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रांची : दो हजार वन रक्षियों की नियुक्ति जल्द : रघुवर दास
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वन विभाग ने इस वर्ष 2.40 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया है. इसकी शुरुआत स्वर्णरेखा नदी के किनारे पौधे लगा कर की गयी है. दो जुलाई को नौ लाख पौधे लगाये गये. पौधरोपण कार्यक्रम को जनआंदोलन का रूप दिया गया है. जन भागीदारी के बिना […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वन विभाग ने इस वर्ष 2.40 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया है. इसकी शुरुआत स्वर्णरेखा नदी के किनारे पौधे लगा कर की गयी है. दो जुलाई को नौ लाख पौधे लगाये गये. पौधरोपण कार्यक्रम को जनआंदोलन का रूप दिया गया है.
जन भागीदारी के बिना यह काम संभव नहीं है. वनों की रक्षा में वन रक्षियों की भूमिका महत्वपूर्ण है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 30 साल बाद 2188 वन रक्षियों की नियुक्ति की है. जल्द ही और दो हजार वन रक्षियों की नियुक्ति होगी. श्री दास सोमवार को नये विधानसभा परिसर में आयोजित वन महोत्सव को संबोधित कर रहे थे.
इस मौके पर सीएम के अलावा विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, सरकार के मंत्री व विधायकों ने पौधे लगाये. मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती का प्राण वन है. झारखंड में अभी 29 प्रतिशत क्षेत्र में वन आच्छादित है. इसे बढ़ा कर 33 प्रतिशत करना है, ताकि भविष्य में झारखंड की स्थिति दिल्ली जैसी नहीं हो.
आनेवाली पीढ़ी को ग्रीन व क्लीन झारखंड देना हमारी जिम्मेदारी
सीएम श्री दास ने कहा कि पूरी दुनिया स्वच्छ हवा, जल व पर्यावरण में हो रही गिरावट को लेकर चिंतित है. पुरखों ने हमें हरा-भरा झारखंड सौंपा है. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम आनेवाली पीढ़ी को ग्रीन व क्लीन झारखंड दें.
उन्होंने कहा कि गांव में वृक्ष एयरकंडीशनर का काम करता है. भारतीय संस्कृति में वृक्ष व जीव की पूजा होती है. सनातन व सरना धर्म में प्रकृति की पूजा होती है. यह हमें जीवन ही नहीं, रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं. बांस से बने उत्पाद की डिमांड विदेशों में काफी है. वर्ष 2016-17 में वन विभाग ने केंदू पत्ता नीति बनायी है.
इससे संग्राहकों को 60.24 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ. यह वर्ष 2015-16 से 88 प्रतिशत अधिक है. वर्ष 2017-18 में 82 करोड़ का भुगतान हुआ. श्री दास ने लोगों से अपने बच्चों के जन्मदिन पर कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की.
अगला बजट सत्र नये विधानसभा भवन में होगा : दिनेश उरांव
विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि नये विधानसभा भवन का काम तेजी से चल रहा है. अगला बजट सत्र विधानसभा के नये भवन में करने में हम सफल होंगे. श्री उरांव ने कहा कि पौधरोपण पर्यावरण का अभिन्न अंग है.
इसके बगैर पर प्रकृति व पर्यावरण की परिकल्पना असंभव है. यही वजह है कि अब हम औद्योगीकरण से ज्यादा चिंता पर्यावरण की कर रहे हैं. सरना धर्म में वृक्ष की पूजा होती है. झारखंड में सघन वन क्षेत्र का दायरा और बढ़ाने की जरूरत है. सरकार की ओर से शुरू की गयी जन वन योजना कारगर साबित हो रही है.
वृक्ष हमें जल, वायु व भोजन देते हैं, गांव व घर में लगायें 10-10 पौधे : नीलकंठ सिंह मुंडा संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि वृक्ष हमें जल, वायु और भोजन देते हैं. आदिवासियों की संस्कृति व रहन-सहन वृक्ष व वनों पर आधारित है. ऐसे में संस्कृति को बचाये रखने के लिए पौधरोपण जरूरी है. उन्होंने गांव, घर में लोगों से 10-10 पौधा लगाने की अपील की. स्वागत भाषण पीसीसीएफ (विकास) एसएन बधावन ने दिया.
उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से विभाग की ओर से वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. पर्यावरण व जंगली जानवरों के विकास को लेकर विभाग की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. मौके पर मंत्री लुईस मरांडी, सीपी सिंह, रामचंद्र चंद्रवंशी, नीरा यादव, राज पलिवार, चंद्र प्रकाश चौधरी, मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी के अलावा विधायक व वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे.
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