पत्थलगड़ी नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति ने कहा, राष्ट्रपति, जज व राज्यपाल वार्ता को ग्रासमभा में आएं तभी पुलिसवालों को छोड़ेंगे

रांची : पत्थलगड़ी के नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति ने कहा कि स्वशासन व्यवस्था के तहत पत्थलगड़ी कार्यक्रम किया जा रहा था. इसे बाधित करने के लिए अवैध जिला प्रशासन ने नक्सलियों की तरह व्यवहार किया है. स्वशासन व्यवस्था के खिलाफ नक्सलियों व उपद्रवियों की तरह व्यवहार करने के लिए तीन पुलिसकर्मियों को ग्रामसभा की कस्टडी में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2018 6:17 AM
रांची : पत्थलगड़ी के नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति ने कहा कि स्वशासन व्यवस्था के तहत पत्थलगड़ी कार्यक्रम किया जा रहा था. इसे बाधित करने के लिए अवैध जिला प्रशासन ने नक्सलियों की तरह व्यवहार किया है.
स्वशासन व्यवस्था के खिलाफ नक्सलियों व उपद्रवियों की तरह व्यवहार करने के लिए तीन पुलिसकर्मियों को ग्रामसभा की कस्टडी में रखा गया है.
इन्हें तब तक नहीं छोड़ा जायेगा, जब तक राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के जज व राज्यपाल ग्रामसभा में आकर संविधान का विश्लेषण नहीं करते हैं, भारत सरकार के तमाम एक्ट, पैक्ट और रूल के अनुपालन की बात नहीं करते हैं कि क्या सही है और क्या गलत है. इंडियन पुलिस हमें बाधित कर रही है. यह सरासर गलत है. ये भारत सरकार के तमाम नियम और कानून का उल्लंघन कर रहे हैं.
इसलिए यह जरूरी है कि राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के जज व राज्यपाल हस्तक्षेप करें. उन्हें ग्रामसभा में आकर पारंपरिक मुंडाओं से बहस करनी होगी. तभी फैसला होगा. यह बताना होगा कि संविधान में क्या लिखा हुआ है. यहां आकर बताएं कि हमलोग पत्थलगड़ी कर रहे हैं, यह सही है या गलत है. अगर गलत होगा, तो हम पत्थलगड़ी छोड़ देंगे.
सही होने पर पूरे भारत वर्ष में पत्थलगड़ी करेंगे़ यूसुफ पूर्ति ने कहा : राष्ट्रपति व राज्यपाल को बताना होगा कि यह अवैध इंडियन पुलिस कौन है, जो सुरक्षित क्षेत्र में आतंक मचाये हुए हैं. इनका अधिकार राज्यपाल के द्वारा जारी हुआ है कि नहीं, यह बताना होगा़
पुलिस ने महिलाआें के साथ दुर्व्यवहार किया : यूसुफ पूर्ति ने कहा : सोमवार रात दो बजे मेरे घर में तोड़फोड़ पुलिसवालों ने की है. महिलाआें के साथ दुर्व्यवहार किया है़ महिला आयोग व मानवाधिकार आयोग क्यों चुप है़ं ऐसा करने का आदेश इंडियन पुलिस को किसने दिया है़
मंगलवार को भी पुलिस ने लाठी चार्ज किया़ दुर्व्यवहार करनेवाले पुलिसवालों पर कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस हमलोगों की एफआइआर नहीं लेती. इसलिए ग्रामसभा में एफआइआर की गयी है़
आधार, जॉब, वोटर व राशन कार्ड को जलाया गया है
यूसुफ पूर्ति ने कहा : करीब एक हजार लोगों का आधार कार्ड, जॉब कार्ड, वोटर कार्ड व राशन कार्ड को जलाया गया है. हम भारत सरकार का कुटुम्ब परिवार हैं. लेकिन हमलोगों को जबरन नागरिक बनाया गया. इस वजह से हमारी जमीन पूरे भारत में लूटी जा रही है. पूरे भारत में आदिवासी मालिक की तरह रहने के लिए लड़ाई शुरू कर दिये हैं.
गैंग रेप करनेवालों को बचा रही है पुलिस
यूसुफ पूर्ति ने कहा : गैंग रेप करनेवालों को पुलिस बचा रही है. निर्दोष फादर व स्कूल के दो टीचरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जबकि असली आरोपी की तस्वीर पुलिस के पास है. लेकिन पुलिस उसे बचा रही है.
जबरदस्ती पुलिस, मीडिया व राजनेता हाय तौबा मचाये हुए हैं. पहले पुलिस को वर्जित क्षेत्र में भेजा जाता है. फिर उनके सहारे हमारी जमीन पर अवैध कब्जा कर उसे उद्याेगपतियों को दिया जा रहा है. हमलोग विस्थापित होकर गुलगुलिया बनते जा रहे हैं. इसलिए हम मालिक की तरह रहने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.

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