रांची : बदल जायेगी पतरातू की तस्वीर, 24 सौ मेगावाट के पावर प्लांट का पीएम मोदी ने किया ऑनलाइन शिलान्यास

पतरातू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पतरातू में पीवीयूएनएल के 2400 मेगवाट के पावर प्लांट का ऑनलाइन शिलान्यास किया. इस पल का गवाह बनने के लिए आयोजित शिलान्यास समारोह में दो हजार लोग जुटे थे. प्रधानमंत्री ने जैसे ही धनबाद के बलियापुर सिंदरी से शाम 4.33 बजे बटन दबाकर पावर प्लांट का ऑनलाइन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2018 7:04 AM
पतरातू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पतरातू में पीवीयूएनएल के 2400 मेगवाट के पावर प्लांट का ऑनलाइन शिलान्यास किया. इस पल का गवाह बनने के लिए आयोजित शिलान्यास समारोह में दो हजार लोग जुटे थे.
प्रधानमंत्री ने जैसे ही धनबाद के बलियापुर सिंदरी से शाम 4.33 बजे बटन दबाकर पावर प्लांट का ऑनलाइन शिलान्यास किया, वैसे ही तालियों की गड़गड़ाहट से पीटीपीएस फुटबॉल ग्राउंड गूंज उठा. यहां चार हजार मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट बनना है. पहले फेज में 800 गुणा 3 (2400 मेगवाट) का शिलान्यास हुआ है. शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 18 हजार करोड़ की लागत से यह पावर प्लांट तैयार होगा. इससे राज्य की आर्थिक तरक्की को नया आयाम मिलेगा.
1240 एकड़ जमीन पर लगेगा 4000 मेगावाट का सुपर थर्मल पावर प्लांट : पतरातू में जेवीयूएनएल व एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम पीवीयूएनल के चार हजार मेगावाट का सुपर थर्मल पावर प्लांट लगना है. शुक्रवार को पहले चरण में 24 सौ मेगावाट के पावर प्लांट का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने किया.
पूरे प्रोजेक्ट का निर्माण 1240 एकड़ भूमि पर होगा. 2022 तक पहले चरण से उत्पादन शुरू करने की योजना है. पहला फेज चालू होने के बाद दूसरे फेज में 16 सौ मेगावाट का काम शुरू होगा. प्लांट की 85 प्रतिशत बिजली राज्य सरकार को मिलेगी. राज्य के लोगों को सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध होगी. पूरी योजना पर 18 हजार करोड़ रुपये खर्च होगा.
बदल जायेगी पतरातू की तस्वीर
चार हजार मेगावाट के सुपर थर्मल पावर प्लांट की जमीन पर उतरने के बाद पतरातू की तस्वीर पूरी तरह बदल जायेगी. झारखंड के मानचित्र पर पतरातू का दबदबा बढ़ जायेगा. पहले से विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहे पतरातू में इस पावर प्लांट के बाद चार चांद लग जायेगा.
यहां की रौनक बढ़जायेगी. पावर प्लांट की स्थापना के अलावा कंपनी की योजना क्षेत्र में बाजार, कॉलोनी, खेल मैदान, स्कूल समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं को यहां बहाल करना है. पूरी योजना जमीन पर उतरने के बाद इस क्षेत्र की पहचान देश से बाहर भी होगी. यह झारखंड राज्य के लिए गौरव के साथ-साथ सुखद भविष्य की भी शुरुआत होगी.
आसपास के गांवों का होगा
समुचित विकास
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि पावर प्लांट लगाने के साथ-साथ इस क्षेत्र के समुचित विकास पर भी काम शुरू हो जायेगा.
शुरुआती दौर में स्वास्थ्य शिविर लगाना, युवाओं को मोटर ड्राइविंग प्रशिक्षण देने सहित अन्य काम शुरू होंगे. इसके बाद प्लांट की स्थापना के बाद गांवों के विकास का खाका खींच कर उस पर काम किया जायेगा. इसके तहत युवाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से सृजित हुए रोजगार से गांव के लोग लाभान्वित होंगे.

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