस के सामने बार-बार बयान बदलने व बनावटी कहानी बनाने से ग्रामीण एसपी ने मनोज कुमार को फटकार भी लगायी व पूरे मामले की गहराई से छानबीन करने का निर्देश दिया. इधर, अखिल भारतीय रौनियार समाज के लोगों ने रांची पुलिस को लेबर इंस्पेक्टर मनोज कुमार के सकुशल वापसी पर धन्यवाद दिया है़
मनोज ने कहा : अपहरणकर्ता कोलकाता ले गये थे
अपहरण की कहानी हजम नहीं हो रही है
मनोज कुमार अपरहण की जो कहानी बता रहे हैं, वह हजम नहीं हो रही है़ पुलिस को संदेह है कि उनका अपहरण हुआ था़ क्योंकि मनोज कुमार कई बार अलग-अलग तरह की कहानी बता रहे है़ं पुलिस ने रेलवे स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज भी निकाला है़ मामले की पूरी तरह जांच करने के बाद साफ होगा कि मनोज कुमार का अपहरण हुआ था या नहीं.
अजीत पीटर डुंगडुंग, ग्रामीण एसपी
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