अफगानिस्तान में अगवा झारखंड के मजदूर पर बोलीं सुषमा – कोशिश जारी है
नयी दिल्ली : अफगानिस्तान में अगवा बिहार – झारखंड के मजदूर के सवाल को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को लेकर गोपनीय ऑपरेशन जारी है. ऐसे ऑपरेशन की चुनौती गोपनीयता बनाये रखना है. हमारी कोशिशें जारी है. हम अफगानिस्तान के सरकार से भी बात कर रहे […]
नयी दिल्ली : अफगानिस्तान में अगवा बिहार – झारखंड के मजदूर के सवाल को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को लेकर गोपनीय ऑपरेशन जारी है. ऐसे ऑपरेशन की चुनौती गोपनीयता बनाये रखना है. हमारी कोशिशें जारी है. हम अफगानिस्तान के सरकार से भी बात कर रहे हैं. उन्होंने आश्वासान दिया है कि हमारे यहां वे काम कर रहे थे. इसलिए सुरक्षा की पहली जिम्मेवारी हमारी है.
बता दें कि अफगानिस्तान के बघलान प्रांत से रविवार को जिन सात भारतीयों को तालिबानी बंदूकधारी ने अगवा किया, उनमें तीन मजदूर बगोदर (गिरिडीह) और एक मजदूर हजारीबाग जिले के टाटी झरिया का रहनेवाला है. अगवा मजदूरों में बगोदर के घाघरा निवासी प्रकाश महतो व प्रसादी महतो, महुरी के हुलास महतो और टाटीझरिया के बेडम के काली महतो हैं.
इनके अलावा अन्य तीन मजदूरों में एक मंटू सिंह (बिहार), राजन कौशिक मुरलीधरन केरल का रहनेवाले बताया जा रहा है. सातवां भी केरल का रहनेवाला बताया जा रहा है. मंगलवार को परिजनों को अपहरण की सूचना मिली.
ये हैं अगवा मजदूर
गिरिडीह : बगोदर थाना के घाघरा निवासी प्रकाश महतो, प्रसादी महतो, महुरी गांव के हुलास महतो
हजारीबाग : टाटीझरिया का काली महतो
झारखंड के चार, बिहार के एक केरल के दो मजदूर हैं शामिल
अफगानिस्तान में रह रहे बगोदर के गोरहर निवासी किशुन महतो ने बताया कि भारत के सात लोगों को अपहरण किया गया. इनमें झारखंड के चार लोगों के साथ केरल के दो और बिहार का एक व्यक्ति शामिल है.
केइसी-आरपीजी ग्रुप में करते हैं काम
अगवा लोग भारतीय कंपनी आरपीजी ग्रुप की कंपनी केईसी के कर्मचारी हैं. ये बिजली सब स्टेशन में टावर लगाने का काम करते हैं. बगोदर से मजदूर चार साल पहले ये लोग अफगानिस्तान काम करने गये थे.