रांची : मिशनरीज ऑफ चैरिटी से बच्चा बेचे जाने की जांच अब सीआइडी को

रांची : बच्चा बेचने के आरोपों में घिरी मिशनरीज ऑफ चैरिटी की संस्था निर्मल हृदय के मामले की जांच अब सीआइडी करेगी. डीजीपी डीके पांडेय ने इससे संबंधित आदेश जारी किया है. सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह ने शुक्रवार को मामले से जुड़े एएचटीयू थाना कोतवाली, रांची में दर्ज कांड संख्या 04/18 की जांच का अनुसंधानकर्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2018 6:47 AM
रांची : बच्चा बेचने के आरोपों में घिरी मिशनरीज ऑफ चैरिटी की संस्था निर्मल हृदय के मामले की जांच अब सीआइडी करेगी. डीजीपी डीके पांडेय ने इससे संबंधित आदेश जारी किया है. सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह ने शुक्रवार को मामले से जुड़े एएचटीयू थाना कोतवाली, रांची में दर्ज कांड संख्या 04/18 की जांच का अनुसंधानकर्ता मो निहालउद्दीन को नियुक्त किया है.
तीन जुलाई 2018 को यह केस रांची बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष रूपा कुमारी, सदस्य तनुश्री सरकार व प्रतिमा कुमारी के बयान पर दर्ज किया था. मामले में संस्था की कर्मचारी अनिमा इंदवार व सिस्टर कोंसीलिया को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस ने बेचे गये सभी चार बच्चों को बरामद कर लिया है. लेकिन बाल कल्याण समिति व पुलिस की जांच में कई ऐसे तथ्य सामने आये हैं, जिनका जांच बाकी है. इसी के मद्देनजर मामला सीआइडी को सुपुर्द किया गया है.
सीआइडी के लिए चुनौती
वर्ष 2016 से अब तक रजिस्टर में 121 बिन युवतियों की डिलिवरी होने का रिकॉर्ड दर्ज है. पर इनमें से 24 के बच्चे गायब हैं. जबकि चार बच्चे बरामद किये जा चुके हैं. अब भी 117 बच्चे को खोजा जाना बाकी है. इससे पूर्व के वर्षों से जुड़े दस्तावेज की जांच से और भी तथ्य सामने आ सकते हैं.
कैसे हुआ था मामले का खुलासा
मिशनरीज ऑफ चैरिटी संस्था में रह रही युवती ने एक मई को सदर अस्पताल में लड़के को जन्म दिया था.नवजात को निर्मल हृदय की कर्मचारी अनिमा इंदवार ने संचालिका सिस्टर कोंसीलिया की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा में रहनेवाले दंपती सौरभ अग्रवाल व प्रीति अग्रवाल को 1.20 लाख में बेच दिया था. तीन जुलाई को दंपती को बुलाकर अनिमा ने बच्चा यह कह कर ले लिया कि इसे कोर्ट में पेश करना है. इसके बाद वह बच्चा लेकर गायब हो गयी.
दंपती ने जेल रोड स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी और डोरंडा स्थित दूसरी शाखा में जाकर बच्चा मांगा, लेकिन उन्हें बच्चे से मिलने नहीं दिया गया. इसके बाद ही उसने इसकी शिकायत सीडब्ल्यूसी से की. दंपती ने बताया कि उसकी बुआ लालपुर चौक इलाके में रहती है. अनिमा के बारे में जानकारी मिली थी. बच्चा लेने से पहले कागजी कार्रवाई भी करायी गयी थी.

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