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17 साल में बिजली की सबसे खराब स्थिति भाजपा सरकार के कार्यकाल में : कांग्रेस

बिजली-पानी संकट को लेकर विपक्ष ने खोला माेरचा रांची : कांग्रेस ने राज्य में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. पार्टी प्रवक्ता आलोक दुबे और लाल किशोर नाथ शाहदेव ने पत्रकारों से कहा कि पिछले 17 वर्षों में राज्य में बिजली की इतनी बदतर स्थिति पहले कभी नहीं थी़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2018 6:35 AM
बिजली-पानी संकट को लेकर विपक्ष ने खोला माेरचा
रांची : कांग्रेस ने राज्य में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. पार्टी प्रवक्ता आलोक दुबे और लाल किशोर नाथ शाहदेव ने पत्रकारों से कहा कि पिछले 17 वर्षों में राज्य में बिजली की इतनी बदतर स्थिति पहले कभी नहीं थी़
बिजली की वर्तमान व्यवस्था से जन जीवन अस्त–व्यस्त हो गया है़ जीरो पावर कट तो एक सपना बनकर रह गया है. मौके पर प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद एवं सेवादल के मुख्य संगठक नेली नाथन मुख्य रूप से उपस्थित थे.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आंधी पानी–बारिश पहले भी हुआ करती थी़ रांची में दस–दस दिनों तक लगातार बारिश होने के बावजूद बिजली आपूर्ति में कोई व्यवधान नहीं होता था. आज तो आधे घंटे बारिश में ही पूरी व्यवस्था तार–तार हो जा रही है.
बिजली दर में 98 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी गयी, लेकिन सुविधा के नाम पर लोगों को कुछ नहीं मिल रहा है़ राजधानी में बिजली व्यवस्था की स्थिति ऐसी है, तो फिर राज्य के सुदूर इलाके की स्थिति का अंदाज लगाया जा सकता है़ रिम्स और दूसरे अस्पतालों में बिजली के बिना लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गयी है. सरकार लोगों की उम्मीद को पूरा करने में विफल रही है.
सत्ता संभालते ही रघुवर दास ने जीरो कट और 24 घंटे बिजली सप्लाई करने की बात कही थी, लेकिन हालात नहीं सुधरे. ऐसे में मुख्यमंत्री रघुवर दास को इस्तीफा दे देना चाहिए़ कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पिछले वर्ष पॉली कैब नाम की संस्था को अंडर ग्राउंड केबलिंग का काम दिया गया था, लेकिन कंपनी का काम संतोषजनक नहीं है़ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राज्य में बिजली के हालात नहीं सुधरी, तो पार्टी आंदोलन करेगी.

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