हाजत में हुई मौत के विरोध में सड़क जाम, मुआवजा मांगा

रांची/हटिया : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली निवासी सुनील कच्छप की रविवार को थाना हाजत में मौत हो गयी थी. सोमवार को इसके विरोध में दोपहर 12 बजे कचनार टोली चौक के पास शव के साथ लोगों ने सड़क जाम कर दिया. यह जाम दिन के दो बजे तक लगी रही. परिजनों ने उचित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2018 5:54 AM

रांची/हटिया : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली निवासी सुनील कच्छप की रविवार को थाना हाजत में मौत हो गयी थी. सोमवार को इसके विरोध में दोपहर 12 बजे कचनार टोली चौक के पास शव के साथ लोगों ने सड़क जाम कर दिया. यह जाम दिन के दो बजे तक लगी रही. परिजनों ने उचित मुआवजा, सरकारी नौकरी व जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अनूप कर्मकार को अविलंब निलंबित कर उच्च अधिकारियों से घटना की जांच करने की मांग की.

घटना की सूचना मिलने पर हटिया डीएसपी विकास पांडेय, डोरंडा थाना प्रभारी मो आबिद अंसारी, तुपुदाना ओपी प्रभारी प्रकाश यादव सहित महिला-पुरुष सशस्त्र बल पहुंचे और लोगों को समझा कर जाम हटाने का प्रयास किया़

सुनील अपराधी नहीं था, थाना में तीन दिन क्यों रखा : मृतक की मां आशा मिंज ने कहा कि हमलोग बहुत गरीब परिवार से हैं. कोई कमाने वाला नहीं है़ मृतक का दो पुत्र व एक पुत्री है. सभी छोटे हैं. इन सब का भरण-पोषण कौन करेगा. हमलोग तो सुनील कच्छप को सुधारने के लिए थाना लेकर आये थे. लेकिन तीन दिनों तक उसे हाजत में बंद करके क्यों रखा गया. वह अपराधी तो नहीं था. आलोक दुबे भी जामस्थल पहुंचकर सुनील के परिजनों से मिले एवं घटना की निंदा की.
उन्होंने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये तथा मृतक की पत्नी सुमी कच्छप को सरकारी नौकरी देने की मांग की़ उन्होंने घटना के लिए दोषी पुलिस कर्मियों को अविलंब हटाने की भी मांग की.
हटिया डीएसपी से बकझक : सड़क जाम करने के दौरान हटिया डीएसपी विकास पांडेय से जामकर्ताओं के साथ बकझक भी हुई. जाम की सूचना मिलने पर पूर्व विधायक देवकुमार धान भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी एवं जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अनूप कर्मकार को निलंबित करने की मांग की़
जाम में फंसी कई स्कूल बस : जाम के दौरान दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी थी. स्कूली बस भी जाम में फंस गयी. इससे बच्चों को काफी परेशानी हुई़ डोरंडा थाना प्रभारी मो आबिद अंसारी ने मृतक के परिजनों को तत्काल 10 हजार रुपये दिया़ तब जाकर जाम हटाया गया. जाम करनेवालों में पार्षद सविता लिंडा, निकोलस एक्का, ज्ञान उरांव, उर्मिला कच्छप सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे़
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने की पुष्टि नहीं
हाजत में मौत के बाद सुनील कच्छप के शव का रविवार की रात ही मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया था़ पोस्टमार्टम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुनील के सिर में चोट लगे होने की पुष्टि नहीं हुई है़ इसलिए मौत के कारणों का स्पष्ट पता नहीं लग पाया है. बिसरा को जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है़ साथ ही ब्लड को हेस्टो पैथोलॉजी जांच के लिए रखा गया है.

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