रांची : शेल कंपनियों के सहारे किया गया फर्जीवाड़ा, बिल्डर अमित सरावगी के ठिकानों पर सीबीआइ का छापा
रांची : सीबीआइ रांची (आर्थिक अपराध शाखा) ने शेल कंपनी के सहारे बैंक के साथ जालसाजी करने के आरोप में बिल्डर्स अमित सरावगी, स्वाति सरावगी और सीए अनीस अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा. छापामारी के दौरान 42 रबर स्टांप, 35 बैंक खाते और शेल (कागजी) कंपनियों के नाम पर फर्जी व्यापार दिखाने के लिए […]
रांची : सीबीआइ रांची (आर्थिक अपराध शाखा) ने शेल कंपनी के सहारे बैंक के साथ जालसाजी करने के आरोप में बिल्डर्स अमित सरावगी, स्वाति सरावगी और सीए अनीस अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा. छापामारी के दौरान 42 रबर स्टांप, 35 बैंक खाते और शेल (कागजी) कंपनियों के नाम पर फर्जी व्यापार दिखाने के लिए तैयार किये गये बिल सहित अन्य दस्तावेज मिले हैं. इन दस्तावेज के प्रारंभिक जांच के दौरान जानकारी मिली कि सरावगी बिल्डर्स ने नौ कंपनियों के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक व एसबीआइ से 100 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है.
सभी कर्ज एनपीए हो गया है. सीबीआइ ने अमित सरावगी, स्वाति की कंपनी सनबीम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया से 10 करोड़ कर्ज लेने, शेल कंपनियों के सहारे सरावगी बिल्डर्स व श्रीराम कामट्रेड के खाते में ट्रांसफर कर उस पैसों का निजी लाभ के लिए इस्तेमाल करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की.
इसके बाद सरावगी के कांके रोड स्थित फ्लैट, लाइन टैंक रोड स्थित कंपनी के कार्यालय और सरावगी के सीए अनीस अग्रवाल लालपुर स्थित ठिकानों पर छापा मारा. सरावगी बंधुओं ने जिन कंपनियों के नाम पर कर्ज लिया उसमें सरावगी बिल्डर्स, द्वारिकाधीश उद्योग, बद्री केदार उद्योग, सनबीम डीलर्स, राधाकृष्ण विनियम, ग्लोबल ट्रे़डर्स, श्रीराम कामट्रेड, जीके अभिषेक कुमार और हर्ष विधि कोमो सेल्स का नाम शामिल है.
कर्मचारियों और रिश्तेदारों के नाम पर कंपनी बनायी : छापामारी के दौरान मिले दस्तावेज से इस बात की भी जानकारी मिली कि अमित सरावगी ने अपने कर्मचारियों और रिश्तेदारों के नाम पर कई कंपनियां बनायी. इन कंपनियों में अपने कर्मचारियों और रिश्तेदारों को निदेशक बनाया.
सरावगी ने 13 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर रखे गये कर्मचारी को ग्लोबल ट्रेडर्स में निदेशक बनाया और बैंक से आठ करोड़ रुपये का कर्ज लिया. इनमें अपने ही दूसरे कर्मचारी को गारंटर बनाया. छापामारी के दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर सीबीआइ ने सीए अनीस अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा.उसे प्राथमिकी में नामजद अभियुक्त नहीं बनाया गया है.
100 करोड़ कर्ज तीन बैंकों से लिया नौ कंपनियों के नाम पर
सरावगी बिल्डर्स ने नौ कंपनियों के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 100 करोड़ रुपये का कर्ज लिया. सभी कर्ज एनपीए हो गया है
छापामारी में क्या-क्या मिले :42 रबर स्टांप, 35 बैंक खाते और शेल (कागजी) कंपनियों के नाम पर फर्जी व्यापार दिखाने के लिए तैयार किये गये बिल सहित अन्य प्रकार के दस्तावेज मिले हैं
इन ठिकानों पर छापामारी : सरावगी के कांके रोड स्थित फ्लैट, लाइन टैंक रोड स्थित सनबीम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कार्यालय और सरावगी के सीए अनीस अग्रवाल लालपुर स्थित ठिकानों पर छापा.
किस कंपनी के नाम कितना कर्ज लिया
कंपनी का नाम बैंक व राशि
सरावगी बिल्डर्स 30 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
द्वारिकाधीश उद्योग 10 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
बद्री केदार उद्योग 15 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
सनबीम डीलर्स 10.37 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
राधाकृष्णा विनियम प्रालि 2.05 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
ग्लोबल ट्रेडर्स 8.90 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
श्रीराम कामट्रेड प्रालि 13.5 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया से
मेसर्स जीके अभिषेक कुमार 8.00 करोड़ इलाहाबाद बैंक से
मेसर्स हर्ष विधि कोमो सेल्स 3.05 करोड़ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से
ये हैं अभियुक्त
अमित सरावगी : निदेशक मेसर्स सनबीम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड, फ्लैट नंबर-2 सौरभ कुंज, कांके रोड
स्वाति सरावगी : निदेशक मेसर्स सनबीम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड, फ्लैट नंबर-2 सौरभ कुंज, कांके रोड
मेसर्स सनबीम प्राइवेट लिमिटेड दूसरे तल्ला, एमआर टावर लाइन टैंक रोड, रांची
मेसर्स सरावगी बिल्डर्स एंड प्रोमोटर्स नारायणी बिल्डिंग, पांचवां तल्ला, कमरा नंबर 503,कोलकाता
मेसर्स श्रीराम कोम ट्रेड प्रालि : तीसरा तल्ला, कमरा नंबर 301, एमआर टावर लाइन टैंक रोड, रांची