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पर्यटन विभाग के सचिव ने जारी की अधिसूचना, सूबे के सभी पर्यटन स्थलों पर सिगरेट, तंबाकू पर लगा बैन
रांची : झारखंड के पर्यटन सचिव डॉ मनीष रंजन ने अधिसूचना जारी करते हुए सूबे के सभी पर्यटन स्थल, झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन के नियंत्रणाधीन होटल, मोटल, रेस्टोरेंट, कार्यालय और विभाग के अन्य परिक्षेत्रों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया है. यानी पर्यटन स्थलों पर सिगरेट, गुटका, खैनी, सिगार, गुल, बीड़ी, तंबाकू युक्त पान मसाला […]
रांची : झारखंड के पर्यटन सचिव डॉ मनीष रंजन ने अधिसूचना जारी करते हुए सूबे के सभी पर्यटन स्थल, झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन के नियंत्रणाधीन होटल, मोटल, रेस्टोरेंट, कार्यालय और विभाग के अन्य परिक्षेत्रों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया है.
यानी पर्यटन स्थलों पर सिगरेट, गुटका, खैनी, सिगार, गुल, बीड़ी, तंबाकू युक्त पान मसाला के इस्तेमाल पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है. इस्तेमाल करते पकड़े जाने पर छह माह की जेल और 200 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.
प्रति वर्ष लगभग 10-12 लाख लोगों की होती है मौत : डॉ रंजन ने बताया कि तंबाकू का सेवन कर यत्र-तत्र थूकने के कारण कई गंभीर बीमारियों के संक्रमण की प्रबल संभावना बनी रहती है. साथ ही गंदगी पूर्ण वातावरण भी बनता है, जिससे सरकार का स्वच्छता अभियान भी प्रभावित होता है.
तंबाकू सेवन से कई बीमारियां यथा हृदय रोग, फेफड़ा का कैंसर, मुंह का कैंसर जैसे घातक रोग होते हैं. जिसके कारण प्रति वर्ष लगभग 10-12 लाख लोगों की मौत होती है. अधिसूचना में लिखा गया है कि गैटस-2 2016-17 के आंकड़ों के मुताबिक झारखंड की आबादी का 38.9 प्रतिशत युवा आबादी किसी न किसी रूप में तंबाकू सेवन करते हैं जो एक गंभीर विषय है.
विभाग द्वारा झारखंड स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के पदाधिकारी, कर्मचारी या आगंतुक पर्यटन निगम के इकाई परिसर या मुख्यालय परिसर में अगर तंबाकू या तंबाकू युक्त पदार्थ का सेवन करते पाये जायेंगे तो उन्हें तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दंडित किया जायेगा. विभागीय सचिव ने निर्देश दिया है कि संबंधित कार्यालयों में तत्काल तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित करते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें.
38.9 प्रतिशत वयस्क करते हैं तंबाकू का सेवन
राज्य सरकार को तंबाकू नियंत्रण में तकनीकी सहयोग देने वाली संस्था सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसायटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने बताया कि हाल ही में भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा प्रकाशित गैटस 2 के आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में 38.9 प्रतिशत वयस्क किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं.
राज्य में खैनी और गुटका सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला तंबाकू उत्पाद है. 26.6% वयस्क खैनी का इस्तेमाल करते हैं और 8.3% वयस्क वयस्क गुटखा / पान मसाला का उपयोग करते हैं. जबकि राज्य में बीड़ी (5.2%) पीने वालों से अधिक सिगरेट (6.5%) पीने वाले हैं. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग का यह प्रयास राज्य में तंबाकू के प्रयोग को हतोत्साहित करने में बहुत ही महत्वपूर्ण कदम होगा.
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