रांची में बोले सेबी के सीजीएम पीयूष गुप्ता : लंबी अवधि के लिए निवेश करें
रांची : झारखंड के लोगों के पास पैसे हैं, लेकिन यह पैसा अलग-अलग जगहों में जा रहा है. लंबी अवधि के लिए निवेश करें, तो रिटर्न बेहतर मिलेगा. कई निवेश की कंपनियां झारखंड में काम कर रही हैं. स्थिति अभी यह है कि अभी भी उनका नेटवर्क पूरी तरह लोगों तक नहीं पहुंच पाया है. […]
रांची : झारखंड के लोगों के पास पैसे हैं, लेकिन यह पैसा अलग-अलग जगहों में जा रहा है. लंबी अवधि के लिए निवेश करें, तो रिटर्न बेहतर मिलेगा. कई निवेश की कंपनियां झारखंड में काम कर रही हैं. स्थिति अभी यह है कि अभी भी उनका नेटवर्क पूरी तरह लोगों तक नहीं पहुंच पाया है. निवेश कर रहे हैं. आवश्यक जानकारी नहीं होने के कारण पैसा डूब रहा है.
यह बातें सेबी के सीजीएम पीयूष गुप्ता ने शनिवार को कहीं. श्री गुप्ता इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) के तत्वावधान में शनिवार को होटल रेडिशन ब्लू में आयोजित खुदरा बचत अवसर सम्मेलन में बोल रहे थे.उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों को निवेश की पूरी जानकारी नहीं है. सेबी वित्तीय साक्षरता के तहत लोगों को जागरूक रहा है. वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15,000 सलाहकार नियुक्त किये गये हैं.
यूटीआइ के प्रोडक्ट हेड आर. राजा ने कहा कि देश में म्यूचुअल फंड का कारोबार तेजी से बढ़ा है. इक्विटी लंबे समय तक फायदा देने वाला होता है. निवेशकों को धैर्य रखना होगा, तभी लाभ होगा. म्यूचुअल फंडों में निवेशकों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन निवेशक धैर्य के साथ निवेश करें. अभी भी म्यूचुअल फंड के बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं है.
मिरी एस्टेट ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के रीजनल हेड अनुज प्रमाणिक ने भी अपने विचार रखें. पहले सत्र में आइसीसी नेशनल एक्सपर्ट कमेटी आॅन बैंकिंग के सदस्य एसआर चौधरी ने स्वागत भाषण दिया. एनएसडीएल के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट एस. मित्रा ने कहा कि झारखंड में 1.5 लाख डीमैट अकाउंट है. हर माह 1,000 से अधिक डीमैट खुल रहे हैं.
एसबीआइ फंड मैनेजमेंट के रीजनल हेड लगन अग्रवाल ने कहा कि म्यूचुअल फंड में रिस्क है. फायदा भी अधिक है. लाभ कमाने के लिए पांच से छह साल इंतजार करना होगा. कार्यक्रम में यूटीआइ इस्टेट मैनेजमेंट के रीजनल हेड ए. सेनगुप्ता, एसबीआइ के डीजीएम संजय श्रीवास्तव, एलआइसी के सीनियर डिवीजनल मैनेजर एमएम अंसारी ने भी अपने विचार रखे. धन्यवाद ज्ञापन आइसीसी, झारखंड के रीजनल डायरेक्टर बाल कृष्णा सिंह ने दिया.