मांडर : सामग्री के अभाव में कूप पाटने का काम ठप
मांडर के 19 पंचायत में 487 कूप का निर्माण चल रहा है मांडर : प्रखंड में मनरेगा के सिंचाई कूप के लाभुकों की जान सांसत में है. लाभुकों का कहना है कि सामग्री के अभाव में वे कूप को पाटने का काम शुरू नहीं कर पाये हैं. क्षेत्र में बारिश हुई, तो अधिकांश कूप धंस […]
मांडर के 19 पंचायत में 487 कूप का निर्माण चल रहा है
मांडर : प्रखंड में मनरेगा के सिंचाई कूप के लाभुकों की जान सांसत में है. लाभुकों का कहना है कि सामग्री के अभाव में वे कूप को पाटने का काम शुरू नहीं कर पाये हैं.
क्षेत्र में बारिश हुई, तो अधिकांश कूप धंस जायेंगे. मालूम हो कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा से प्रखंड के 19 पंचायतों में 487 कूप का निर्माण किया जा रहा है. पूर्व में कूप निर्माण सामग्री की आपूर्ति वेंडरों के माध्यम से होती थी. वे अपने स्तर से सामग्री की व्यवस्था कर आपूर्ति करते थे और सामग्री की आपूर्ति के बाद उन्हें राशि का भुगतान किया जाता था. लेकिन अब नये आदेश के अनुसार कूप को पाटने के लिए लाभुक को ही सामग्री की व्यवस्था करनी है और सामग्री की राशि का भुगतान उसी के खाते में किया जाना है.
जिसका परिणाम है कि कूप के लाभुकों को बगैर नकद के सामग्री नहीं मिल रही है और वे अपेक्षित गति से कूप को पाटने का काम नहीं कर पा रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रखंड के 19 पंचायतों में बन रहे 487 कूप में से सामग्री मद में अब तक कुरकुरा पंचायत में 49 हजार व कैंबो पंचायत में एक लाख 99 रुपये का ही भुगतान हुआ है.
इधर रांची उपविकास आयुक्त ने 15 जून से संभावित मॉनसून को लेकर कूपों की धंसने की आशंका को देखते हुए जिले में मनरेगा से निर्माणाधीन कूपों को मॉनसून के पूर्व ही पूर्ण करने का निर्देश ( पत्रांक-697, दिनांक 7 जून 2018) जारी किया है. कहा है कि मॉनसून में कूप के धंसने के मामले जिला को प्राप्त होते हैं, तो इसकी पूर्ण जवाबदेही संबंधित प्रखंड के बीडीओ व बीपीओ की होगी.