ब्लैक ब्यूटी ने रांची में रची थी बोधगया ब्लास्ट की साजिश

रांची : म्यांमार में रोहिंग्‍या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के बहाने कई युवाओं को आतंकवादी बना दिया गया. बोधगया में सीरियल ब्लास्ट करवा दिया गया. यह पूरी योजना झारखंड की राजधानी रांची में रची गयी थी. आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कहने पर. इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) कोर्ट ने पांच लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2018 2:20 PM

रांची : म्यांमार में रोहिंग्‍या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के बहाने कई युवाओं को आतंकवादी बना दिया गया. बोधगया में सीरियल ब्लास्ट करवा दिया गया. यह पूरी योजना झारखंड की राजधानी रांची में रची गयी थी. आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कहने पर. इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) कोर्ट ने पांच लोगों को उम्रकैद की सजा सुना दी गयी है. जिन लोगों को सजा सुनायी गयी है, उसमें रांची के हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी, इम्तियाज अंसारी, मुजिबुल्लाह अंसारी, उमर सिद्दीकी और अजहर कुरैशी शामिल हैं. तीन लोग हैदर, इम्तियाज और मुजिबुल्लाह रांची के रहने वाले हैं.दोलोग उमर सिद्दीकी और अजहर कुरैशी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निवासी हैं.

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पटना के गांधी मैदान में 27 अक्तूबर, 2013 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा, पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर 10 पर हुए धमाके की जांच करनेके लिए पुलिस की टीम रांची आयी थी. उसने हिंदपीढ़ी के ईरम लॉज पर छापा मारा, तो लोटस कंपनी की वही घड़ियां मिलीं, जो बोधगया ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई थी. लॉज के कमरे से ही पुलिस को एक एटलस मैपभी मिला. इसे देख पुलिस सन्न रह गयी. इस मानचित्र में भारत और दूसरे देशों में स्थित बौद्ध धर्म के केंद्रों पर मार्क किया हुआ था. आतंकी बोधगया में धमाके करने के बाद दूसरे बौद्ध बहुल क्षेत्रों को निशाना बनाने की तैयारी में जुट गये थे.

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यहीं से बिहार पुलिस ने धमाकों के तार जोड़ने शुरू कर दिये. सबसे पहले रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र स्थित सीठियो बस्ती में रांची पुलिस ने छापेमारी कर पटना में पकड़े गये आतंकी इम्तियाज के घर से विस्फोटकोंका जखीरा और कई महत्वपूर्ण कागजात बरामद किये. यहीं से इम्तियाज अंसारी, नुमान और तौफीक को गिरफ्तार किया. जांच आगे बढ़ी, तो इंडियन मुजाहिदीन के रांची मॉड्यूल का खुलासा हुआ.

ओरमांझी के मुजीबुल्लाह के बारे में मिली जानकारी

जांच में जुटी पुलिस को इम्तियाज के घर से एक कैलेंडर मिला. जिसमें पटना के गांधी मैदान, बनारस रेलवे स्टेशन को चिह्नित किया गया था. कुछ मोबाइल नंबरों की जानकारी भी एक डायरी से मिली. मोबाइल नंबर की जांच की, तो मालूम हुआ कि एक और शख्स इंडियन मुजाहिदीन के नेटवर्क से जुड़ा है. इसका नाम मुजीबुल्लाह है. वह ओरमांझी का रहने वाला है.

हिंदपीढ़ी के ईरम लॉज में रचीगयी थी पूरी साजिश

मुजीबुल्लाह के चाचा की निशानदेही पर रांची पुलिस की टीम 4 नवंबर, 2013 को हिंदपीढ़ी के ईरम लॉज पहुंची. यहां पता चला कि 24 अक्तूबर, 2013 यानी गांधी मैदान में धमाके होने से तीन दिन पहले से ही उसका कमरा बंद है. कमरे का ताला तोड़ा गया. मौके से पुलिस ने 27 टाइमर बम, 25 जिलेटिन, 14 डेटोनेटर बम बरामद किये. इन बमों में भी लोटस की घड़ी लगी थी.

मंदिर में बम प्लांट कर भिखारी के भेष में भागा था रांची का इम्तियाज

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बोधगया मंदिर में रांची के इम्तियाज ने ही बम प्लांट किया था. बौद्ध भिक्षु के रूप में उसने मंदिर में प्रवेश किया. बम प्लांट करने के बाद उसने अपने कपड़े मंदिर में ही फेंक दिये और नंगे बदन एक भिखारी के रूप में मंदिर से भाग गया.

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