विश्वकर्मा अवार्ड के लिए 10 अगस्त तक ऐसे करें आवेदन, 8 थीम में मिलेंगे पुरस्कार, विषय है तकनीक द्वारा गांवों का सशक्तीकरण

रांची : एआइसीटीइ द्वारा मान्यता प्राप्त डिप्लोमा और डिग्री स्तर के टेक्निकल संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एआइसीटीइ-इसीआइ-आइएसटीइ छात्र विश्वकर्मा अवार्ड -2018 के लिए आवेदन की घोषणा की गयी है. यह अवार्ड ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ), एमएचआरडी, इंजीनियरिंग काउंसिल ऑफ इंडिया (इसीआइ) और इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आइएसटीइ) के संयुक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2018 11:54 PM
रांची : एआइसीटीइ द्वारा मान्यता प्राप्त डिप्लोमा और डिग्री स्तर के टेक्निकल संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एआइसीटीइ-इसीआइ-आइएसटीइ छात्र विश्वकर्मा अवार्ड -2018 के लिए आवेदन की घोषणा की गयी है. यह अवार्ड ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ), एमएचआरडी, इंजीनियरिंग काउंसिल ऑफ इंडिया (इसीआइ) और इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आइएसटीइ) के संयुक्त तत्वावधान में दिया जाता है. इस वर्ष इस अवार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है.10 अगस्त 2018 तक आवेदन किया जा सकता है़
दो केटेगरी में मिलेंगे अवार्ड
एआइसीटीइ की ओर से दी गयी जानकारी में यह बताया गया है कि अवार्ड दो केटेगरी में दिये जायेंगे. पहली केटेगरी आउटस्टैंडिंग इनोवेटिव टीम अवार्ड (डिग्री एंड डिप्लोमा) और दूसरी केटेगरी आउटस्टैंडिंग टीचर अवॉर्ड फॉर मेंटरिंग स्टूडेंट्स प्रोजेक्ट है़ इस वर्ष प्रतिभागियों को जिस विषय पर अपनी क्रिएटिविटी दिखाना है, वह ‘तकनीक के द्वारा गांवों का सशक्तिकरण’ है.
एक संस्थान से पांच टीम हो सकेंगी शामिल
अवार्ड के लिए एआइसीटीइ की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गयी है. इसके मुताबिक एक संस्थान से अधिकतम पांच टीम इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकती हैं. इसके लिए उन्हें आवेदन ऑनलाइन www.aicte-india.org पर करना होगा. जिस संस्थान की ओर से महिला टीम इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी, उन्हें अतिरिक्त अंक दिये जायेंगे. आवेदन के साथ टीमों को प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार कर भेजना जरूरी है. साथ ही संस्थान का नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी आवेदन के साथ लगाना होगा. इन दस्तावेज के परीक्षण के बाद ही विजेता का निर्धारण किया जायेगा.
प्रतियोगिता में निर्धारित है आठ सब थीम
अवार्ड की थीम तकनीक की मदद से गांवों का सशक्तीकरण है. इसके लिए अाठ सब थीम भी रखी गयी है. इनमें वाटर एंड इरिगेशन, सेनिटेशन एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट, रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म, एग्रीकल्चर एंड फूड, एजुकेशन-स्किल इनिशिएटिव एंड स्टार्टअप, रूरल क्राफ्ट और ग्रामीण से संबंधित अन्य टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया है.

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