रांची : सीडब्ल्यूसी ने आठ बच्चों को पुलिस के साथ खूंटी भेजा, अभिभावकों को सौंपे जायेंगे

बच्चों द्वारा अपने-अपने अभिभावकों को पहचानने के बाद लिया गया निर्णय रांची : सीडब्ल्यूसी ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के हिनू स्थित शिशु सदन से अपने संरक्षण में लिये गये 22 बच्चों में से आठ बच्चों को छोड़ दिया है. ये सभी बच्चे खूंटी के हैं. इन बच्चों को पुलिस स्कॉट पार्टी के साथ खूंटी सीडब्ल्यूसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2018 9:04 AM
बच्चों द्वारा अपने-अपने अभिभावकों को पहचानने के बाद लिया गया निर्णय
रांची : सीडब्ल्यूसी ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के हिनू स्थित शिशु सदन से अपने संरक्षण में लिये गये 22 बच्चों में से आठ बच्चों को छोड़ दिया है. ये सभी बच्चे खूंटी के हैं.
इन बच्चों को पुलिस स्कॉट पार्टी के साथ खूंटी सीडब्ल्यूसी के पास ले गयी. यहां जांच के बाद बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंप दिया जायेगा. रांची से छोड़े जाने से पूर्व बच्चों और अभिभावकों का फिजिकल वेरिफिकेशन कराया गया. इसके तहत अभिभावकों के आधार कार्ड सहित अन्य कागजात की जांच की गयी.
इसके बाद उन्हें शेल्टर होम ले जाया गया. जहां बच्चों को अपने-अपने अभिभावकों को पहचानने के लिए कहा गया. मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल हृदय की न्यू गांधीनगर हिनू स्थित दूसरी शाखा शिशु सदन में सीडब्ल्यूसी की टीम ने जांच की थी. वहां से एक माह से चार साल तक के 22 बच्चों को अपने संरक्षण में लेकर दो एनजीओ के शेल्टर होम में उन्हें शिफ्ट किया गया.मिशनरीज ऑफ चैरिटी के हिनू स्थित शिशु सदन से सीडब्ल्यूसी ने अपने संरक्षण में लिये थे 22 बच्चे
तीन आवेदनाें पर सोमवार को होगा निर्णय
सीडब्ल्यूसी के पास शिशु सदन से संरक्षण में लिये गये तीन बच्चों के अभिभावकों ने भी आवेदन दिया है. इस संबंध में सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि जिनके आवेदन पहले आये थे, उनकी जांच करके उन्हें छोड़ा जा रहा है. तीन आवेदनों पर सोमवार को निर्णय लिया जायेगा. मालूम हो कि कई अभिभावक अपने बच्चों को वापस लेने के लिए सीडब्ल्यूसी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.
ट्रेन से जब्त बच्चों को सीडब्ल्यूसी के पास भेजा
धनबाद-एलेप्पी एक्स़ से जिन 21 बच्चों को गुरुवार को रांची स्टेशन में उतारा गया था. उन्हें शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी रांची ने छोड़ दिया है.
उन्हें संबंधित जिले के सीडब्ल्यूसी के पास भेज दिया गया है. जानकारी के अनुसार ट्रेन से उतारे गये बच्चों के अभिभावक सीडब्ल्यूसी कार्यालय के बाहर लगे नोटिस देख कर परेशान हुए. नोटिस में कहा गया था कि जिन 21 बच्चों को रेलवे चाइल्ड लाइन और रेलवे पुलिस ने पकड़ा है, उनके अभिभावक एक अगस्त 2018 को दस्तावेज जमा करें.
दस्तावेज के आधार पर बच्चों को छोड़ने का निर्णय सीडब्ल्यूसी लेगा. इसके बाद अभिभावकों ने बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर से मुलाकात की. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि दस्तावेज सीडब्ल्यूसी को उपलब्ध करायें. बाद में सीडब्ल्यूसी ने अभिभावकों द्वारा उपलब्ध कराये गये दस्तावेज के आधार पर उन्हें मुक्त कर दिया.
कोंसीलिया और अनिमा से पूछताछ
रांची : मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित हृदय निर्मल केंद्र की सिस्टर कोंसीलिया और अनिमा इंदवार को पुलिस ने शुक्रवार को चार दिनों की रिमांड पर लिया है़ उनसे पुलिस ने पूछा कि शेष बच्चों को कहां-कहां बेचा गया. गौरतलब है कि बच्चा बेचे जाने के आरोप में चार जुलाई को अनिमा इंदवार व पांच जुलाई को सिस्टर कोंसीलिया को जेल भेजा गया था़
उन्हें न्यायालय ने 14 दिन के लिए जेल भेजा था़ यूपी के ओबरा के दंपती सौरभ व प्रीति अग्रवाल को बच्चा बेेचे बेचने जाने के बाद मामला प्रकाश में आया था़ दो जुलाई को बच्चा बरामद हुआ और तीन जुलाई को सीडब्ल्यूसी ने कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी़

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