रांची : धीमी पड़ी मॉनसून की रफ्तार फिर जोर पकड़ने लगी है. सोमवार दोपहर बाद राजधानी रांची और आस-पास के जिलों में तेज बारिश हुई. बारिश के साथ-साथ मेघगर्जन भी हुए. बारिश ने भीषण गर्मी का सामना कर रहे लोगों को बड़ी राहत दी है.
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि खूंटी, गुमला, रांची, लोहरदगा, लातेहार, चतरा, पलामू, गढ़वा और हजारीबाग जिलों में कहीं-कहीं मेघ-गर्जन के साथ-साथ तेज बारिश को सकती है.
रविवार को ही मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान लगाया था कि झारखंड में मॉनसून 26 जून तक पहुंच जायेगा और पूरे प्रदेश में बारिश की संभावना है. रविवार को मॉनसून गुजरात के सौराष्ट्र (क्षेत्र), वेरावल, अहमदाबाद और महाराष्ट्र के अमरावती की ओर बढ़ गया. पूर्वी दिशा में यह समूचे असम, उत्तर पश्चिमी बंगाल में जलपाईगुड़ी और दक्षिणी बंगाल में मिदनापुर पहुंच चुका है.
* अब तक देश में सामान्य से 10 प्रतिशत कम बारिश : देश के 25 प्रतिशत से कम हिस्से में अब तक सामान्य या अधिक बारिश हुई है. दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून निर्धारित सामान्य तिथि से तीन दिन पहले 29 मई को पहुंचा और केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों में बारिश हुई. हालांकि, शनिवार तक कुल मिलाकर बारिश सामान्य से 10 प्रतिशत कम रही.
* दक्षिण में सबसे अधिक बारिश : देश के चार मौसम विभागीय मंडलों में से केवल दक्षिणी प्रायद्वीप ही ऐसा क्षेत्र रहा, जहां 29 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गयी. पूर्वी-पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में क्रमश: 29 और 24 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी. भारत के 36 मौसम विभागीय उपमंडलों में से 24 उपमंडलों में कम और बहुत कम बारिश हुई.