रांची के HEC क्षेत्र में जल्द ही बनेगा देश का पहला खादी मॉल : CM रघुवर दास
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमें झारखंड के गांव का रूप बदलना है, चेहरा बदलना है. झारखंड के लोगों के जीवन में बदलाव लाने का लक्ष्य लेकर हम काम कर रहे हैं. हस्तकला की कारीगरी को प्रधानता दी जा रही है. हमारे गांव के लोगों के हाथ में काफी गुण है. राज्य […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमें झारखंड के गांव का रूप बदलना है, चेहरा बदलना है. झारखंड के लोगों के जीवन में बदलाव लाने का लक्ष्य लेकर हम काम कर रहे हैं. हस्तकला की कारीगरी को प्रधानता दी जा रही है. हमारे गांव के लोगों के हाथ में काफी गुण है. राज्य में 1.13 लाख कलाकारों को सूचीबद्ध किया गया है. हम उन्हें प्रशिक्षित कर बाजार की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने को प्रोत्साहित करेंगे. इससे उनके जीवन में बदलाव आयेगा. साथ ही उन्हें बाजार भी उपलब्ध करायेंगे, ताकी वे ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर सकें.
उक्त बातें उन्होंने होटवार स्थित खेलगांव प्रांगण में झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित कारीगर पंचायत के उदघाटन के बाद कहीं. उन्होंने कहा कि हम कलाकारों को आधुनिक प्रोद्योगिकी का सहारा देकर उनके उत्पाद में वैल्यू एडिशन करायेंगे. मार्केट के लिए ग्रामीण हाट और अरबन हाट के साथ-साथ पर्यटक स्थलों पर भी हाट बनाकर उन्हें बाजार उपलब्ध करायेंगे. ये हाट बाजार भी काफी उन्नत किस्म के होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड खादी बोर्ड के माध्यम से गांव-गांव में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार से जोड़ा गया है. बोर्ड उन्हें बाजार मुहैया करा रहा है. खादी बोर्ड को सहायता बढ़ाने के लिए सरकार इसके बजट में वृद्धि करेगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा योजनाएं चलायी जा सके. साथ ही 15 दिनों में एचइसी क्षेत्र में खादी बोर्ड को भूमि उपलब्ध करायी जायेगी, जहां देश का पहला खादी मॉल बनाया जायेगा.
दास ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने मीठी क्रांति की बात की थी. मीठी क्रांति हेतु सबसे उपयुक्त जगह झारखंड है. इसी दिशा में खादी ग्राम बोर्ड, मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड हनी के क्षेत्र में काम कर रही है. आज आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हनी बाक्स देने की घोषणा की. मैं उनको बधाई देता हूं. भारत सरकार से झारखंड सरकार दो लाख बाक्स लेकर लोगों को उपलब्ध करायेगी. बाबा रामदेव से बात हुई.
उन्होंने कहा कि पतंजलि हमारे राज्य से हनी खरीदकर ले जायेगी. हमें मार्केट की चिंता करने की जरुरत नहीं है. संथाल परगना और कोलहान में बांस बहुत होते हैं. बांस के संदर्भ में आईक के साथ करार हुआ है. झारखंड से 5 लाख टोकरी की डिमांड है. इसी को देखते हुए दुमका मे 600 महिलाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसी तरह की कई चीजों की डिमांड झारखंड में है. हम मैन्युफैक्चरिंग बेहतर करें. ब्रांडिग ठीक से करें, मार्केटिंग ठीक करें। सबकी डिमांड है. आर्गेनिक सब्जी की डिमांड यूरोप में खूब है. इसका भी उत्पादन बढ़ायें.
कार्यक्रम में पद्मश्री अशोक भगत, केंद्रीय जनजातीय कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, रांची मेयर आशा लकड़ा, उद्योग विभाग के सचिव विनय चौबे समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.