सिल्ली उपचुनाव में हुआ 75.5 प्रतिशत मतदान

सिल्ली उपचुनाव में हुआ 75.5 प्रतिशत मतदान रांची : सिल्ली उपचुनाव के दौरान सोमवार को 75.5 प्रतिशत मतदान हुआ. कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है. उक्त बातें एसडीओ अंजलि यादव ने सिल्ली उपचुनाव के संबंध में मीडिया को संबोधित करते हुए कही. श्रीमती यादव ने बताया कि वोटर सुबह में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2018 8:48 AM
सिल्ली उपचुनाव में हुआ 75.5 प्रतिशत मतदान
रांची : सिल्ली उपचुनाव के दौरान सोमवार को 75.5 प्रतिशत मतदान हुआ. कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है. उक्त बातें एसडीओ अंजलि यादव ने सिल्ली उपचुनाव के संबंध में मीडिया को संबोधित करते हुए कही.
श्रीमती यादव ने बताया कि वोटर सुबह में ही सबसे अधिक निकले और दो घंटे में ही 18 प्रतिशत मतदान हो गया. जबकि दोपहर एक बजे तक मतदान का प्रतिशत 50 पार कर गया था. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण यहां के अधिकांश मतदान केंद्र संवेदनशील और अतिसंवेदनशील थे. इसलिए तीन बजे तक ही मतदान हुआ. एसडीओ ने बताया कि मतगणना 31 मई को होगी. पंडरा में मतगणना केंद्र बनाया गया है. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी है.
20 इवीएम को किया गया रिप्लेस : चुनाव के दौरान खराबी आने पर 20 इवीएम को रिप्लेस किया गया. इसमें से आठ मॉक पोल और 12 मतदान के दौरान खराबी आने पर बदले गये. चुनाव शांतिपूर्ण व निष्पक्ष हो इसके लिए जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी.
आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला पुलिस बल के अलावा अर्द्धसैनिक बल को भी लगाया गया था. इधर, पंडरा स्थित स्ट्रांग रूम में इवीएम जमा कराने के लिए पोलिंग पार्टी शाम छह बजे के बाद पहुंचने लगी थी. लेकिन ग्रामीण इलाके के पोलिंग पार्टी रात आठ बजे के बाद पंडरा पहुंची.
वीवी पैट से हुआ चुनाव
विधानसभा के इस उपचुनाव को लेकर इस बार वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया गया. इससे मतदाता काफी संतुष्ट नजर आये. वीवी पैट का प्रचार प्रसार भी जिला प्रशासन की ओर से खूब किया गया था.
रांची : चुनाव में पहली बार हुआ पैलेट गन का इस्तेमाल
रांची : सिल्ली उपचुनाव में रांची पुलिस व अर्द्धसैनिक बल की तैनाती के कारण चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. सुरक्षा का जायजा लेने एसएसपी कुलदीप द्विवेदी भी पहुंचे़
उन्होंने कई संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों का भ्रमण किया और सुरक्षाकर्मियों से फीडबैक भी लिया़ चुनाव में पहली बार पैलेट गन के साथ अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था़ पैलेट गन का इस्तेमाल भीड़ को तितर-बितर व नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. पैलेट गन का प्रयोग किसी व्यक्ति को घायल कर उसे चोट पहुंचाना है. यह गन 500 यार्ड के हिस्‍से तक अपना असर रखती है.
गौरतलब है कि चुनाव में पारा मिलिट्री फोर्स सहित चार हजार जवानों की तैनाती की गयी थी़ इनमें से 1200 जवान पारा मिलिट्री फोर्स के थे. वहीं 2140 जवान दूसरे जिले से मंगाये गये थे. बाकी जवान रांची जिला पुलिस बल के थे.
सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 79 भवन अतिसंवेदनशील थे. वहीं 117 संवेदनशील व 104 अति संवेदनशील बूथ चिह्नित किये गये थे. इन भवनों के बूथों पर सिर्फ पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गयी थी़ विधि व्यवस्था की
मॉनिटरिंग करने के लिए विशेष रूप से ग्रामीण एसपी व सिल्ली डीएसपी को जिम्मेदारी सौंपी गयी थी़ मतदान के बाद जवानाें की देखरेख में विभिन्न बूथों से एवीएम को सील कर स्ट्रांग रूम में ले जाया गया़

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