रांची : कई दलों ने की स्वामी अग्निवेश पर हमले की निंदा

रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर किये गये हमले की कड़ी निंदा की है. श्री मरांडी ने इसे भाजपा व उनसे जुड़े संगठनों द्वारा की गयी साजिश बताया है. उन्होंने कहा यह स्वामी अग्निवेश पर नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है. स्वामी अग्निवेश डीसी व एसपी को फोन करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2018 7:57 AM
रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर किये गये हमले की कड़ी निंदा की है. श्री मरांडी ने इसे भाजपा व उनसे जुड़े संगठनों द्वारा की गयी साजिश बताया है. उन्होंने कहा यह स्वामी अग्निवेश पर नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है. स्वामी अग्निवेश डीसी व एसपी को फोन करते रहे, लेकिन उनका कॉल रिसीव नहीं किया गया. इससे घटना के पीछे सरकार की प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष संलिप्तता की आशंका को बल मिलता है. सीएम ने अाइवॉश के लिए जांच का आदेश दिया है.
भाजपा का चरित्र सार्वजनिक हुआ : सुबोधकांत सहाय
केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि स्वामी अग्निवेश पर हमला कर भाजपा ने अपना चरित्र सार्वजनिक कर दिया है. सत्ताधारी दल के गुंडों ने राज्य की गरिमा रौंद दी है. श्री सहाय ने कहा कि भाजपा के मंत्री मॉब लिंचिंग के आरोपियों को सम्मान देते हैं. स्वामी अग्निवेश पर जानलेवा हमला कराते हैं. भाजपा बता रहीहै कि उसके खिलाफ उठनेवाली आवाज को लाठी के बल पर चुप कराया जायेगा.
हमला लोकतंत्र के लिए खतरा : आप
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक जयशंकर चौधरी ने कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में भीड़ तंत्र का इस्तेमाल कर जिस तरह से हमला किया गया, उनके कपड़े फाड़े गये, यह बेहद निंदनीय और शर्मनाक घटना है. लोकतंत्र के लिए खतरा व सभ्य समाज को कलंकित करनेवाला कृत्य है.
हमले की माले ने भी की निंदा : भाकपा माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने हमलावरों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है. माले ने कहा है कि भाजपा ने अपने जमात के जरिये विरोधी विचारों को शारीरिक रूप से निपटाने के लिए जिस फासीवादी हमले का सहारा लिया है, वह लोकतंत्र के लिए धब्बा है. राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा है कि इसका सड़कों पर प्रतिवाद किया जायेगा.
बहरागोड़ा से झामुमो के विधायक कुणाल षाड़ंगी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने स्वामी अग्निवेश के साथ जो हरकत की है, यह संस्कार उन्हें उनके वरिष्ठ नेताओं से मिली है. श्री षाड़ंगी ने कहा कि भाजपा अब लाठी के बल पर सत्ता पाना चाहती है.
आदिवासी जन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के शासन में आदिवासियों के पक्ष में बोलनेवाले नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है़ आदिवासी एकता और भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में आदिवासी समाज के जमावड़ा से आरएसएस घबरा गया है़
आदिवासी बुद्धिजीवी मंच के उपाध्यक्ष वाल्टर कंडुलना ने कहा कि यह कल्पना से परे है कि स्वामी अग्निवेश जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्यक्तित्व पर भी मॉब लिंचिंग की तर्ज पर हमला हो सकता है़ लेकिन यह हकीकत है और वर्तमान हालात की दुखद तस्वीर है़ उन्होंने कहा कि स्वामी अग्निवेश ने अपना पूरा जीवन दलितों और आदिवासियों की भलाई के लिए समर्पित कर दिया है़
उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं. सोमवार को भी वे खूंटी जिले में सरकारी दमन के विरोध में वहां के उपायुक्त से मिले थे़ उनके साथ पत्थलगड़ी, पांचवी अनुसूची, पी-पेसा कानून जैसे विषयों पर ढाई घंटे तक वार्ता की़

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