डोरंडा थाना के गेट पर साढ़े तीन घंटे तक हंगामा
हत्या से लाेग गुस्से में. पुलिस के खिलाफ हुई नारेबाजी, आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग रांची : रिम्स से धीरज राम के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बुधवार दोपहर 12.30 बजे बड़ी संख्या में महिला-पुरुष शव के साथ डाेरंडा थाना पहुंचे. पुलिस को पहले से इस बात की आशंका थी कि […]
हत्या से लाेग गुस्से में. पुलिस के खिलाफ हुई नारेबाजी, आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग
रांची : रिम्स से धीरज राम के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बुधवार दोपहर 12.30 बजे बड़ी संख्या में महिला-पुरुष शव के साथ डाेरंडा थाना पहुंचे. पुलिस को पहले से इस बात की आशंका थी कि घटना से आक्रोशित लोग सड़क जाम या हंगामा कर सकते हैं.
इसलिए डोरंडा थाना में पहले से अतिरिक्त जवान तैनात कर दिये गये थे. घटना से आक्रोशित महिलाएं थाने के गेट पर बैठ गयीं. वहीं पुरुष नारेबाजी करने लगे. आक्रोशित लोग जहां एक ओर आरोपियों को पकड़ कर फांसी की सजा देने की मांग रहे थे. वहीं दूसरी ओर वे रांची और डोरंडा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे. आक्रोशित लोगों का कहना था कि डोरंडा थाना थाना क्षेत्र में पूर्व में भी एक अनुसूचित जाति के युवक की हत्या हुई थी, लेकिन पुलिस उसके हत्याकांड का अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है.
ऐसे में लोग अपने आप को कैसे सुरक्षित महसूस करें. अगर धीरज की हत्या हो सकती है, तो उसके परिवार पर भी हमला हो सकता है. परिवार की कौन सुरक्षा करेगा. आक्रोशित लोगों को हटिया डीएसपी विकास पांडेय और डोरंडा थाना प्रभारी ने काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित लोग पुलिस की बात मानने को तैयार नहीं थे.
कुछ देर बाद हटिया डीएसपी ने मृतक के परिजनों से अलग से बात की और उन्हें समझाया. परिजन मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बात उनकी बात मानने को तैयार हो गये.
लेकिन जब परिजन थाना से बाहर निकले, तब बाहर हंगामा करने वाले लोग कहने लगे कि पुलिस अभी क्यों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. पुलिस को जो भी करना होगा, अभी करना होगा.
अरगोड़ा सीओ रुपये लेकर नहीं पहुंची थाने, तब पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए दिये 10 हजार रुपये : इसके बाद सभी लोग दुबारा मुआवजा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. परिजन पुलिस से यह भी कहने लगे कि मृतक के परिवार के लोग गरीब हैं. इसलिए उन्हें अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन से सहयोग चाहिए. तब जिला प्रशासन की ओर से अरगोड़ा सीओ वंदना भारती डोरंडा थाना पहुंची.
जब उनसे आक्रोशित लोगों ने पूछा कि कितना मुआवजा मिलेगा, इस पर उन्होंने कहा कि 20 हजार रुपये, लेकिन कागजी कार्रवाई के बाद. अभी सिर्फ दो- तीन हजार रुपये मिल सकते हैं. लेकिन मैं अभी रुपये लेकर नहीं आयी हूं. मैं रुपये मंगवाती हूं. इस पर कुछ लोग भड़क गये. लाेग कह रहे थे… हमारे पास भी इतने रुपये हैं.
चलो थाने से. बाद में हटिया डीएसपी विकास पांडेय ने मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपये दिये. इसके बाद पूरा मामला शांत हुआ और लोग थाना से चले गये. पुलिस ने हत्याकांड को लेकर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. हत्याकांड में शामिल आरोपियों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है. खबर लिखे जाने तक पुलिस को हत्या के आरोपियों के बारे में सुराग नहीं मिल पाया है.