गर्भवती बच्चियों को देखने पहुंचीं आयोग की अध्यक्ष
नामकुम : नामकुम प्रखंड परिसर में आश्रय संस्था द्वारा मिशनरी ऑफ चैरिटी से लायी गयीं 13 गर्भवती बच्चियों के लिए संसाधनों को पूरा करने का काम अभी भी जारी है. बुधवार को लायी गयी इन बच्चियों के लिए रहने खाने की व्यवस्था की गयी है. हालांकि, कई बच्चियों में प्रेग्नेंसी एडवांस्ड स्टेज में होने के […]
नामकुम : नामकुम प्रखंड परिसर में आश्रय संस्था द्वारा मिशनरी ऑफ चैरिटी से लायी गयीं 13 गर्भवती बच्चियों के लिए संसाधनों को पूरा करने का काम अभी भी जारी है. बुधवार को लायी गयी इन बच्चियों के लिए रहने खाने की व्यवस्था की गयी है. हालांकि, कई बच्चियों में प्रेग्नेंसी एडवांस्ड स्टेज में होने के कारण उनके लिए चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने की बात की जा रही है.
फिलहाल संस्था द्वारा बच्चियों की देखरेख के लिए एक महिला स्टाफ, रसोइया और गार्ड की व्यवस्था कर की गयी है. बुधवार को ही बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने संस्था का दौरा किया और सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की बात की.
इधर, अधिकारियों का कहना है कि चूंकि बच्चियों को तुरंत लाया गया है, ऐसी स्थिति में कुछ कमी हो सकती है. लेकिन इन कमियों को जल्द ही दूर कर लिया जायेगा. मालूम हो कि बाल कल्याण समिति को सूचना दिये बगैर मिशनरी ऑफ चैरिटी की कर्मचारी और सिस्टर ने अनब्याही मां के बच्चे नि:संतान दंपतियों को बेचे थे. इस मामले का खुलासा होने के बाद इन बच्चियों को वहां से हटाकर संस्था के नामकुम स्थित परिसर में लाया गया है.
यहां वैसी बच्चियां रह रहीं है, जो शारीरिक शोषण शिकार हुई हैं और इनका गर्भपात संभव नहीं है. इसके अलावे जो लड़कियां लोक-लाज के कारण बच्चों को अपनाने से मना कर देती हैं, उन्हें बाल कल्याण समिति में रजिस्टर कराया जाता है, ताकि उनकी उचित देखरेख हो सके और इच्छुक लोग इन बच्चों को कानूनी तरीके से गोद ले सकें.