22.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मंत्री सरयू राय ने कहा- शून्य हो चुकी है सरकारी तंत्र व विभागों की विश्वसनीयता

-प्रशासनिक पदाधिकारियों की कार्यशैली में सुधार की जरूरत-विपक्ष सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए काम नहीं करे रांची/जमशेदपुर : राज्य में सरकारी तंत्र और विभागों की विश्वसनीयता शून्य हो चुकी है. यही वजह है कि सरकारी विभाग अगर बेहतर तरीके से काम भी करे, तो लोगों को विश्वास नहीं होता है कि वह बेहतर काम कर […]

-प्रशासनिक पदाधिकारियों की कार्यशैली में सुधार की जरूरत
-विपक्ष सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए काम नहीं करे

रांची/जमशेदपुर : राज्य में सरकारी तंत्र और विभागों की विश्वसनीयता शून्य हो चुकी है. यही वजह है कि सरकारी विभाग अगर बेहतर तरीके से काम भी करे, तो लोगों को विश्वास नहीं होता है कि वह बेहतर काम कर रहा है. उक्त बातें मंत्री सरयू राय ने कही. श्री राय बिष्टुपुर स्थित अपने आवास पर प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे.
श्री राय ने कहा कि भूख से मौत के आरोप हमारे विभाग पर लगे. हमारा विभाग खाद्य आपूर्ति विभाग है. आज कल भूख से मौत की बात कहना फैशन सा बन गया है. भूख से हुई मौत की तीन स्थानों पर चतरा, गिरिडीह और रामगढ़ के कुजू में पारदर्शी तरीके से जांच करायी गयी. इसमें पंचायती राज संस्था से जुड़े लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच की. इसकी वीडियोग्राफी भी करायी गयी. यह प्रमाणित हुआ कि मौत भूख से नहीं हुई है. सरकार को जितना बदनाम ऐसे लोग करते हैं, उतनी ही राज्य का भी बदनामी होती है. जांच में यह प्रमाणित हुआ कि मौत भूख से नहीं हुई, लेकिन सरकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता शून्य पर पहुंच चुकी है. लोग समझते हैं कि सरकार जो कह रही है, वह सफाई और लीपापोती के लिए ही कह रही है.
विभाग की गड़बड़ी पर भी बोलने से नहीं चूकते
श्री राय ने अपनी राजनीति और विभाग के बारे में बताया कि मेरे विभाग में गड़बड़ी होती है, तो हम खुद कहते हैं कि यह गड़बड़ी हो रही है. हम उतना ही कहते हैं, जो कर सकते हैं. अगर कोई आरोप है, तो विपक्षी दलों को खुल कर सामने रखना चाहिए. श्री राय ने राज्य की ब्यूरोक्रेसी को भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन का काम जनता के जरूरतों के हिसाब से ही करें. जनता का विश्वास जीतने का काम करें. प्रशासनिक अधिकारी अपने आचरण से सरकारी संस्थाओं की साख बचायें. यह तब होगा, जब व्यक्तिपरक नहीं, बल्कि वस्तुपरक हो. कोई फैसला लेने में मुंहदेखी नहीं हो.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें