राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा में राज्य के विद्यार्थी थर्ड डिवीजनर
रांची : देश में पहली बार एनसीइआरटी की ओर से आयोजित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया. इस परीक्षा में सरकारी स्कूल के 10वीं क्लास के विद्यार्थी शामिल हुए थे. इस परीक्षा में झारखंड के विद्यार्थियों का औसत प्राप्तांक थर्ड डिवीजन के बराबर है. अर्थात राज्य के किसी भी जिले के […]
रांची : देश में पहली बार एनसीइआरटी की ओर से आयोजित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया. इस परीक्षा में सरकारी स्कूल के 10वीं क्लास के विद्यार्थी शामिल हुए थे. इस परीक्षा में झारखंड के विद्यार्थियों का औसत प्राप्तांक थर्ड डिवीजन के बराबर है. अर्थात राज्य के किसी भी जिले के विद्यार्थी का ओवरऑल
औसत प्राप्तांक 45 फीसदी तक नहीं पहुंच सका. सबसे बेहतर रिजल्ट पश्चिमी सिंहभूम जिले के विद्यार्थियों का रहा. उनका औसत प्राप्तांक 43.88 प्रतिशत रहा. वहीं पलामू जिले का रिजल्ट सबसे खराब रहा. यहां के विद्यार्थियों का औसत प्राप्तांक 30.3 फीसदी रहा.
पांच विषयों की हुई थी परीक्षा : राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा में गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी व हिंदी विषय की परीक्षा ली गयी थी. झारखंड के विद्यार्थियों का सबसे बेहतर प्राप्तांक हिंदी में आया है. किसी भी विषय में विद्यार्थियों का औसत अंक 60 फीसदी तक नहीं पहुंच सका. साइंस व गणित का रिजल्ट सबसे खराब रहा.
परीक्षा इस वर्ष जनवरी में ली गयी थी. इससे पूर्व एनसीइआरटी ने कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों के लिए परीक्षा आयोजित की थी. कक्षा तीन से आठ तक के जारी रिजल्ट में यह बात सामने आयी थी कि जैसे-जैसे विद्यार्थियों की कक्षाएं बढ़ती हैं, राज्य के विद्यार्थी गणित व साइंस में कमजोर होते चले जाते हैं.
आठ जिले में गणित का औसत अंक 30% से कम
रांची. गणित विषय में आठ जिलाें के बच्चों का औसत प्राप्तांक पास मार्क्स से भी कम है. पलामू, साहेबगंज, गिरिडीह, जामताड़ा, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, रांची के विद्यार्थियों का औसत अंक 30 फीसदी से कम है. वहीं विज्ञान में पलामू, साहेबगंज, गिरिडीह, जामाताड़ा, लोहरदगा, कोडरमा, गढ़वा व पाकुड़ के विद्यार्थियों का ओवरऑल अंक 30 प्रतिशत से कम है.
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