रांची : तीन घंटे जाम रखा मेन रोड नगर निगम से मांगा पानी, कहा, रमजान में भी ढंग से नहीं हो रही जलापूर्ति

रांची नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक 16 मई को हुई थी. उसी बैठक में वार्ड-23 की पार्षद साजदा खातून ने नगर निगम के अधिकारियों को चेताया था कि वे एसी कमरे से बाहर निकल कर शहर के हालात का जायजा लें. पार्षद ने कहा था कि पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है. लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2018 12:58 AM

रांची नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक 16 मई को हुई थी. उसी बैठक में वार्ड-23 की पार्षद साजदा खातून ने नगर निगम के अधिकारियों को चेताया था कि वे एसी कमरे से बाहर निकल कर शहर के हालात का जायजा लें. पार्षद ने कहा था कि पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है.

लोग सड़क पर उतरने की तैयारी में हैं. लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. जिसका खामियाजा 29 और 30 मई को सड़क जाम के रूप में देखने को मिला. शहर के जिन इलाकों में सबसे अधिक पेयजल की किल्लत है, उनमें हिंदपीढ़ी, करबला चौक, थड़पखना, वर्द्धवान कंपाउंड, एदलहातु, हरिहर सिंह रोड, बड़गाईं, मधुकम, किशोरगंज, विद्यानगर, गंगानगर, कडरू, इंद्रपुरी रातू रोड, पिस्का मोड़ आदि इलाके शामिल हैं.

रांची : हिंदपीढ़ी इलाके के लोग करीब महीने भर से पानी के लिए तरस रहे हैं. फिलहाल, रमजान का महीना चल रहा है, जिसमें पानी की खपत बढ़ जाती है.
इसके बावजूद न तो पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और न ही रांची नगर निगम ने यहां के लोगों की समस्या पर ध्यान दिया. बुधवार को जब सब्र का बांध टूट गया, तो हिंदपीढ़ी इलाके के सौकड़ों लोगों ने मेन रोड को जाम कर दिया. करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रही, जिसे हटाने में रांची पुलिस और यातायात पुलिस के पसीने छूट गये. सड़क जाम का नेतृत्व खुद वार्ड 23 की पार्षद साजदा खातून कर रही थीं.
दोपहर 1:00 बजे हिंदपीढ़ी इलाके के नाला रोड, सेंट्रल स्ट्रीट, ग्वालाटोली, वंशीटोली, मल्लाह टोली समेत अन्य इलाकों के सैकड़ों लोग मेन रोड में एकरा मस्जिद चौक पर पहुंचे. यहां इन लोगों ने जिला प्रशासन और रांची नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया.
इसके बाद सड़क के दोनों तरफ (अलबर्ट एक्का चौक और सुजाता चौक) से आनेवाली गाड़ियां जाम में फंस गयीं. देखते ही देखते मेन रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. वाहन टस से मस नहीं हो रहे थे. इधर, जाम की सूचना हिंदपीढ़ी थाना को मिली, तो थानेदार तत्काल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
उन्होंने लोगों से सड़क जाम हटाने की अपील की, लेकिन पानी नहीं मिलने से नाराज लोग वहां से हटने को तैयार नहीं थे. इन लोगों का कहना था कि रमजान के महीने में भी उन्हें पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. लोगों ने कहा कि वे सड़क से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं.
पेयजलापूर्ति को प्राथमिकता से लें : डीसी
रांची : उपायुक्त राय महिमापत रे ने पिछले दो-तीन दिनों से पेयजलापूर्ति बाधित रहने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे गर्मी के मौसम में पेयजलापूर्ति को प्राथमिकता से लें. वे शहर की जलापूर्ति को सुनिश्चित करने को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अभियंताओं व नगर निगम के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे.
श्री रे ने कहा कि अगर लोगों को लगातार दो-तीन दिनों तक पानी नहीं मिलेगा, तो आक्रोश होगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 31 मई से हर हाल में 36 घंटे की समय-तालिका का पालन सुनिश्चित कर प्रतिवेदन उपलब्ध करायें. अगर लंबे समय तक बिजली आपूर्ति बाधित हो, तो वे उपायुक्त को फोन कर दिशा-निर्देश प्राप्त करें.
पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों में आये आंधी की वजह से पेयजलापूर्ति बाधित रही. उन्होंने डीसी को आश्वस्त किया कि 31 मई से पेयजलापूर्ति को सामान्य करने का प्रयास किया जायेगा. बैठक में अपर समाहर्ता अंजनी कुमार मिश्र, रांची पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल बूटी, कांके, हटिया के कार्यपालक अभियंता के अलावा नगर निगम के पदाधिकारी उपस्थित थे.
48 घंटे में खत्म होगी समस्या : डिप्टी मेयर
मेन रोड जाम होने की की सूचना पाकर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों से सड़क जाम खत्म करने की अपील की. इसके बावजूद लोग सड़क पर ही जमे रहे. इस पर डिप्टी मेयर ने मौके से ही पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंताओं को फोन किया. अभियंताओं ने कहा कि 48 घंटा के अंदर मोहल्ले में जलापूर्ति बहाल कर दी जायेगी. यह आश्वासन मिलने के बाद लोगों ने जाम हटाया. यह पूरा घटनाक्रम करीब तीन घंटे तक चला. यानी मेन रोड का जाम समाप्त होते-होते शाम के चार बज गये थे.
10 साल से आश्वासन ही मिल रहा है : साजिदा
सड़क जाम का नेतृत्व कर रहीं वार्ड-23 की पार्षद साजदा खातून ने कहा कि नगर निगम और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग पिछले 10 वर्षों से हमें केवल आश्वासन ही दे रहे हैं. समस्या को दूर करने में किसी की रुचि नहीं है. इसी कारण से आज लोग सड़कों पर उतरे हैं. उन्होंने कहा कि नगर निगम का काम केवल टैक्स वसूलने का नहीं है, बल्कि लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है.
इधर सड़क पर रोज बह जाता है लाखों लीटर पानी और उधर पानी को तरस रही राजधानी
रांची : यह तसवीर बुधवार की कांटाटोली चौक के समीप की है. यहां सड़क के नीचे पानी की मुख्य पाइप लाइन है, जिसमें लीकेज से पानी बह रहा है. स्थानीय लोगों की मानें, तो पाइप लाइन में 15 दिनों से लीकेज है. यह एक तसवीर राजधानी में पानी की किल्लत से जुड़ी दो कहानियां बयां कर रहा है.
पहली कहानी
यहां सड़क के नीचे से गुजरनेवाली पानी की पाइप लाइन में लीकेज है. रोजाना सुबह-शाम जितनी देर पानी की सप्लाई होती है, उतनी देर में लाखों लीटर पानी सड़कों पर बह कर बर्बाद हो जाता है. वह भी ऐसे शहर में जहां पिछले 10 दिनों से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इसकी जानकारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को भी है, लेकिन विभाग इस लीकेज की मरम्मत नहीं करा रहा है.
दूसरी कहानी
एक तो गर्मी का मौसम और दूसरे पानी की किल्लत, कांटाटोली के लोगों भी इस समस्या से जूझ रहे हैं. पानी की मांग करते हुए लोग सड़कें जाम कर रहे हैं. इसके बावजूद लोगों पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. रांची नगर निगम भी टैंकरों से सीमित मात्रा में ही पानी पहुंचा पा रहा है. ऐसे में सड़क पर बह रहे पानी को ही यहां के लोग जमा कर घर के जरूरी काम निबटाने की कोशिश कर रहे हैं.
पिछले 15 दिनों से बह रहा है पानी
स्थानीय लोगों कहते हैं कि लीकेज की सूचना पीएचइडी से लेकर नगर निगम के अभियंताओं को दी गयी है, लेकिन इसे अब तक दुरुस्त नहीं किया गया है. इधर, चौक से 100 मीटर दूर स्थित कई मोहल्ले के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. इसलाम नगर, आजाद बस्ती, गौस नगर, कुरैशी मोहल्ला, बहूबाजार, सिरोम टोली, गोस्सनर कंपाउंड, नाला रोड, सेंट्रल स्ट्रीट सहित चुटिया के कई मोहल्ले में लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
56 घंटे बाद रुक्का प्लांट को मिली बिजली, शहर में हुई आंशिक जलापूर्ति
रांची : गेतलसूद डैम स्थित रूक्का फिल्टरेशन प्लांट को 56 घंटे बाद बिजली की आपूर्ति की गयी. बिजली मिलने के बाद प्लांट चालू किया गया. इसके बाद रूक्का से बूटी जलागार को पानी की आपूर्ति शुरू की गयी.
बूटी जलागार से राजधानी के कुछ इलाकों में आंशिक व अनियमित जलापूर्ति की गयी. वहीं शहर का बड़ा इलाका बुधवार को भी जलापूर्ति से वंचित रहा. स्वर्णरेखा जल वितरण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि बूटी से शाम 4.30 बजे से रिम्स को जलापूर्ति की गयी.
लेकिन रातू रोड, पिस्का मोड, इटकी रोड, बरियातू रोड, जिला स्कूल जलागार, हिंदपीढ़ी, करमटोली, अपर बाजार, वर्दमान कंपाउंड सहित राजधानी के बड़े इलाकों में देर रात तक (रिपोर्ट लिखने तक) जलापूर्ति शुरू नहीं हो पायी थी. कार्यपालक अभियंता कार्तिक भगत ने कहा कि प्लांट को बिजली बहाल हो गयी है. आंशिक आपूर्ति की गयी है. नियमित जलापूर्ति की कोशिश हो रही है.
शहर में पानी की गंभीर समस्या है. ऐसे में सप्लाई पाइप लाइन में लीकेज होना और उससे लाखों लीटर पानी का बह जाना चिंताजनक है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को इस पर ठोस कदम उठाना होगा. मैं खुद विभाग के अधिकारियों और अभियंताओं से बात करूंगा. शहर में जहां भी पानी का लीकेज हो रहा है, उसे अविलंब बंद कराने की पहल करूंगा.
संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर
पीड़ा : खरीद कर पी रहे हैं पानी
मोहल्ले में सप्लाई पाइप लाइन तो बिछी है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं आया है. आज देख रही हूं कि सड़क पर पानी बह रहा है. इससे भर रही हूं.
शमीमा खातून
पानी की किल्लत की शिकायत नगर निगम से लेकर पीएचइडी के अधिकारियों तक गयी, लेकिन अब तक हमारी परेशानी का हल नहीं निकला.
मंजूर आलम
पानी की किल्लत से खाना बनाने पर आफत आ गयी है. खरीद कर पानी लाते हैं. उसी से खाना बनता है. एक दिन में चार जार तक पानी खरीदना पड़ता है.
नाजिया खातून
सिंदवार टोली में पानी टैंकर पलटा
रांची : रांची नगर निगम के 4000 लीटर क्षमता वाला एक पानी टैंकर बुधवार को मोरहाबादी सिंदवार टोली में पलट गया. टैंकर के पलटने से टैंकर का सारा पानी सड़क पर ही बह गया. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सड़क पर एक बड़ा गड्ढा था, जिसमें पानी भरा हुआ था. टैंकर का पिछला चक्का जैसे ही इस गड्ढे में घुसा और टैंकर पलट गया. दो घंटा बाद इस पलटे हुए टैंकर को खड़ा किया जा सका.

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