रांची : झारखंड में नक्सली हमले में 6 जवानों की शहादत पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर जवानों को श्रद्धांजलि दी, तो सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें खूब ट्रोल किया. किसी ने रघुवर दास को कायर करार दिया, तो किसी ने झारखंड सरकार को लाचार बताया. दयामय बानुहड़ ने तो यहां तक लिख डाला, ‘आपकी ऐसी दमनकारी नीतियां रहीं, तो जिसे आप नक्सली कह रहे हैं, वो हर गांव से निकलेंगे.’
दरअसल, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लातेहार में नक्सली हमले में 6 जवानों की शहाद पर बुधवार को ट्वीट किया, ‘लातेहार के बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों ने हमारे जवानों पर कायराना हमला किया. हमारे 6 जांबाज जवानों की शहादत पर मन व्यथित है. हम झारखंड से नक्सलवाद का जड़ से खात्मा करेंगे और यही शहीद जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. शहीद जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है.’
लातेहार के बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों ने हमारे जवानों पर कायराना हमला किया। हमारे 6 जांबाज़ जवानों की शहादत पर मन व्यथित है। हम झारखण्ड से नक्सलवाद का जड़ से खात्मा करेंगे और यही शहीद जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। शहीद जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है।
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 27, 2018
उनके इस ट्वीट पर कई कमेंट आये. कुछ लोगों ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. कुछ लोगों ने सीएम के जज्बे को सलाम किया, तो किसी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. लेकिन, कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री की तीखी आलोचना शुरू कर दी. रूपक चौधरी ने लिखा, ‘थोड़ी कड़ी निंदा कीजियेगा. वैसे भी आधे राज्य में पत्थलगड़ी, नक्सलियों और मिशनरी वालों का ही कब्जा है, जहां उनका अपना कानून, अपना बैंक चलता है. सांसद के घर पर हमला करके उनकेतीन सुरक्षाकर्मी को बंधक बना के ले जाते हैं. कितनी लाचार है झारखंड सरकार.’
इसे भी पढ़ें : लातेहार : बूढ़ा पहाड़ में सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों ने किया आइइडी ब्लास्ट, छह जवान शहीद, एक की स्थिति गंभीर
किशु ने सीएम को ट्रोल करते हुए कहा कि वह सिर्फ कहते हैं. करते कुछ नहीं. किशु ने लिखा, ‘आदरणीय रघुबर जी, सिर्फ कथनी है, आपकी करनी शून्य है.’ उसने सलाह दी कि सीएम को योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार की तरह शहीदों के घर जाकर उनके परिजनों की हिम्मत बढ़ायें और उनकी आर्थिक मदद करें. सिर्फ ट्विटर पर दुख जताने से कुछ नहीं होगा.
गोड्डा के संजीत कुमार यादव ने सीएम को ट्रोल करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार में झारखंड पुलिस का सबसे ज्यादा शोषण हुआ है.सीएम सिर्फ facebook, twitter और Social media पर दु:ख व्यक्त न करें. शोक संतप्त परिवार से खुद मिलें और उन्हें हर संभव सहयोग करें. कायर नक्सलियों पर आज ही कठोर कार्रवाई करें.
बीसीए के स्टूडेंट राज सिन्हा ने सीएम को कायर बताया,राजने लिखा, ‘कायर हो तुम दास….. बदला लो…. हमारे जवानों की मौत का. जिस दिन नेता लोग शहीद होने लगेंगे, उस दिन राजनीति और देशनीति का अंतर मालूम होगा.’ वहीं, सौरभ कुमार गुप्ता ने सीएम से उस समय के बारे में पूछा, जब नक्सलियों का राज्य से सफाया हो जायेगा. सौरभ ने लिखा, ‘कब वो समय आयेगा, जनता जानना चाहती है?’
इसे भी पढ़ें : खूंटी : पुलिस से झड़प के बाद 300 पत्थलगड़ी समर्थकों का कड़िया मुंडा के घर हमला, तीन जवानों को अगवा किया
अनुराग ने सीएम के बयान पर तंज कसते हुए लिखा, ‘कुछ दिन पहले तक तो आप बड़ेगर्व से बोल रहे थे कि पलामू-लातेहार से नक्सलवाद खत्म हो गया है!’ साकेत कुमार ने सरकार की इच्छाशक्ति पर सवाल खड़े किये. उन्होंने लिखा, ‘अगर सरकार चाहेगी, तो नक्सलियों के हमले का बदला तुरंत लिया जा सकता है. पूरे बूढ़ा पहाड़ को घेरकर हवाई हमला करके नक्सलियों का खात्मा किया जा सकता है, लेकिन सरकार ऐसा करना नहीं चाहेगी.’
कुंदन सिन्हा ने सीएम के ट्वीट पर कमेंट किया कि नक्सलियों के सफाये के लिए सरकार को और कठोर कदम उठाना चाहिए. माओवादियों और नक्सलियों का अब कोई सिद्धांत ही नहीं रहा. ये लुटेरा गरोह हैं. ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर केवल उनका उपयोग अपने फायदे के लिए करते हैं.