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रांची : मेट्रो-मोनो रेल में फेल, अब ट्राम चलाने का आया प्रस्ताव, रिंग रोड पर चलाने की बन रही योजना
रांची : मेट्रो और मोनो रेल चलाने की योजना में फेल होने के बाद सरकार राज्य के शहरों में ट्राम चलाना चाहती है. नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा है कि सरकार राजधानी के लोगों को काॅम्प्रिहेन्सिव ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशन उपलब्ध कराना चाहती है. शहर में बस सेवा, ट्राम सेवा और टैक्सी सेवा की […]
रांची : मेट्रो और मोनो रेल चलाने की योजना में फेल होने के बाद सरकार राज्य के शहरों में ट्राम चलाना चाहती है. नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा है कि सरकार राजधानी के लोगों को काॅम्प्रिहेन्सिव ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशन उपलब्ध कराना चाहती है. शहर में बस सेवा, ट्राम सेवा और टैक्सी सेवा की व्यवस्था तैयार करने का प्रयास हो रहा है.
ट्राम सेवा के लिए रिंग रोड सबसे उपयुक्त प्रतीत हो रहा है. रांची में बीआरटी कॉरिडोर और ट्रांजिट हब का निर्माण किया जायेगा. शहर में ट्राम और रोड रेल सेवा भी शुरू की जायेगी. बस डिपो, बस स्टॉप व बस अड्डा सुनिश्चित किया जायेगा.
पैदल पथ चिह्नित किये जायेंगे. मल्टी मोड इंट्रिगेशन पर काम किया जायेगा. सुगम परिवहन सेवा के लिए बस स्टॉप, रूट और गाड़ियों का समय भी निर्धारित होगा. परिवहन सेवाओं के लिए कमांड कंट्रोल कम्यूनिकेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जायेगा. श्री सिंह ने बताया कि इन सेवाओं को रांची, जमशेदपुर, धनबाद और देवघर में शुरू किया जा सकता है. पहले इसे रांची में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जायेगा. सरकार सड़कों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देना चाहती है.
बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम विकसित करने का निर्देश
श्री सिंह ने कहा कि लोग आवागमन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का चयन तभी करेंगे, जब तेज गति से परिवहन की सुविधा मिल सकेगी.
इसके लिए रिंग रोड समेत कम ट्रैफिक वाली कुछ और चौड़ी सड़कों पर ट्राम चलायी जा सकती है. श्री सिंह ने झारखंड अरबन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (जुटकॉल) को बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम(बीआरटीएस) विकसित करने का निर्देश दिया है. इस सिस्टम को विकसित करने के लिए झारखंड अरबन ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को पीएमयू गठित कर नौ महीने के अंदर योजना का क्रियान्वयन करने को कहा गया है.
श्री सिंह ने कहा कि राजधानी समेत राज्य के सभी बड़े शहरों में बढ़ती आबादी और सड़कों पर बढ़ रही गाड़ियों के दबाव से लोग परेशान हैं. इसको लेकर सरकार भी चिंतित है. सरकार शहरी क्षेत्र में द्रुतगामी बस सेवा शुरू करने का प्रयास कर रही है. रांची में लगभग 100 जीपीएस युक्त बसों को सेंट्रलाइज्ड कमांड कंट्रोल से मॉनिटरिंग कर संचालित करने की योजना है.
केंद्र ने रिजेक्ट किया था मेट्रो रेल का प्रस्ताव
नगर विकास विभाग ने पूर्व में राजधानी रांची में मेट्रो और मोनो रेल चलाने की योजना बनायी थी. केंद्रीय सहायता हासिल करने के लिए केंद्र को संबंधित प्रस्ताव भेजा गया था. लेकिन मेट्रो रेल चलाने के लिए रांची को अनुपयुक्त बताते हुए केंद्र सरकार ने प्रस्ताव खारिज कर दिया था. मोनो रेल के संबंध में भी केंद्र ने अब तक सहमति नहीं जतायी है.
इधर. छह बार टेंडर निकालने पर भी नहीं मिल रहे हैं बस ऑपरेटर
रांची नगर निगम के सिटी बसों के परिचालन के लिए निगम ने पिछले चार माह में छह बार से अधिक टेंडर निकाला है. लेकिन अब तक कोई ऑपरेटर बस चलाने के लिए आगे नहीं आया है. किसी ऑपरेटर के नहीं आने के कारण निगम के 40 से अधिक बस पिछले चार माह से बकरी बाजार, सरकारी बस स्टैंड व रातू रोड बस स्टैंड में खड़े हैं.
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